डिजिटल लॉकर से 15 लाख पार, गबन के मामले में अपराध दर्ज

इनस्टाकार्ट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का मामला
भिलाई. नेहरु नगर ईस्ट अक्षय काम्पलेक्स स्थित इनस्टाकार्ट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड की डिलेवरी हब में लगे डिजिटल लॉकर से 14 लाख 83 हजार 984 रुपए का गबन हो गया। जबकि कंपनी के डिजिटल लॉकर और अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ नहीं की गई है। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धार 409 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
सुपेला टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि रिसाली मैत्रीकुंज निवासी इनस्टाकार्ट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड डिजिटल हब की इंचार्ज श्रौती साहा घोष ने शिकायत की है कि स्थानीय में डिलेवरी हब में फ्लिपकार्ट एवं मिंत्रा का ऑनलाइन सामान आता हैं, जिसे डिलेवरी बॉय व बुमेन द्वारा सामान ग्राहक तक पहुंचाया जाता है। सामान की रकम कैश में प्राप्त कर एप के अनुसार सम्पूर्ण रकम उस समय उपस्थित टीम लीडर को देते है। कंपनी में कार्यरत 4 टीम लीडर उस रकम को फ्लायर (प्लास्टिक लिफाफा) में पैक कर डिजिटल लॉकर में रख दिए। 25 जनवरी से 28 जनवरी रात 9.30 बजे के बीच टीम लीडर जय प्रकाश त्रिपाठी , सूरज कुमार साहू और पी ईश्वर राव की उपस्थित में कलेक्शन राशि को डिजिटल लॉकर में 8 फ्लायर को रखा गया। कलेक्शन राशि 14 लाख 83 हजार 948 रुपए डिजिटल लॉकर में पहले से थी। पूछताछ में पता चला है कि इस बीच डिजिटल लॉकर से टीम लीडर सूरज कुमार साहू ने लॉक किया और रिपोर्ट एप के माध्यम से भेजी। डिलेवरी हब शटर में अजय सिंह बघेल ने ताला लगाया था। ताले की चाबी उसने संजय शर्मा को दी थी। जबकि उसी ताले की 2 अन्य चाबी ईश्वर राव एवं सुहासिनी के पास थी।29 जनवरी को अल सुबह रिजनल मैनेजर मोहित कुमार ने टीम लीडर जय प्रकाश त्रिपाठी को फोन पर बताया कि अलार्म बज रहा है, लेकिन कैमरा ऑफ लाइन हो गया है। तब जय प्रकाश त्रिपाठी और विनय निर्मलकर गए। शटर का ताला खुला था। किसी ने डिजीटल लॉकर के पासवर्ड से खोलकर 14 लाख 83 हजार 984 रुपए रकम को गायब कर दिया। प्रथमदृष्टिया शक की सूई कंपनी के स्टॉफ पर घुम रही है। फिलहाल मामले में जांच की जा रही है।