Prime news Explainer:दिसंबर की ठंड का पैटर्न एक दशक बाद बदला, अभी रातें सबसे गर्म, कभी 5.4 डिग्री तक पहुंच जाता था पारा

भिलाई . दुर्ग जिले में बुधवार से मौसम साफ होना शुरू हो गया है। सुबह बादल छाए रहे जो दोपहर में छटने लगे। तेज धूप खिली। फेंजल का असर खत्म होने के साथ ही अब जिले में दोबारा से ठंडक में इजाफा होगा। मौसम विभाग ने कहा है कि दो दिनों में बादल पूरी तरह से छटने की संभावना है। मध्य छत्तीसगढ़ में दुर्ग जिला सहित पूरे संभाग में न्यूनतम तापमान में 1 से 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान फेंजल के असर से उत्तर की हवाएं अवरोध उत्पन्न होने से छत्तीसगढ़ नहीं पहुंच रही थी, लेकिन अब परिस्थतियां बदलने से इसमें  बदलाव हो गए हैं।

उत्तर-पूर्व की ठंडी और शुष्क हवाएं फिर से छत्तीसगढ़ में दाखिल हो रही हैं। हालांकि वातावरण में घुली नमी अभी पूरी तरह से नहीं हटी है, जिससे मध्य छत्तीसगढ़ यानी दुर्ग और रायपुर संभाग में मौसम शुष्क बना रहेगा। बहरहाल, अभी दुर्ग जिले का अधिकतम तापमान औसत से 3.5 डिग्री बढक़र 31.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इससे दिनभर गर्मी का अहसास होने लगा। घरों और दफ्तरों के भीतर भी गर्मी और उमस महसूस हुई। इधर, रात का न्यूनतम तापमान भी चरम पर औसत से 4.4 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद अब तक का सर्वाधिक 19.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। फिलहाल, अगले दो दिन ऐसी ही गर्मी और शुष्क मौसम रहने की संभावना है।

ठंडे दिसंबर में सबसे गर्म शुरुआत

दिसंबर में ठंडक का पैटर्न बताता है कि हर साल दिसंबर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के करीब या उससे नीचे रहता है। यह आंकड़ा दिसंबर की शुरुआत का होता है, जो मध्य दिसंबर तक घटकर 8.8 डिग्री तक पहुंच जाता है, लेकिन अबके साल दिसंबर की शुरुआत में गर्मी के अहसास ने एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल शुरुआती दिसंबर 18 से 20 डिग्री के बीच रहा है, जिसके मध्य दिसंबर तक आते  आते 14 से 15 डिग्री के आसपास रहने की संभावना बन रही है। पिछले साल दिसंबर में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था। वहीं 2022 में यह आंकड़ा 10 डिग्री सेल्सियस था। दिसंबर की सबसे अधिक ठंड साल 2018 में पड़ी थी जब रात का न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री तक पहुंचा। इस तरह 6 साल में दोबारा इतने कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी। सबसे खास बात यह है कि साल 2014 से 2021 तक न्यूनतम पारा हर बार 8 डिग्री के नीचे रहा।

दिन का पारा हमेशा 30 डिग्री के पार

एक दशक से दिसंबर में दिन मार्च की तरह तप रहा है। बीते एक दशक के आंकड़ों से समझें तो साल 2023 से 2014 के बीच कभी भी दिसंबर में अधिकतम तापमान ३० डिग्री सेल्सियस से नीचे उतरा। हल्की बारिश या बूंदाबांदी के बावजूद तापमान में बड़ी गिरावट नहीं आई। तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहा। इस साल भी प्रकृति वही पैटर्न अपना रही है। बादलों के छटने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही अधिकतम तापमान एक बार फिर 30 के पार है।

ऐसे समझिए ठंड का पैटर्न

साल – अधिकतम – न्यूनतम
२०२३ – ३३.० – ९.४
२०२२ – ३२.६ – १०.०
२०२१ – ३२.४ – ५.४
२०२० – ३२.४ – ७.१
२०१९ – ३२.४ – ६.२
२०१८ – ३०.६ – ५.४
२०१७ – ३२.० – ७.२
२०१६ – ३२.४ – ७.८
२०१५ – ३४.२ – ६.८
२०१४ – ३२.८ – ५.४
(सभी आंकड़े डिग्री सेल्सियस में)

वर्जन .
एक-दो दिनों में बादल छटने का क्रम तेज होगा। अभी हवा में नमी है, इसलिए ठंड का अहसास नहीं हो रहा। अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री तक नीचे आने की संभावना है।
एचपी चंद्रा, मौसम विशेषज्ञ, आईएमडी रायपुर