अक्षय पात्र में राधा अष्टमी महोत्सव की धूम, राधा रानी का नाम लेकर भक्ति में झूमे लोग, लगाया 56 भोग

CG Prime News@भिलाई. भिलाई के सेक्टर-6 अक्षय पात्र प्रांगण में स्थित, हरे कृष्णा मूवमेंट में बुधवार को राधा अष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। राधा अष्टमी कृष्ण जी की प्रिया राधारानी के आविर्भाव की पावन तिथि है। राधा रानी का जन्मोत्सव भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी के पंद्रह दिन बाद जन्माष्टमी की तरह राधा अष्टमी का त्योहार भी भिलाई के हरे कृष्णा मंदिर में बड़े जोर-शोर के साथ मनाया गया।

राधा अष्टमी के दिन मंदिर में भगवान राधा-कृष्ण का दिव्य अलंकार किया गया। संपूर्ण मंदिर को पुष्पों से सुसज्जित किया है। शाम 6:30 बजे से संध्या आरती और कीर्तन से उत्सव का आरंभ हुआ। जिसमें भगवान के नाम के दिव्य मंत्र उच्चारण से संपूर्ण वातावरण गुंजायमान हुआ। इसी समय भगवान श्री राधा कृष्ण का दिव्य अभिषेक किया गया। भगवान की महा आरती पश्चात दिव्य पालकी उत्सव का आयोजन किया गया। विभिन्न फूलों से आच्छादित रंगायमान परिसर अत्यंत रमणीय दिखाई दे रहा था। पूजा के पश्चात राधा रानी और भगवान श्री कृष्ण को 56 भोग लगाया गया। उत्सव में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए।

अक्षय पात्र के प्रमुख व्योमपाद दास ने बताया कि राधा रानी के पिता नाम वृषभानु और माता का नाम कीर्ति था। राधा जी स्वंय लक्ष्मी स्वरूपा हैं। भगवान श्रीकृष्ण के लिए वृंदावन की गोपियों द्वारा किया गया प्रेम, सर्वोच्च प्रेम है। यह प्रेम, स्वार्थ की भावना एवं भौतिक लालसा से रहित है। गोपियां, जीवात्मा के भगवान के प्रति प्रेम की प्रतिमूर्ति है। भगवान की प्रसन्नता ही उनके जीवन का एकमात्र लक्ष्य है। सभी गोपियों में सर्वश्रेष्ठ गोपी राधारानी है। जो सभी भक्तों के लिए आदर्श है।