लापरवाही : आरोपी फरार, पुलिस 24 घंटे बाद भी नाकाम

cgprimenews

मोहन नगर थाना से फरार आरोपी नहीं पकड़ाया

भिलाई। दुर्ग पुलिस की लचर कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। 25 लाख की हेरोइन के साथ पकड़ा गया कुख्यात तस्कर गुरमीत सिंह उर्फ रुट पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। हैरानी की बात यह है कि 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस की यह नाकामी न सिर्फ विवेचना पर सवाल उठाती है, बल्कि संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती है।

(Negligence: Accused absconding, police unsuccessful even after 24 hours)

मोहन नगर थाना से आरोपी गुरमीत सिंह दो दिन पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ा था। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक के चलते वह थाने से भागने में सफल हो गया। इसके बावजूद अब तक उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है और न ही लापरवाह पुलिसकर्मियों पर किसी तरह की जवाबदेही तय की गई है। पुलिस सिर्फ इतना कह रही है कि आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।

वैशाली नगर थाना में हेरोइन के साथ पकड़ाए दो आरोपियों पर कार्रवाई

इधर, वैशाली नगर पुलिस ने अन्य कार्रवाई में कालीबाड़ी एचआईजी निवासी वैभव सोनी (24) और छावनी क्षेत्र के समीर जायसवाल (24) को 7.1 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 21(ख), 27(ए), 21 और 29 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

गौरतलब है कि पुलिस ने आरोपियों के पिता का नाम डायरी में अज्ञात दर्शाया है, जबकि स्थानीय सूत्रों के अनुसार दोनों परिवार व्यवसायिक पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं। यह भी सामने आया है कि इन आरोपियों के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन हर बार पुलिस विवेचना की कमजोरी के चलते इन्हें अदालत से जमानत मिल जाती है।

लापरवाही से भागा कुख्यात आरोपी

लापरवाही का यह ताजा मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि पुलिस की कार्रवाई कुख्यात आरोपियों के सामने बौनी साबित हो रही है। फरार आरोपी को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। सवाल यह है कि आखिर कब तक ऐसी चूकें आम जनता की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर चोट करती रहेंगी?