CG Prime News@ भिलाई/जांजगीर. जांजगीर चाम्पा जिले के शिवरीनारायण थाना क्षेत्र के गांव खोखरी में एक कलयुगी बेटे ने प्राकृतिक आपदा के तहत मिलने वाली 4 लाख रुपए की मुआवजा पाने के लिए अपनी मां का गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। वारदात को छुपाने के लिए उसने शव को जला दिया, लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पुलिस भौचक रह गईं। पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण गलाघोट आते ही पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
शिवरीनारायण पुलिस के मुताबिक 25 व 26 मई की रात खोखरी गांव में रहने वाली गीता बाई (50 वर्ष) की आग में जलने पर मौत हो गई। इसकी सूचना सुबह गीता बाई के बेटे शिवचरण रोहिदास (28 वर्ष) ने पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पंचनामा की कार्रवाई की। शव को पोस्टमार्टम के लिए शिवरीनारायण सीएचसी भेज दिया। 27 जुलाई को जब पीएम रिपोर्ट आई तो उसे पढ़कर पुलिस भी एक पल के लिए सकते में आ गई। थाना प्रभारी ने डॉक्टर से दोबारा क्रॉस चेक किया और डॉक्टर ने यह पुष्टि कर दी कि महिला की मौत जलने नहीं बल्कि उसे गला दबाकर मारा गया है तो पुलिस ने आरोपी बेटे को अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया। पुलिस ने शक के आधार पर मृतक महिला के बेटे शिवप्रसाद रोहिदास से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
चार लाख की सरकारी मुआवजा के लिए उतारा मौत के घाट
आरोपी ने पुलिस को बताया कि 4 लाख का सरकारी मुआवजा लेने के लिए उसने अपनी मां का गला दबा कर हत्या कर दी। उसपर किसी को शक न हो इसलिए उसने शव को जला दिया और हत्या को दुर्घटना बताया। पुलिस ने शिवप्रसाद के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है