दुर्ग पुलिस ने फ्लाइट रोककर करोडो़ की ठगी करने वाले आरोपी को पकड़ा, 5 मिनट देरी से कोलकाता के लिए भरी उड़ान

भिलाई. छत्तीसगढ़ के लघु उद्योगपतियों से स्क्रैप खरीदी के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपी को रायपुर पुलिस की मदद से दुर्ग पुलिस ने माना एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। आरोपी फ्लाइट पर बैठ चुका था। लेकिन दुर्ग पुलिस ने रायपुर एयरपोर्ट के सीआईएसएफ व माना थाना पुलिस की मदत से प्लेन को रोकवाया गया। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार करे फ्लाइट से नीचे उतारा। इस पूरे घटनाक्रम की वजह से प्लेन पांच मिनट की देरी से कोलकाता के लिए उड़ान भरी। दूसरे राज्य भागने से पहले पुलिस ने आरोपी अनिल राय को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के प्रकरण में कार्रवाई की।

डीएसपी विश्वास चंद्राकर ने बताया कि एसएम वेंचर्स अग्रवाल और आरएस ट्रेडर्स कंपनी के संचालक गोविन्द अग्रवाल और जय बाबा स्ट्रील प्रायवेट लिमिटेड हथखोज के संचालक हामिद सिद्धीकी ने भिलाई तीन थाने में करोडों रुपए की ठगी की शिकायत की है। जांच के बाद मामले में धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज किया। मामले में स्क्रैब खरीदी को लेकर उनकी आरर्बिट इलेक्ट्रेमेक इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर आरोपी अनिल राय (40 वर्ष), सीईओ अविनाश पाटिल और अन्य के साथ एक करोड़ से अधिक की डील हुई थी। इसके बाद गोविंद अग्रवाल ने अनिल राय व उसके अन्य कंपनी के खाते में 37 लाख रुपए, हामिद सिद्दकी ने 25 लाख 48 हजार 300 रुपए डाले थे। कुल 62 लाख 85 हजार 607 रुपए का पेमेंट अनिल राय के खाते में ट्रांसफर किया था। इसके बावजूद कंपनी ने स्क्रैब नहीं भेजा। जब उनसे बात की जाती तो वह गोल मोल घुमा रहे हैं। आरोपी मूलतह सी/14 चाणक्यपुरी दरगा रोड औरंगाबाद, महाराष्ट्र का रहने वाला है। वर्तमान में बंगला नंबर 14 विंटेज विस्टा माझली हड़पसर पुणे महाराष्ट्र में रहता है। आरोपी को पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है।

आरोपी ने 200 मोबाइल नम्बर बदला, बावजूद ट्रेसकर आरोपी को पकड़ा

टीआई विनय सिंह बघेल ने बताया कि सभी आरोपी शातिर हैं। पुलिस के हाथ न लगे इस लिए वह बार-बार अपना मोबाइल नंबर बदलता रहा। इसके साथ ही जब भी पुलिस उन्हें पकडऩे की योजना बनाकर टीम भेजती वह महाराष्ट्र, बैंग्लोर, हैदराबाद, दिल्ली और मुम्बई जैसे अलग-अलग शहरों में भाग गया था। तकनिकी विश्लेषण से मोबाईल नंबरों की कडिय़ों को जोड़ा गया। करीब 200 मोबाईल नंबरों को सर्च कर उनका डिटेल खंगाला गया। तब जाकर पकड़ाया।

शहर एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि मोबाइल ट्रेस के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी अनिल राय रायपुर के माना एयरपोर्ट पर है। तत्काल जिले से विशेष टीम ने थाना प्रभारी माना रायपुर से सम्पर्क कर एयरपोर्ट अधिकारी व सुरक्षा बल से चर्चा की। इधर आरोपी अनिल राय कोसकाता वाली फ्लाइट पर बैठ चुका था। एयरपोर्ट के अधिकारियों की मदत से प्लेन को पांच मिनट के लिए इमरजेंसी में रोकवाया गया। फिर उसे फिल्मी अंदाज में फ्लाइट से नीचे उतारा गया। इसके बाद विवेकानंद एयरपोर्ट माना से अरोपी को अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध घटित करना स्वीकार किया।