नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पोलैंड की राजधानी वारसॉ पहुंचे हैं। यह पिछले 45 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा है। जानकारी के मुताबिक इससे पहले पोलेंड की यात्रा पर भारत की ओर से आखिरी बार 1979 में मोरारजी देसाई गए थे। पीएम मोदी की यह यात्रा भारत और पोलेंड के बीच रिलेशन के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी का पोलैंड की राजधानी वारसॉ में स्वागत होगा और उसके बाद वह आगे के कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
यूरोपीय संसद के सदस्य डेरियस जोन्स्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोलैंड यात्रा को राजनीति और व्यापार के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री 45 साल बाद पोलैंड की यात्रा कर रहे हैं।
पीएम की यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 21 से 23 अगस्त तक पोलैंड और यूक्रेन की आधिकारिक यात्रा करेंगे। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब नई दिल्ली और वारसॉ 2024 में राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
एएनआई से बात करते हुए यूरोपीय संसद के सदस्य डेरियस जोन्स्की ने कहा कि पोलैंड स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े मुद्दों पर बात करना चाहेगा। पोलेंड को 25,000 डॉक्टरों और विशेषज्ञों की आवश्यकता है। इसके अलावा पोलैंड आईटी सेक्टर पर भी चर्चा करना चाहेगा उन्होंने जोर देकर कहा कि पीएम मोदी की यात्रा दोनों देशों को करीब लाएगी।