कलयुग का कपूत, एक एकड़ जमीन के लालच में बेटे ने जिंदा मां का डेथ सर्टिफिकेट बनाया, तहसीलदार के साथ मिलकर बेच दी जमीन

सूरजपुर . यहां के भैयाथान क्षेत्र में रिश्ते को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बूढ़ी मां की आंखें आंसुओं ने भीगी हुई है। यह घटना ऐसी है, जिससे लोग भविष्य में उनके बच्चों के चरित्र पर शंका करने लग जाएंगे। सूरजपुर की बुजुर्ग महिला ने शुक्रवार को जनदर्शन में कलेक्टर से शिकायत की है कि उसके सौतेले बेटे के द्वारा तहसीलदार से मिलीभगत कर उसका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर उसकी करोड़ों की जमीन को फर्जी तरीके से बेच दिया है।

मां अभी जिंदा है, लेकिन बेटी ने जालसाजी करके फर्जी दस्तावेज बनाए। बुजुर्ग महिला का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाया, जिससे हस्ताक्षर या अंगूठे के निशान की जरूरत खत्म हो गई। विभाग को सौंपे गए दस्तावेजों में बुजुर्ग महिला को मरा हुआ घोषित कर दिया।

फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया

जिस मां ने अपने सौतेले बेटे का भविष्य सुधारने की सोची, उसके बेटे ने अपनी ही मांग को जीते जी मार डाला। यह मामला भैयाथान इलाके के करकोटी गांव का है। जहां बुजुर्ग शैल कुमारी रहती हैं। उनका आरोप है कि, उसके सौतेले बेटे वीरेंद्र दुबे ने भैयाथान तहसीलदार संजय राठौर के साथ मिलीभगत कर कर उनका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया।

जिससे उसकी एक एकड़ जमीन को बेच दिया। आरोप यह भी है कि इस फर्जीवाड़ा के एवज में आरोपियों ने तहसीलदार संजय राठौर को 40 डिसमिल जमीन दी है। जिसकी रजिस्ट्री तहसीलदार की पत्नी के नाम से की गई है।

कलेक्टर को रोते हुए दी अर्जी

बुजुर्ग महिला ने रोते हुए कलेक्टर को अपनी अर्जी दी है। उसने कहा कि, सौतेले बेटे ने आखिरकार अपना रंग दिखा ही दिया। बुजुर्ग ने तहसीलदार और अपने सौतेले बेटे पर कड़ी कार्रवाई और उसकी जमीन वापस दिलवाने की मांग की है। सूरजपुर के अपर कलेक्टर जगन्नाथ वर्मा ने बताया कि, इस प्रकरण की सच्चाई जानने के लिए समिति गठित कर दी गई है। जो कि इस पूरे मामले की जांच करेगी और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।