सूरजपुर। Surajpur elephant death यहां फिर से एक बार हाथी का शव मिला है। इसे 5 दिन पुराना बताया जा रहा है। हाथी की मौत का कारण अभी तक अज्ञात है। ये घटना प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के सरहरी इलाके की है। डीएफओ सहित वन विभाग का अमला मौके पर मौजूद है। सूरजपुर और बलरामपुर जिले के सरहदी क्षेत्र में हाथी लगातार विचरण करते रहते हैं। यहां हाथी जनहानि के साथ ही फसलों को भी बड़ी मात्रा में नुकसान पहुंचा रहे हैं। सूरजपुर में हाथियों की मौत की खबरें आती रहती हैं। अब एक बार फिर हाथी का शव मिलने से वन विभाग अलर्ट हो गया है।
इस महीने में दूसरी घटना
इसी महीने सूरजपुर में एक नर हाथी का शव मिला था। तब यह जानकारी सामने आई थी कि खेतों की रखवाली के लिए ग्रामीणों ने तार लगा रखा था। घुई वन परिक्षेत्र के ग्राम पकनी में नर हाथी का शव जंगल किनारे खेतों के पास पड़ा था। ग्रामीणों ने शव देखा तो वन विभाग के अफसरों को सूचना दी थी। इसके कई घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। हाथी के शरीर पर करंट के निशान मिले थे. मृत हाथी की उम्र करीब 20 से 22 साल के बीच थी।
इससे पहले प्रतापपुर वन मंडल में अक्टूबर 2022 में भी एक मादा हाथी का शव मिला था। उस हाथी के चेहरे और सिर पर चोट के निशान मिले थे। तब कहा गया था कि किसी नर हाथी से हुई लड़ाई में उसकी मौत हुई है। वहीं इसस पहले करंट लगने से भी एक मादा हाथी की मौत हो गई थी।