CSVTU News : अब विश्वविद्यालय बदलने पर बीटेक छात्रों को नहीं होगी सिलेबस में परेशानी

CSVTU NEWS भिलाई . बीटेक सहित विभिन्न तकनीकी कोर्स कर रहे विद्यार्थियों को उस वक्त सबसे अधिक परेशानी होती है, जब उन्हें अचानक से विश्वविद्यालय बदलना पड़ता है। नए विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने पर पूरा कोर्स बदल जाता है। इस समस्या को दूर करने इंडियन सोसाइटी फॉर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आईएसटीयू) बड़ी कोशिश करने जा रही है। हाल ही में हुई विश्वविद्यालयों की बैठक में तय किया गया है कि देश की तमाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी अपने पाठ्यक्रम में एकरूपता लाएंगे। यानी जो सिलेबस छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी का होगा वही कोर्स अन्य राज्यों के विश्वविद्यालय में भी पढ़ाएंगे। बैठक में इसके लिए प्रारूप व प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है। इस बैठक की अगुवाई सीएसवीटीयू के कुलपति डॉ. एमके ने की। वहीं देशभर के तकनीकी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों भी इसमें शामिल रहे। इस प्रस्ताव पर सभी ने सहमति दी।

प्रश्नबैंक बनाने पर मंथन

सीएसवीटीयू सहित तमाम तकनीकी विश्वविद्यालय सेमेस्टर परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र तैयार करने की जटिलताओं को दूर करने के लिए एक जुट हो गए हैं। सभी विश्वविद्यालय एक साथ मिलकर प्रश्नबैंक तैयार करेंगे। यह क्वेश्चन बैंक देश का ऐसा पहला सिस्टम होगा, जिसमें हर पेपर के हजारों प्रश्न अलग-अलग विश्वविद्यालयों के परीक्षा पैटर्न के हिसाब से तय किए जाएंगे। वैसे तो इस सिस्टम को डेवलप करने में करोड़ों रुपए का खर्च आएगा, लेकिन यदि तमाम तकनीकी विश्वविद्यालय मिलकर इसे तैयार करते हैं तो यह लागत न के बराबर हो जाएगी।

प्लेसमेंट पर होगा काम

आईएसटीयू की बैठक में तकनीकी विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के लिए एक सेंट्रलाइज सिस्टम तैयार करने पर सहमति बनी। इसमें देशभर के तकनीकी विश्वविद्यालय शामिल रहेंगे। किसी भी विश्वविद्यालय में होने वाला कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव सभी के लिए ओपन फोरम पर आयोजित होगा। इसका फायदा यह होगा कि सीएसवीटीयू का छात्र किसी भी अन्य तकनीकी विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट कैंपेन के साथ जुड़ जाएगा। युवाओं को प्लेसमेंट के काबिल बनाने के लिए सभी सीएसवीटीयू के साथ सभी विश्वविद्यालय विशेष प्रशिक्षण भी मुहैया कराएंगे। इसका सीधा लाभ विद्यार्थियों को रोजगार के साथ होगा।

आईएसटीयू की बैठक में छात्रहित को ध्यान में रखते हुए फैसले लिए गए हैं। विश्वविद्यालय स्थानांतरण से लेकर सिलेबस अपडेशन और प्रश्नबैंक बनाने जैसे प्रस्ताव बनाए गए हैं।
डॉ. एमके वर्मा, कुलपति, सीएसवीटीयू