CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ के डीएमएफ घोटाला (CG DMF SCAM) में ED ने जेल बंद निलंबित (IAS Ranu sahu) IAS रानू साहू को कमीशन का पैसा पहुंचाने वाले एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। कारोबारी मनोज कुमार द्विवेदी को ED ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद कोर्ट ने आरोपी कारोबारी को चार दिन की रिमांड पर दे दिया है। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार कारोबारी ने अपनी बनाई NGO में DMF फंड का पैसा हासिल किया। इसके बाद कमीशन IAS रानू साहू तक पहुंचाया। कितने की लेनदेन हुई है इसकी जांच फिलहाल ईडी कर रही है।
40 प्रतिशत कमीशन पर होती थी डील
ED ने अपने जांच रिपोर्ट में यह पाया है कि टेंडर की राशि का 40 प्रतिशत सरकारी अफसर को कमीशन के रूप में दिया गया है। प्राइवेट कंपनियों के टेंडर पर 15 से 20 प्रतिशत अलग-अलग कमीशन सरकारी अधिकारियों ने ली है। ईडी ने अपनी जांच रिपोर्ट में पाया था कि आईएएस अफसर रानू साहू और कुछ अन्य अधिकारियों ने अपने-अपने पद का गलत इस्तेमाल किया।
गिरफ्तार मनोज कुमार द्विवेदी खुद उदगम सेवा समिति के नाम से संस्था चलाता था। साथ ही कंस्ट्रक्शन के ठेके भी लिया करता था। मनोज ने अफसरों से 10 करोड़ से ज्यादा रुपए की डील की है। हाल ही में इस मामले में गिरफ्तार हुई एक और अधिकारी माया वारियर भी इस डीलिंग में शामिल रही हैं।
यह है DMF घोटाला
प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय की रिपोर्ट के आधार पर EOW ने धारा 120 बी 420 के तहत केस दर्ज किया है। इस केस में यह तथ्य निकाल कर सामने आया है कि डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड कोरबा के फंड से अलग-अलग टेंडर आवंटन में बड़े पैमाने पर आर्थिक अनियमित की गई है। टेंडर भरने वालों को अवैध लाभ पहुंचाया गया।
