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CG Prime News@भिलाई. दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर भ्रमण करने के उद्देश्य से चर्चित भारत गौरव एक्सप्रेस (Bharat Gaurav Express ) एक बार फिर रेलवे (Railway) ने चलाने का फैसला लिया गया है। यह स्पेशल ट्रेन बिहार और झारखंड, छत्तीसगढ़ सहित अनेक राज्यों के लोगों को दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों तक ले जाएगी। भागलपुर स्टेशन से इस भारत गौरव एक्सप्रेस की शुरुआत होगी और 12 दिवसीय यात्रा के तहत यात्रियों को तिरुपति, रामेश्वर, -मदुरई, कन्याकुमारी और मल्लिकार्जुन के दर्शन कराएगी।

रेलवे ने जानकारी देते हुए बताया कि आईआरसीटीसी की इस विशेष पर्यटक ट्रेन के द्वारा भक्तों को दक्षिण भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों और पवित्र स्थानों पर दिव्य उपस्थिति का अनुभव करने और आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा। इस ट्रेन में भागलपुर, जसीडिह, मधुपुर, बराकर, धनबाद, बोकारो, मुरी, रांची, राउरकेला, झारसुगुडा, चाम्पा, बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग सहित कई बोर्डिंग और डिबोर्डिंग पॉइंट शामिल हैं।

यात्रियों को हर सुविधा उपलब्ध कराएगी

इस भारत गौरव ट्रेन में स्लीपर क्लास (इकोनॉमी) की 640 सीटों की व्यवस्था की गई है। तृतीय वातानुकूलित श्रेणी में 70 सीटें हैं। भारत गौरव यात्रा की टिकट लेने वाले यात्रियों को रेल यात्रा के साथ-साथ सड़क यात्रा, भोजन (चाय, नाश्ता, लंच, डिनर), डबल/ट्रिपल शेयरिंग के आधार पर आरामदायक और साफ आवास (इकोनॉमी के लिए नॉन-एसी, स्टैंडर्ड और कम्फर्ट क्लास के लिए एसी),बसों द्वारा स्थानांतरण और दर्शनीय स्थलों की यात्रा, ऑनबोर्ड टूर एस्कॉर्ट, हाउसकीपिंग, सुरक्षा और पैरामेडिकल स्टाफ की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है ।

ऐसे कर सकते हैं बुकिंग

रेलवे ने कहा कि आराम और सुरक्षा के साथ कई तीर्थों के दर्शन और आध्यात्मिक पूर्ति प्राप्त करने बेहतर ऑपशन है। वो भी किफायती कीमत पर। बिहार झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्यों के जो लोग इस यात्रा के भागीदार बनना चाहते हैं वह IRCTC के कोलकाता और रांची कार्यालय या अधिकृत एजेंटों) के माध्यम से भी बुकिंग कर सकते हैं।

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CG Prime News@रायपुर.Rathyatra 2025 राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शुक्रवार को गायत्री नगर रायपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर में आयोजित महाप्रभु श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा महोत्सव में शामिल हुए। राज्यपाल डेका और मुख्यमंत्री साय ने भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर ‘छेरा-पहरा की रस्म निभाई। राज्य की प्रथम महिला रानी डेका काकोटी ने श्री जगन्नाथ जी की विधि-विधान से पूजा अर्चना की।

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रथयात्रा के दिन राज्यपाल और CM साय ने की महाप्रभु जगन्नाथ की पूजा, सोने की झाड़ू से छेरापहरा की रस्म निभाई

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में आयोजित रथ यात्रा में शामिल हुए। रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में विशेष विधि-विधान के साथ महाप्रभु जगन्नाथ जी की रथ यात्रा निकाली गई। रथ यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व भगवान की प्रतिमाओं को मंदिर से रथ तक लाया गया और मार्ग को सोने की झाड़ू से स्वच्छ किया गया। इस परंपरा को छेरापहरा कहा जाता है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी प्रदेशवासियों को रथ यात्रा की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व ओडिशा के लिए जितना बड़ा उत्सव है, उतना ही बड़ा उत्सव छत्तीसगढ़ के लिए भी है। सीएम ने कहा कि भगवान जगन्नाथ किसानों के रक्षक हैं। उन्हीं की कृपा से वर्षा होती है, धान की बालियों में दूध भरता है और किसानों के घरों में समृद्धि आती है। मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ में भरपूर फसल हो। उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा से मेरी विनती है कि वे हम सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें और हमें शांति, समृद्धि एवं खुशहाली की ओर अग्रसर करें।

मुख्यमंत्री ने सोने की झाड़ू से छेरापहरा की रस्म निभाई

राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में पुरी की रथ यात्रा की तर्ज पर यह पुरानी परंपरा निभाई जाती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छेरापहरा की रस्म पूरी करते हुए सोने की झाड़ू से मार्ग बुहारकर रथ यात्रा का शुभारंभ किया। इसके उपरांत उन्होंने भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा को रथ तक ले जाकर विराजित किया।

ओडिशा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में होती है रथ यात्रा

रथ यात्रा के लिए भारत में ओडिशा राज्य प्रसिद्ध है। ओडिशा का पड़ोसी राज्य होने के कारण छत्तीसगढ़ में भी इस उत्सव का व्यापक प्रभाव है। आज निकाली गई रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, उनके भ्राता बलभद्र और बहन सुभद्रा की विशेष विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। मंदिर के पुजारी के अनुसार उत्कल संस्कृति और दक्षिण कोसल की संस्कृति के बीच यह एक अटूट साझेदारी का प्रतीक है।

ऐसी मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ का मूल स्थान छत्तीसगढ़ का शिवरीनारायण तीर्थ है, जहां से वे जगन्नाथ पुरी में स्थापित हुए। शिवरीनारायण में ही त्रेता युग में प्रभु श्रीराम ने माता शबरी के प्रेमपूर्वक अर्पित मीठे बेर ग्रहण किए थे। यहां वर्तमान में नर-नारायण का भव्य मंदिर स्थापित है। इस अवसर पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा, धर्मलाल कौशिक सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

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CG Prime News@रायपुर. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हंसी की बारीक परतों में गंभीर बातें कहने वाले छत्तीसगढ़ के पद्मश्री प्रसिद्ध हास्य कवि डॉ. सुरेन्द्र दुबे (Padma Shri Dr. Surendra Dubey) को शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जाने माने कवि कुमार विश्वास उन्हें कंधा देने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र दुबे का जाना प्रदेश की बड़ी क्षति है, वे छत्तीसगढ़ की बात दमदारी से रखते थे। पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे के अंतिम संस्कार में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, गृहमंत्री विजय शर्मा, सांसद संतोष पांडेय सहित कई बड़े नेता, मंत्री और साहित्य जगत के लोग पहुंचे। गुरुवार को दिल का दौरा पडऩे से उनका निधन हो गया। मारवाड़ी श्मशान घाट में आज उनका अंतिम संस्कार किया गया।

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दुनिया को अपनी कविताओं से हंसाने वाले पद्मश्री सुरेंद्र दुबे पंचतत्व में विलीन, कुमार विश्वास ने दिया कंधा

एक डॉक्टर, जो कवि बन गया

8 अगस्त 1953 को छत्तीसगढ़ के बेमेतरा (तब दुर्ग जिले का हिस्सा) में जन्मे डॉ. सुरेन्द्र दुबे पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर थे। उनकी असली पहचान एक ऐसे कवि की थी, जिसकी कलम हंसी की चाशनी में लिपटी व्यंग्य की धार लिए चलती थी। जीवन के गंभीर पहलुओं को भी वे हल्के-फुल्के अंदाज़ में कह जाते, और श्रोताओं को हंसाते-हंसाते सोचने पर मजबूर कर देते थे।

उनकी रचनात्मक शैली ‘काका हाथरसी की परंपरा से जुड़ी थी, मगर उसमें छत्तीसगढ़ की मिट्टी की सोंधी महक और व्यक्तिगत अनुभवों की गर्माहट साफ झलकती थी। छत्तीसगढ़ी और हिंदी के मंचों पर उन्होंने हास्य कविता को नई पहचान दिलाई। उन्होंने पांच किताबें लिखीं, कई नाटक और टेलीविजन स्क्रिप्ट्स भी रचे।

11 देशों में किया कविता पाठ

1980 में वे पहली बार अमेरिका गए। इसके बाद 11 देशों और अमेरिका के 52 शहरों में उन्होंने कविता पाठ किया। उनकी कविताएं ‘दु के पहाड़ा ल चार बार पढ़, ‘टाइगर अभी जिंदा है, ‘मोदी के आने से फर्क पड़ा है आम बोलचाल में भी दोहराई जाने लगीं। अयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के समय उन्होंने कविता लिखी “पांच अगस्त का सूरज राघव को लाने वाला है, राम भक्त जयघोष करो मंदिर बनने वाला है, जो खूब चर्चित हुई। 2010 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया। इससे पहले 2008 में उन्हें काका हाथरसी हास्य रत्न पुरस्कार मिला था।

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CG Prime News@रायपुर.Chhattisgarh’s famous humor poet Padmashree Dr. Surendra Dubey passed away छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे का गुरुवार को निधन हो गया है। हार्टअटैक से उनके निधन की खबर है। एसीआई में उपचार के दौरान उनका निधन हुआ है। परिवार के करीबी लोगों ने उनके निधन की पुष्टि की है। पद्मश्री सुरेंद्र दुबे न सिर्फ छत्तीसगढ़ के कवि थे बल्कि वे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े कवि के रूप में भी जाने जाते थे।

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छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे का निधन, मौत पर हास्य अंदाज में लिखी कविता लोगों की जुबान पर…

हार्ट अटैक से निधन की सूचना

मिली जानकारी के अनुसार दो दिन पहले ही सुरेंद्र दुबे को हार्टअटैक आया था, जिसके बाद उन्हे उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। सुरेंद्र दुबे की निधन की खबर के बाद रायपुर कलेक्टर मेकाहारा के एसीआई सेंटर पहुंचे हैं। मंत्री ओपी चौधरी में एसीआई सेंटर पहुंचे हैं।

कई किताबें लिखी

सुरेंद्र दुबे हास्य कविताओं के व्यंग्यवादी लेखक एवं कवि रहे हैं। वह पेशे से एक आयुर्वेदिक चिकित्सक भी थे। दुबे का जन्म 8 जनवरी 1953 को छत्तीसगढ़ में दुर्ग संभाग के बेमेतरा में हुआ था। उन्होंने कई किताबें भी लिखी। वह कई मंचों और टेलीविजन शो पर दिखाई देते रहे हैं। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2010 में, देश के चौथे उच्चतम भारतीय नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह 2008 में काका हाथ्री से हास्य रत्न पुरस्कार भी प्राप्त किए थे।

अपनी मौत की अफवाह पर लिखी थी कविता

मेरे दरवाजे पर लोग आ गए।

यह कहते हुए की दुबे जी निपट गे भैया

बहुत हंसात रिहीस

मैं निकला बोला- अरे चुप यह हास्य का कोकड़ा है ठहाके का परिंदा है।

टेंशन में मत रहना बाबू टाइगर अभी जिंदा है।

मेरी पत्नी को एक आदमी ने फोन किया वो बोला- दुबे जी निपट गे,

मेरी पत्नी बोली ऐसे हमारे भाग्य कहां है

रात को आए हैं पनीर खाए हैं पिज्जा उनका पसंदीदा है

टेंशन में तो मैं हूं कि टाइगर अभी जिंदा है।

एक आदमी उदास दिखा मैंने पूछा तो बोला मरघट की लकड़ी वाला हूं

बोला वहां की लकड़ी वापस नहीं हो सकती आपको तो मरना पड़ेगा

नहीं तो मेरे ₹1600 का नुकसान हो जाएगा

मैंने कहा- अरे टेंशन में मत रह पगले टाइगर अभी जिंदा है।

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CG Prime News@दुर्ग. अंजुमन इसलाहुल मुस्लिमीन कमेटी द्वारा हर साल की तरह इस साल भी 10 रोज जलसा (तकरीर ) का कार्यम आयोजित किया जा रहा है। जो 27जून शुक्रवार से शुरू होगा और 6 जुलाई रविवार को समापन होगा। अंजुमन के जुनैद लाल आजमी ने बताया कि पिछले 59 वर्ष से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस साल 60 वां वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।

27 से 6 जुलाई तक होगी तकरीर

इस साल भी जलसा (तकरीर ) का कार्यक्रम 10 रोज तक मनाया जाएगा। जिसमें प्रमुख रूप से हजरत मौलाना मुफ्ती जाकिर हुसैन नईमी साहब मुरादाबाद उत्तर प्रदेश से आ रहे है। जो 1 मोहर्रम से यानी 27 जून से 10 मोहर्रम 6 जुलाई तक तकरीर (प्रवचन) करेंगे। साथ ही साथ पैगम्बर साहब के वंशज औलादें अली हुजूर ताजुल औलिया हजरत सैय्यद मोहम्मद पीर जलालुद्दीन अशरफ अशरफी उल जिलानी कीछोछा शरीफ आंबेडकर नगर उत्तर प्रदेश से वे भी आ रहे है। जो 9 मोहर्रम 5 जुलाई और 10 मोहर्रम 6 जुलाई को तकरीर (प्रवचन) करेंगे।

महिलाओं के लिए की बैठने की अलग व्यवस्था

हजरत सैय्यद साहब को सिर्फ मुस्लिम समाज के नहीं बल्कि सभी समाज के लोग मानते है। अपनी-अपनी श्रद्धा पेश करते है। सैय्यद मोहम्मद साहब के आने से दुर्ग शहर में एक खुशी की लहर दौड़ रही है। काफी वक्त के बाद सैय्यद साहब इस कार्यक्रम के उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में महिलाओं के लिए खास बैठने का इंतज़ाम किया गया है।

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CG Prime News@दुर्ग. पुरी जगन्नाथ ( Puri Jagannath Rath Yatra 2025) में हर साल होने वाले भव्य रथयात्रा महोत्सव में छत्तीसगढ़ के यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे (Railway) ने पांच फेरों में रथ यात्रा स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। रायपुर रेल मंडल के पीआरो ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री जगन्नाथ जी के दर्शन के लिए यात्रियों की सुविधा के लिए 5 फेरों के लिए गोंदिया – खुरदा रोड- गोंदिया के बीच रथ यात्रा स्पेशल ट्रेन की सुविधा 26 जून से 7 जुलाई तक दी जा रही है। इस साल 27 जून को रथ यात्रा मनाया जाएगा।

यह स्पेशल ट्रेन चलेगी रथ यात्रा के लिए

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार गाड़ी संख्या 08893 गोंदिया खुरदा रोड रथ यात्रा स्पेशल दिनांक 26, 28 30 जून, 2 और 5 जुलाई को गोंदिया से 13:30 बजे रवाना होकर 14:30 बजे डोंगरगढ़, 15:00 बजे राजनंदगांव, 15.58 बजे दुर्ग, 17.05 बजे रायपुर, 18:55 बजे मंदिर हसौद होते हुए अगले दिन 08.45 बजे खुरदा रोड पहुंचेगी ।

गाड़ी संख्या 08894 खुरदा रोड गोंदिया रथ यात्रा स्पेशल खुर्दा से दिनांक 28, 29 जून एवं 1,3,7 जुलाई को खुरदा रोड से 11:00 बजे रवाना होकर मंदिर हसौद 22:30 बजे, रायपुर अगले दिन 1:00 बजे, दुर्ग 1.58 बजे, राजनांदगांव 02.23 बजे, डोंगरगढ़ 02.48 बजे, गोंदिया, सुबह 4:15 पहुंचेगी। यह ट्रेन 18 कोच के साथ चलेगी इस गाड़ी में 02 कोच एसी- 2, 01 कोच एसी -3, 07 कोच स्लीपर, 06 कोच सामान्य श्रेणी, 02 कोच एसएलआर रहेंगे।

इन स्टेशनों में रूकेगी ट्रेन

मिली जानकारी के अनुसार इस ट्रेन के कामर्शियल स्टापेज गोंदिया, डोंगरगढ़, राजनंदगांव रायपुर, मंदिर हसौद, महासमुंद, बागबहरा, खरीयार रोड, नवापारा रोड, हरीशंकर रोड, कांटाभंजी, टीटलागढ़, बढ़मल, बलांगीर, लुईसिंगा, डूंगरीपाली, बरपाली, बरगढ़ रोड, संबलपुर, रेराखोल, बोविंडा, केरेजंगा, अंगुल तालचेर रोड, ढेंकनाल, भुवनेश्वर खुरदा रोड स्टेशनों पर दिए गए हैं ।

रथ यात्रा का महत्व

ऐसा माना जाता है कि रथ यात्रा में शामिल होने या इसका साक्षात दर्शन करने से हजार यज्ञों के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। और भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है। पुरी का जगन्नाथ मंदिर चार धामों में से एक है और यह यात्रा भक्तों को मोक्ष की ओर ले जाने वाली मानी जाती है।

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CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले के ग्राम निकुम में 19 से 23 जून तक होने वाले शिव महापुराण कथा के लिए पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी और अलग-अलग जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रूट मैप जारी किया है। वहीं 19 से 23 जून तक संपूर्ण कथा क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रखा गया है। अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा (सिहोर वाले) (pandit pradeep mishra sihor) का शिव महापुराण कथा का आयोजन निकुम ग्राम के मुख्य मार्ग से लगे हुए मासाभाठ में किया जा रहा है। pandit pradeep mishra shiv mahapuran katha in durg

माल वाहकों का प्रयोग न करने की अपील

पुलिस ने बताया कि सामान्य दिनों में इस मार्ग में यातायात सामान्य रहता है। शिव महापुराण कथा के दौरान लाखों की भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा श्रद्धालुओं के सुगमता और सुरक्षित यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दुर्ग, बालोद, राजनांदगांव, धमतरी शहर की ओर से कथा स्थल तक आने-जाने के लिए अलग-अलग मार्ग, पार्किंग प्लान तैयार किया गया है। वहीं पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि कथा सुनने आने के लिए माल वाहक वाहनों का प्रयोग न करें। यह बेहद खतरनाक है।

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निकुम में पं. प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण कथा के लिए पुलिस ने जारी किया ट्रैफिक एडवाइजरी, जाम से बचने इन मार्गों का करें प्रयोग

इन रूट और पार्किंग का करे इस्तेमाल

1. दुर्ग शहर, कवर्धा, बेमेतरा, रायपुर की ओर से आने वाले वाहन चालकों के लिए मार्ग एवं पार्किंग

पुलगांव चौक-कोनारी मोड-भरदा-शिवनाथ नदी पुल-ग्राम आलबरस- ग्राम रूदा-ग्राम भोथली-तिरगा-गोडेला चौक-पार्किग स्थल खुरसुल मे वाहन खड़ा कर पैदल कथा स्थल पहुंचेगे।

2- राजनांदगांव, खैरागढ़ की ओर से आने वाले वाहन चालकों के लिए मार्ग एवं पार्किंग

अंजोरा-बिरेझर-खाडा-रूदा-भोथली-तिरगा-खुर्सीपार-गोडेलाचौक पार्किंग स्थल खुरसुल में वाहन खडा कर पैदल कथा स्थल पहुंचेंगे।

3. राजनांदगांव, कवर्धा, की ओर से आने वाले वाहन चालकों के लिए मार्ग एवं पार्किंग

सोमनी-ईरा गांव-झोला-तिरगा-गोडेला चौक- पार्किग स्थल खुरसुल में वाहन खड़ा कर पैदल कथा स्थल पहुंचेंगे।

4. बालोद, धमतरी, अर्जन्दा, की ओर से आने वाले वाहन चालको के लिए मार्ग एवं पार्किंग

अर्जुन्दा-डुडिया चौक-मोहदीपाट-गोडेला तिराहा-पार्किग स्थल खुरसुल में वाहन खडा कर पैदल कथा स्थल पहुंचेंगे।

5. रायपुर, धमतरी, पाटन, उतई की ओर से आने वाले वाहन चालकों के लिए मार्ग एवं पार्किंग

अण्डा अटल चौक-चिंगरी-अछोटी-आलबरस-खाडा-रूदा-भोथली-गोडेला तिराहा-पार्किंग स्थल खुरसुल में वाहन खडा कर पैदल कथा स्थल पहुंचेगे।

6. बालोद, धमतरी, गुण्डरदेही, अर्जुन्दा की ओर से आने वाले वाहन चालकों के लिए मार्ग एवं पार्किंग

अर्जुन्दा-ओडार सकरी-चिचा-भिलाई-खुरसुल-पार्किंग स्थल खुरसुल में वाहन खडा कर पैदल कथा स्थल पहुंचेगे।

7. VVIP रूट/पार्किंग स्थल

अण्डा बस स्टेण्ड-विनायपुर-आमटी तिराहा-भिलाई-VVIP पार्किंग कथा स्थल के बंगल में।

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सुपेला थाने में युवती ने की शिकायत, हिरासत में आरोपी सिद्ध गुरु

दुर्ग। भिलाई जुनवानी की एक लेखा अधिकारी ने खुद को एक तथाकथित ‘सिद्ध गुरु’ (Siddha Pandit) के झांसे में आ गई। आरोपी सिद्ध गुरु ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर 36 लाख 66 हजार रुपए की ठगी और मकान हड़प ली। पुलिस ने पीड़िता लेखा अधिकारी पल्लवी जायसवाल की शिकायत पर आरोपी कुलदीप पंडित के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज की। पुलिस ने बिना देरी किए आरोपी के भागने से पहले उसे हिरासत में ले लिया। (Fraud of Rs 36 lakh in the name of Siddha Pandit, threat to usurp the house)

सुपेला थाना टीआई विजय यादव ने बताया कि जुनवानी सीएचपीएल शिखर अपार्टमेंट निवासी लेखा अधिकारी पल्लवी जायसवाल ने शिकायत की है कि वर्ष 2022 में नेहरू नगर स्थित कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी परिचय मिश्रा के माध्यम से उनकी मुलाकात कथित ‘सिद्ध गुरु’ हरियाणा रोहतक निवासी आरोपी कुलदीप से हुई थी। कुलदीप ने उनकी कुंडली देखकर ग्रह दोष का डर दिखाते हुए महापूजन कराने की सलाह दी और जीवन को संकट में बताकर डराने लगा। तब पीड़िता ने जनवरी 2023 से अप्रैल 2025 तक 36 लाख 66 हजार रुपए आरोपी के बताए बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। आरोप है कि यह रकम उन्हें पूजा-पाठ और ग्रह शांति के नाम पर ठगी गई।

तंत्र विद्या से जान से मारने की धमकी

टीआई को पीड़िता ने यह भी बताया कि उन्होंने बैंक से लोन लेकर भी रकम दी थी। अब उक्त कुलदीप उनका मकान भी अपने नाम पंजीकृत कराने के लिए धमका रहा है और मना करने पर तंत्र विद्या से जान से मारने की धमकी देता है। आरोपी फिलहाल नेहरू नगर स्थित मंदिर के पीछे रह रहा है और हाल ही में आवेदिका के अपार्टमेंट आकर दरवाजा भी खटखटा चुका है, जिसकी पुष्टि सुरक्षा गार्ड ने भी की है।

डरा कर मकान को गिरवी रखाने किया प्रयास

टीआई ने बताया कि इतना ही नहीं, आरोपी का एक चेला भी लगातार फोन कर मकान और रकम देने का दबाव बना रहा है। पीड़िता ने कहा कि कुलदीप ने उनके जीवन भर की कमाई छल से हड़प ली है और अब उनकी जान को भी खतरा है। मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

हजारों की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग शामिल हुए

भिलाई। अक्षय तृतीया पर बुधवार को परशुराम सेवा समिति के तत्वावधान में खुर्सीपार स्थित आईटीआई के पीछे भगवान परशुराम जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गत वर्ष स्थापित भगवान परशुराम की विशाल प्रतिमा के समक्ष सकल ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।(The duty of Brahmins is to connect the society with education – Former Assembly Speaker Prem Prakash Pandey)

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडे उपस्थित रहे, अध्यक्षता छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे ने की। विशिष्ट अतिथियों में शंकराचार्य एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन आई.पी. मिश्र और शकुंतला ग्रुप ऑफ स्कूल्स के संचालक संजय ओझा शामिल हुए।

ब्राह्मण समाज को दिशा दे

मुख्य अतिथि संतोष पांडे ने अपने संबोधन में समाज को एकजुट रहकर सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए निरंतर कार्य करने का आह्वान किया। प्रेम प्रकाश पांडे ने कहा कि ब्राह्मण समाज का कर्तव्य है कि वह समाज को दिशा दे और शिक्षा से जोड़े।

समिति के संयोजक पीयूष मिश्रा द्वारा अतिथियों को शाल और श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने भगवान परशुराम के जीवन, कार्यों और आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए उन्हें संपूर्ण सनातन धर्म का ध्वजवाहक बताया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परशुराम  ने केवल अत्याचारी और अन्यायी शासकों का संहार किया, न कि धर्मपरायण क्षत्रियों का।

समाज में एक जुटता जरूरी

सरयूपारी ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ मिश्रा और संजय ओझा ने समाज की एकता और शिक्षा पर जोर दिया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विजय शर्मा, रामलखन मिश्र, संतोष दीक्षित, सुरेंद्र दुबे, अभिषेक मिश्रा, मनीष पांडे, हेमंत नाइक सहित अनेक ब्राह्मण संगठनों के पदाधिकारी, युवा एवं उपस्थित रहे।

कॉलोनी की सुरक्षा व्यवस्था पर दिया जाएगा जोर

भिलाई. आम्रपाली कॉलोनी (Amrapali Colony) के क्लब हाउस में रविवार को आयोजित आम सभा में सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इस अवसर पर कॉलोनीवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सामूहिक सहमति से पदाधिकारियों का चयन किया।

(New executive committee formed in Amrapali Colony, Surjit Singh Saini becomes president)

नवगठित कार्यकारिणी में सुरजीत सिंह सैनी को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। महासचिव के रूप में राकेश अग्रवाल को चुना गया, जबकि कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व जसवंत सिंह सैनी को सौंपा गया। कॉलोनी की गतिविधियों की जानकारी और समन्वय हेतु डॉ. नंद अग्रवाल को प्रवक्ता बनाया गया है।

संरक्षक मंडल में महादेव बंसल, चमनलाल बंसल, राम सिंह, राकेश गोयल, राजू बघेल, पुरुषोत्तम अग्रवाल एवं राजकुमार गोयल को शामिल किया गया। इनके अनुभव और मार्गदर्शन से कार्यकारिणी को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

उपाध्यक्ष के रूप में रजनीकांत अग्रवाल, हरनेक सिंह, राजू भोजक एवं सोमनाथ मिश्रा को चुना गया है। कॉलोनी की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी इंद्रजीत सिंह सैनी और रोहन अग्रवाल को दी गई है। वित्तीय प्रबंधन हेतु निर्मल सिंह को कोषाध्यक्ष और रवि सोनी को सह-कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं, सह-सचिव के रूप में राकेश मिश्रा और सुश्री रितिका दास को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

यह रहे कार्यकारिणी सदस्यों में शामिल

कार्यकारिणी सदस्यों में प्रमोद ग्रोवर, चंद्रिका तिवारी, शीतल गोदवानी, रोहित केसरवानी, महेश्वर गोंडा, परमिंदर सिंह, राजा राव, विजय घोडके, पारस यादव, योगेश ठाकुर, महेंद्र यादव, बलविंदर सिंह, जितेंद्र बैठा और नर्सिंग अग्रवाल शामिल हैं।

निर्वाचित कार्यकारिणी का कार्यकाल आगामी तीन वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है। यह कार्यकारिणी कॉलोनी के विकास और हितों की रक्षा हेतु समय-समय पर बैठकें कर आवश्यक निर्णय लेगी। कॉलोनीवासियों ने नवगठित कार्यकारिणी का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया।

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@दाक्षी साहू राव

CG Prime News@भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक ऐसा अनोखा देवी मंदिर है, जहां पिछले 15 सालों से दोनों नवरात्रि (navratri 2025) पर्व में भारतीय सेना (Indian Army) के लाखों जवानों के नाम एक अखंड ज्योति कलश प्रज्जवलित किया जाता है। भिलाई के मरोदा टैंक रिसाली स्थित मां कल्याणी शीतला मंदिर में हर बार की तरह इस बार भी चैत्र नवरात्रि में भारतीय सेना के जवानों की सुरक्षा के लिए अखंड ज्योत जलाई गई है। नवरात्रि के नौ दिनों तक यह जोत जलती है। जिसके बाद नवमीं के दिन इसका विसर्जन कर दिया जाता है। आस्था के साथ देशभक्ति के इस अनूठे संगम को देखकर मंदिर में आने वाले श्रद्धालु भी सेना के जवानों की सलामती की प्रार्थना माता से करते हैं।

जवानों से मिली प्रेरणा

मां कल्याणी शीतला मंदिर समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र शेंडे ने सीजी प्राइम न्यूज को बताया कि मरोदा टैंक बस्ती के युवक बड़ी संख्या में भारतीय सेना का हिस्सा बनकर देश की रक्षा में तैनात है। उनकी देशभक्ति को देखकर मंदिर समिति ने एक पहल करते हुए जवानों की सुरक्षा और उनके परिवार के सुख, शांति समृद्धि के लिए जोत जलाने का फैसला किया। तब से लेकर आज तक दोनों नवरात्रि में यहां इंडियन आर्मी के जवानों के नाम अखंड जोत जलाया जाता है।

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छत्तीसगढ़ का अनोखा मंदिर, भारतीय सेना के जवानों के नाम नवरात्रि में जलती है यहां अखंड जोत

आर्मी के रिटायर्ड जवान करते हैं सेवा

मां कल्याणी शीतला मंदिर में भारतीय सेना के रिटायर्ड जवान धर्मेंद्र कुमार नवरात्रि में नौ दिनों तक मां शीतला की सेवा करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका बचपन यहीं मरोदा टैंक में बीता है। ऐसे में मां शीतला के प्रति बचपन से ही अटूट आस्था है। जब भी छुट्टी में घर आता तो यहां जरूर आता था। सेना के जवानों की सलामती के लिए मंदिर में हर साल अखंड जोत जलाया जाता है। ऐसे में मां शीतला की सेवा और अखंड जोत की सुरक्षा में नवरात्रि के नौ दिन नि:स्वार्थ भाव से मैं मंदिर में ही सेवा करता हूं। फौजी अपना घर-परिवार छोड़कर देश की सीमाओं में जान की बाजी लगाकर तैनात रहते हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए हम नवरात्रि में नौ दिनों तक मां से प्रार्थना करते हैं। ताकि सेना के सभी जवानों का जीवन सुरक्षित रहे।

दूर-दूर से चुनरी चढ़ाने आते हैं भक्त

मां कल्याणी शीतला मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर में हर साल नवरात्रि में दूर-दूर से भक्त माता को चुनरी चढ़ाने के लिए आते हैं। वहीं शीतला की मिट्टी घर ले जाकर जिन्हें गलवा माता आता है उन्हें लगाते हैं। दोनों नवरात्र पक्षों में यहां पंचमी और अष्टमी को मां की महाआरती और विशेष पूजा की जाती है। हर साल बड़ी संख्या में भक्त यहां मनोकामना ज्योति कलश भी प्रज्जवलित करवाते हैं। इस साल 1453 ज्योति कलश जलाए गए हैं। जिनमें एक माता रानी और एक हनुमान जी के नाम से भी अखंड जोत जलाई गई है।

 

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CG Prime News@भिलाई. 30 मार्च से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) में देवी भक्तों के लिए रेलवे (Railway) ने बड़ी राहत दी है। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध डोगरगढ़ मंदिर दर्शन (maa bamleshwari temple) के लिए 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज दिया गया है। मां बम्लेश्वरी देवी दर्शन के लिए हर साल दोनों नवरात्र बड़ी संख्या में श्रद्धालु डोंगरगढ़ पहुंचते हैं। इसके तहत 30 मार्च से 6 अप्रैल तक 10 ट्रेनें डोंगरगढ़ स्टेशन में रुकेंगी। इसमें लंबी दूरी की गाडिय़ां भी शामिल हैं।

इन गाडिय़ों का किया विस्तार

68742 / 68741 गोंदिया-दुर्ग मेमू पैसेंजर को रायपुर तक।
68729/ 68730 रायपुर-डोंगरगढ मेमू पैसेंजर को गोंदिया तक।
08709/08710 डोंगरगढ-दुर्ग मेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।
08701/08702 दुर्ग-रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।

लगता है डोंगरगढ़ में मेला

दरअसल, इस बार चैत्र नवरात्र पर्व 30 मार्च से शुरू हो रहा है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी डोंगरगढ़ में नवरात्र पर्व पर मेले का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। साथ ही डोंगरगढ़ स्टेशन में यात्रियों का दबाव भी बढ़ जाता है। ऐसे में रेलवे प्रशासन देवी दर्शन और मेला जाने वाले श्रद्धालुओं को अतिरिक्त सुविधा देने का आदेश दिया है।

दुर्ग-हटिया स्पेशल ट्रेन 27 जून तक

नवरात्रि में रेल यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन के द्वारा दुर्ग-हटिया के मध्य चल रही स्पेशल ट्रेन के परिचालन में विस्तार किया गया है। अब यह स्पेशल ट्रेन 27 जून तक चलेगी। पहले इसे 28 मार्च तक चलाने का निर्णय लिया गया था। 08185 हटिया-दुर्ग द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन एक अप्रैल से 26 जून और 08186 दुर्ग-हटिया द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन दो अप्रैल से 27 जून तक चलेगी।

लाखों भक्त आते हैं मन्नत लेकर

डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर में हर साल दोनों नवरात्रि में लाखों भक्त अपनी मन्नत लेकर मां के दर्शन करने पहुंचते हैं। इनमें छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र के भक्त भी शामिल हैं। नौ दिनों तक यहां भव्य मेला लगता है। इसके साथ ही मां के मंदिर परिसर में हर साल हजारों मनोकामना ज्योति कलश जलाए जाते हैं।