दुर्ग में रिटायर्ड पुलिस अफसर से 1 करोड़ 31 लाख की ठगी, शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बिछाया जाल, फंस गया अधिकारी

thagi in durg

@Dakshi Sahu Rao

CG Prime News@भिलाई. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शेयर ट्रेडिंग (share market trading) के नाम पर एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से 1 करोड़ 31 लाख रुपए से ज्यादा रकम की ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने शेयर मार्केट में पैसा लगाकर कम समय में रिटायर्ड डीएसपी (DSP) को करोड़ों रुपए कमाने का लालच देकर उनके सेविंग्स पर ग्रहण लगा दिया। ठगों ने पीडि़त के द्वारा इनवेस्ट की गई पूरी रकम को गबन कर लिया। मामले की शिकायत पद्मनाभपुर थाना में की गई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

अच्छी प्रॉफिट का दिया लालच

पद्मनाभपुर थाना पुलिस ने बताया कि पद्मनाभपुर आदर्श नगर निवासी सेवानिवृत्त डीएसपी रोहित कुमार बघेल पिता राम प्रसाद बघेल (62 वर्ष) ने शिकायत की। अज्ञात व्यक्ति ने उनके मोबाइल पर अपना नाम सिद्धार्थ सक्सेना एआरके टेक्नालाजी कंपनी का वर्कर बताकर कॉल किया। आरोपी ने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने की सलाह दी। लालच दिया कि शेयर मार्केट में प्रॉफिट बहुत अच्छी है। एक्स डीएसपी उसके झांसे में आ गए। आरोपियों ने डीमेट एकाउंट खुलवाकर किस्तों में 1 करोड़ 31 लाख 66 हजार 999 रुपए जमा कर दिया। शेयर की समयावधि पूरी हो गई। इस बीच आरोपियों ने पूरी रकम हड़प लिया।

ऐसे समझ में आया ठगी हो गई

पुलिस ने बताया कि एक्स डीएसपी ने 1 मार्च 2024 को एआरके टेक्नालाजी कंपनी के खातों में अंतिम बार 21 लाख 50 हजार रुपए डाले। आरोपी सिद्धार्थ ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर सब सेटलमेंट हो जाएगा और पूरी रकम खाते में आ जाएगी। जब पीडि़त उससे जमा किए हुए पैसा का जब लाभांश मांगने लगा तो एआरके टेक्नालाजी कंपनी के मालिक सिद्धार्थ सक्सेना और ब्रोकर राहुल गुप्ता मिलकर टाल मटोल करने लगे। तब समझ आया कि उनके साथ धोखा हो गया है।

जरूरी दस्तावेज भी दे दिए

पुलिस ने बताया कि ठग सिद्धार्थ सक्सेना ने एआरके टेक्नालाजी कंपनी में डीमेट एकाउंट खोलवाने के लिए आधार कार्ड, पेन कार्ड और ईमेल आईडी मांगा था। पीडि़त ने आरोपी सिद्धार्थ सक्सेना को सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज भी भेज दिए थे। ट्रेडिंग करते समय पूरे एकाउंट का कंट्रोल आरोपी ने अपने पास रखा। उसने कंपनी के हैड रिसर्चर सिंघानिया से बात कराई। सिंघानिया ने पीडि़त से कहा कि 50 लाख एकाउंट में रहेगा। तभी शेयर ट्रेडिंग शुरू होगी। इससे कम में काम शुरू नहीं करता है। झांसा दिया कि 3 से 4 महीने में 1 से 2 करोड़ रुपए आ जाएगा। उक्त कंपनी को कमाई का 20 प्रतिशत देना होगा। इसके बाद रोहित कुमार बघेल उस डीमेट एकाउंट में रकम ट्रांसफर करना शुरू किया। उसके अलग-अलग बैंक खाता किस्तों में 1 करोड़ 31 लाख 66 हजार 999 रुपए इनवेस्ट कर दिए।