cgprimenews.com@जगदलपुर. माओवादियों की बटालियन के कंपनी नंबर १ की प्लाटून नंबर ३ की महिला माओवादी सुमित्रा चेपा शनिवार को मुख्यधारा से जुड़ गई है। वे इस दौरान बेहद खुश थी। उन्होंने कहा कि आगे की जिंदगी बिना खतरे और अपने बेहतर भविष्य बनाने के लिए यह फैसला लिया है। इस दौरान सुमित्रा चेपा को प्रोत्साहन राशि के तौर पर १० हजार रुपए भी प्रदान किए गए।
बता दें कि यह सुमित्रा वहीं महिला है जिसे माओवादियों ने अपने संगठन से इसलिए भगा दिया था क्योंकि उसमें कोरोना के लक्षण दिखाई दिए थे। इसक बाद सुमित्रा बीजापुर के मोदकपाल के पेद्दाकवाली इलाके में १७ जून को संदिग्ध परिस्थिति में मिली। पुलिस जवानों ने मानवता दिखाते हुए इस महिला को अपने साथ लेकर आए और इसका समस्त स्वास्थ्य परीक्षण कराया। वहीं खतरे को भांपते हुए इसे क्वारंटाइन किया। अब सुमित्रा चेपा का रिपोर्ट नेगेटिव आया। लेकिन उसकी टीबी बीमारी का टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटीव आया है। जिसका ईलाज जिला अस्पताल बीजापुर में कराया जा रहा है। क्वारेन्टाईन अवधि पूर्व होने के पश्चात उससे विस्तृत पुछताछ किया गया। इसके बाद महिला ने बस्तर आईजी पी. सुंदरराज, सीआरपीएफ के डीआईजी कोमल सिंह, बीजापुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल, एसपी कमलोचन कश्यप के सामने शनिवार को समर्पण किया। मालूम हो कि इस महिला पर सरकार ने ८ लाख का ईनाम रखा था।