भिलाई@CG Prime News. सेक्टर-6 के पूर्व पार्षद व वरिष्ठ भाजपा नेता भागचंद जैन ने महपौर परिषद के सदस्य सूर्यकांत सिन्हा के बयानों को हास्यास्पद और नादानीभरा बताया है। उन्होंने कहा है कि अपने महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव का यशोगान करने वाले सूर्यकांत में नैतिकता है तो जरा अपने अंदर झांककर देखे। कोरोना जैसी महामारी में जनता की भलाई व सेवा के नाम पर कैसे कमीशन खोरी किए हैं।
भागचंद ने कहा कि उनके नेता रायपुर जाकर पार्षद निधि से मास्क व सेनिटाइजर खरीदने की अनुमति ले आए। इसके लिए पार्षदों से सिर्फ सहमति ली गई। कमीशन मिल सके इसलिए खरीदी की केंद्रीयकृत व्यवस्था तय की गई और आज भी जो मास्क बाजार में 5 रुपए की दर से मिल रहा है उसे 17.50 रुपए में निगम ने खरीदा है। सेनिटाइजर जिसकी कीमत 20-21 रुपए है, उसे लगभग 42 रुपए में खरीदा। जनता कोरोना से कराह रही है ये लोग लाखों रुपए डकार गए। जबकि यही पांडेय तीन साल पहले डेंगू के दौरान पीडि़तों का मुफ्त इलाज करवा रहे थे। उनके सुपुत्र मनीष पांडेय भी सेवा में जुटे थे। अपनी संस्था यंगिस्तान के जरिए प्लेटलेट उपलब्ध करवाने युवाओं से ब्लड डोनेट करवाए।
सूर्यकांत की मांग पर ही नाली निर्माण के लिए मिली थी 15 लाख रुपए की स्वीकृति
पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय पर आरोप लगाने वाले सूर्यकांत जरा अपना कद भी देख लें। अपनी स्मृति ताजा कर लें कि पांडेय सेक्टर-6 में कम से कम 10 बार वार्ड भ्रमण किए होंगे। स्वच्छता अभियान के दौरान वे पूरे शहर की एक-एक गली में हर घर के सामने से गुजरे हैं। सूर्यकांत स्वयं दुर्गा पूजा में बुलाए हैं और पांडेय हर बार आए हैं। सूर्यकांत की मांग पर ही नाली निर्माण के लिए 15 लाख रुपए की स्वीकृति दी थी।
दलगत की राजनीति नहीं की, जनता को माना सर्वोपरि
जैन ने कहा कि मार्केट में नई सड़क निर्माण व पुरानी सड़क की मरम्मत करवाई। भवन बनवाया, लाइट लगवाई और उद्यान भी बनवाए। जबकि सेक्टर-6 के तीनों वार्डों में कांग्रेसी पार्षद थे। पांडेय ने कभी दलगत की राजनीति नहीं की। जनता को सर्वोपरि माना। आज उनके बनाए उद्यान को संभाल नहीं पा रहे हैं। उद्यान बंद हैं और अंधेरा रहता है।
जनता को अपने और पराए की नजर से देखने वाले सूर्यकांत की दोहरे मापदंड को पूरा वार्ड देख रहा है। उनकी ही स्ट्रीट में दो परिवार में कोरोना संक्रमित है। एक परिवार के घर को बेरिकेड्स लगाकर पूरी तरह सील कर दिया है और दूसरा परिवार जो उनके करीबी हैं, को स्वतंत्र छोड़ दिया है।