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रायगढ़। Agniveer बोईरदादर स्टेडियम में जारी अग्निवीर भर्ती रैली के संबंध में, सेना के आयोजको के माध्यम से प्राप्त प्राथमिक जानकारी अनुसार मनोज कुमार साहू, पिता अनिल कुमार साहू, उम्र 20 वर्ष, पता-ग्राम-खोरपा, ब्लॉक / तहसील – अभनपुर, जिला-रायपुर (छ.ग.) द्वारा, आर्मी भर्ती केन्द्र स्टेडियम रायगढ़ में प्रथम स्टेज 1600 मी. की दौड़ सफलता पूर्वक पूर्ण किया। प्रथम चरण पूर्ण करने के तत्काल बाद अगले चरण में बायोमेट्रिक लगाने से पहले अचानक, मैदान में गिर गया।

Agniveer रेफर करना पड़ गया

अभ्यर्थी को तत्काल स्टेडियम में मौजूद जिला स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल टीम के द्वारा मौके पर ही जांच किया गया।  जिसमें मौके पर मौजुद चिकित्सको द्वारा प्रारंभिक जांच के बाद पाया गया कि अभ्यर्थी को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। अभ्यर्थी का SPO2 ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल लगातार कम हो रहा था, जिसके कारण अभ्यर्थी सचेत डिसओरीयेंटेड पाया गया। उसे तत्काल मेडिकल ऑक्सीजन प्रदाय के साथ प्राथमिक चिकित्सा प्रदाय करते हुए एम्बुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय, रायगढ़ रिफर किया गया।

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नहीं ले पाया आखिरी सांस

जहां अभ्यर्थी बेहोश अवस्था में लाया गया जिसे इनक्यूबेटर एवं स्टेबल करते हुए हायर सेंटर मेडिकल कॉलेज, रायगढ़ भेजा गया। Agniveer रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के विशषज्ञो की टीम के द्वारा समुचित ईलाज किया गया। परंतु अभ्यर्थी की स्थिति अति गंभीर होने के कारण मृत्यु हो गई। परिजनो के कथनानुसार एवं चिकित्सको के जांच अनुसार यह पाया गया कि, अभ्यर्थी मनोज कुमाार साहू पूर्व से सिकलसेल बीमारी से ग्रसित था।

रायपुर। School holidays दिसंबर के महीने में स्कूली बच्चों की मौज ही मौज होने वाली है। हालांकि इस महीने सार्वजनिक अवकाश की लिस्ट लंबी नहीं हैं, लेकिन दिसंबर में शीतकालीन की छुट्टी मिलने वाली है। जानकर खुशी होगी कि निजी और सरकारी स्कूली बच्चों की छुट्टी 6 दिन नहीं बल्कि 8 दिन की होने वाली है। शीतकालीन छुट्टी का लाभ प्रदेश के बीएड-डीएड कॉलेजों के स्टूडेंट्स को भी मिलेगी।

दिसंबर आखिर में मिलेगी School holidays

छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूलों की छुट्टी दो महीने पहले ही कर दी थी। वहीं अब तारीख नजदीक आते ही इस पर अमल किया जा रहा है। दशहरा, दिवाली में बच्चों को लंबी छुट्टी मिलने के बाद अब शीतकालीन छुट्टी का समय आ गया है। यह छुट्टी दिसंबर के आखिरी सप्ताह में घोषित है। ऐसे में आप अपने बच्चों के साथ साल के आखिरी दिनों में घूमने का प्लान बनाकर छुट्टी को यादगार बना सकते हैं।

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मिल रही अतिरिक्त छुट्टी

स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों और बीएड-डीएड कॉलेजों में 2024-25 शिक्षा सत्र के लिए छुट्टियों का ऐलान किया है। जिसके तहत दिसंबर में शीतकालीन छुट्टी स्कूली बच्चों और छात्राओं को मिलेगी। जारी आदेश के अनुसार 23 से 28 दिसंबर तक शीतकालीन छुट्टी रहेगी। इस बीच 24 और 29 को रविवार के चलते बच्चों को दो दिन अतिरिक्त छुट्टी मिल रही है।

इस तरह है छुट्टियां

बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग ने 2024-25 शिक्षा सत्र के लिए 64 दिनों की छुट्टी की घोषणा की है। इनमें दशहरा में 7 से 12 अक्टूबर तक, दीपावली में 28 अक्टूबर से 2 नवंबर तक, शीतकालीन अवकाश 23 से 28 दिसंबर तक और ग्रीष्माकालीन अवकाश 1 मई से 15 जून तक कुल 46 दिन का अवकाश घोषित किया गया है। इस प्रकार कुल मिलाकर 64 दिन का अवकाश घोषित किया गया है। वहीं अब तारीख नजदीक आते ही अमल किया जा रहा है।

cg psc 2023

CG Prime News@रायपुर. CGPSC 2023 Topper कहते हैं कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता बस अपना लक्ष्य और हौसले ऊंचे होने चाहिए। इस बात को रायपुर के शैलेंद्र कुमार बांधे ने सच साबित कर दिया है। माइनिंग इंजीनियरिंग में बीटेक होने के बावजूद उन्होंने परिवार को आर्थिक सहयोग करने के लिए चपरासी की नौकरी की। कड़ी मेहनत का ही फल है जिस छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CG PSC) के जिस ऑफिस में वे अफसरों की टेबल कुर्सी पोछा करते थे आज वहीं से खुद एक सरकारी अफसर बनकर निकले हैं। ये फिल्मों जैसी असल जिंदगी की कहानी है। शैलेंद्र ने सीजी पीएससी 2023 पास किया है। अब उन्हें असिस्टेंट कमिश्नर (स्टेट टैक्स डिपोर्टमेंट) के रूम में नियुक्ति मिली है। उन्होंंने अपने पांचवे प्रयास में यह सफलता हासिल की है।

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चपरासी की परीक्षा पासकर बने प्यून

शैलेंद्र ने अपनी सफलता के बाद इंटरव्यू में बताया कि रायपुर के बीरगांव में उनका घर है। 2019 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) रायपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। बचपन से उनका सपना अधिकारी बनने का था। इसलिए हर वर्ष बिना रुके पीएससी की परीक्षा दे रहा था। इस बीच परिवार का सहयोग करने का दबाव आने लगा। उन्हें लगा कि मुझे आर्थिक रूप से निर्भर होना जरूरी है। इसलिए 2022 में चपरासी के लिए आवेदन कर दिया। परीक्षा पास होने के बाद उन्हें 27 मई, 2024 को नियुक्ति मिल गई।

सात महीने से कर रहे चपरासी की नौकरी

पिछले सात माह से लोकसेवा आयोग के कार्यालय में ही चपरासी के रूप में कार्यरत है। यहां वे अधिकारियों की टेबल साफ करने, फाइल पहुंचाने का काम करते आ रहे हैं, लेकिन कभी निराश नहीं हुए। पांचवें प्रयास में उन्हें बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि दोबारा परीक्षा दूंगा, लेकिन डिप्टी कलेक्टर बनने तक नहीं रुकूंगा। वे बताते हैं कि वर्ष 2019 में पहली बार राज्य पीएससी में शामिल हुए थे, लेकिन सफल नहीं हुए। मुख्य परीक्षा तक पहुंच गए, लेकिन सफल नहीं हुए। 2021 में उन्होंने मंडी निरीक्षक की परीक्षा दी थी। यहां दो-तीन नंबर से उन्हें निराशा मिली। अगले वर्ष 2022 में उन्हें पीएससी में 306वीं रैंक मिली थी। फिर नए सिरे से तैयारी शुरू की। इस बार उन्हें सफलता मिल गई।

छह अंक से चूके डिप्टी कलेक्टर के लिए

असिस्टेंट कमिश्नर बनकर प्रफुल्लित शैलेंद्र ने बताया कि इस बार वे छह अंक से चूक गए वर्ना डिप्टी कलेक्टर बन जाते। उन्होंने कहा कि अगली बार फिर प्रयास करूंगा। साक्षात्कार के बारे में उन्होंने बताया कि मुझसे संविधान, आंबेडकर, सतनाम पंथ, छत्तीसगढ़ी कविता आदि के बारे में सवाल पूछे गए थे।

collector jan darshan in Durg

CG Prime News@दुर्ग. कलेक्टर जनदर्शन (collector jan darshan) में सोमवार को एक कॉलेज की छात्रा पहुंची। उसने अधिकारियों से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि उसके गांव से कॉलेज काफी दूर है। वह रोज अपनी क्लास मिस कर देती है। अगर उसे सरकारी हॉस्टल में एडमिशन मिल जाए तो अपनी पढ़ाई अच्छे से कर पाएगी। इस पर कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम अरविंद एक्का ने जनदर्शन में उसकी शिकायत को सुनते हुए आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया।

सोमवार को जनदर्शन में 130 लोग आवेदन लेकर पहुंचे थे। एडीएम ने सभी लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने सभी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। डिप्टी कलेक्टर हितेश पिस्दा भी जनदर्शन में मौजूद थे।

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किसान भी पहुंचा जनदर्शन में

ग्राम रेंगा कठेरा निवासी कृषक ने धान विक्रय हेतु पंजीयन कराने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि ऋण पुस्तिका में त्रुटि सुधार किया गया है। जिसके कारण पंजीयन कराने में विलम्ब हो गया। धान की फसल विक्रय करने के लिए पंजीयन दर्ज कर टोकन दिलाने गुहार लगाई। इस पर एडीएम ने तहसीलदार पाटन को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।

यह थी छात्रा की समस्या

कोडिय़ा निवासी छात्रा ने शिक्षा प्रदान करने आदिम जाति विभाग द्वारा संचालित विज्ञान विकास केन्द्र के छात्रावास में प्रवेश दिलाने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि वह शासकीय विश्वनाथ यादव राव तामस्कर कामर्स एवं कला महाविद्यालय में अध्यनरत है। गांव महाविद्यालय से 25 किलोमीटर दूरी पर है। सुबह की क्लास होने के कारण बस की सुविधा नहीं मिल पाती। आर्थिक स्थिति भी इतनी अच्छी नहीं है कि वह गाड़ी खरीद सके। इस पर एडीएम ने आदिम जाति विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

आबादी क्षेत्र में पशुपालन

वार्ड-34 भिलाई वार्डवासियों ने आबादी क्षेत्र में किए जा रहे पशुपालन की शिकायत की। उन्होंने बताया कि मिलन चौक स्कूल के सामने घनी आबादी वाले क्षेत्र में गाय और बकरी पालन किया जा रहा है। जिससे यहां पर निवास करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थान पर सार्वजनिक कुंआ है, जिसका पानी रहवासियों द्वारा उपयोग में लाया जाता है। पशुपालन किए जाने के कारण गंदगी पूरा कुंए में चला जाता है। जिसके कारण पानी दूषित हो गया है। इस पर एडीएम ने पशुपालन विभाग को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।

गोबर खाद गड्ढा बंद करने की मांग

धमधा निवासी ने शासकीय घास जमीन में गोबर खाद गड्ढा को बंद करने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि वार्ड क्रमांक 10 में ओम सांई संस्कृत विद्यालय के बाजू में शासकीय भूमि आम रस्ता में गोबर खाद गढ्ढा बनाया गया है। जिससे उक्त खाद गढ्ढा के दुर्गन्ध से आस-पास के रहवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आम रास्ता से लगे होने के कारण गंभीर दुर्घटना होने की आशंका भी बनी रहती है। इस पर एडीएम ने संबंधित अधिकारी को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

cg board exam 2025

CG Prime News@रायपुर. बोर्ड क्लास में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खबर है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) ने 12 वीं और 10 वीं बोर्ड परीक्षाओं का टाइम टेबल जारी कर दिया है। सोमवार को जारी सीजी बोर्ड एग्जाम के टाइम टेबल के अनुसार इस बार बोर्ड परीक्षाएं 1 मार्च से 28 मार्च तक चलेगी। 12वीं बोर्ड की परीक्षा 1 मार्च से शुरू होकर 28 मार्च तक चलेंगी। वहीं 10वीं बोर्ड की परीक्षा 3 से 24 मार्च तक चलेगी। CG Board exam

जनवरी में होंगे प्रैक्टिकल एग्जाम
12वीं और 10वीं दोनों ही क्लास के प्रैक्टिकल एग्जाम जनवरी महीने में शुरू होंगे। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए 10 से 31 जनवरी की तारीख तय की है। प्रैक्टिकल परीक्षा में गैरहाजिर रहने वाले छात्रों को दोबारा परीक्षा के लिए विशेष अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी स्कूल प्रबंधन को भी निर्देशित किया गया है कि, वे सभी स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल कराएं। प्रैक्टिकल परीक्षा बाह्य परीक्षक की मौजूदगी में होगी। जिसकी नियुक्ति माध्यमिक शिक्षा मंडल ही करेगा।

5 मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा
इस बोर्ड परीक्षा (Board exam) में प्रश्न पत्र पढऩे के लिए 5 मिनट का अलग समय छात्रों को दिया गया है। स्टूडेंट्स 9.15 से उत्तरपुस्तिका में उत्तर लिखना शुरू करेंगे। परीक्षा का समय सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 12:15 बजे तक रखा गया है। जारी टाइम टेबल के मुताबिक सुबह 9 बजे स्टूडेंट एग्जाम हॉल में पहुंच जाएंगे। 9 बजकर 5 मिनट में आंसर-शीट दी जाएगी। 09.10 बजे प्रश्न पत्र मिलेगा।

दुर्ग. साइंस कॉलेज (Science College) दुर्ग में शुक्रवार को  रोमांचक पल देखने को मिला जब यहां प्राचार्य कक्ष (Principal Room) में महाविद्यालय के 1974 बैच के एमएससी प्राणीशास्त्र के भूतपूर्व विद्यार्थी आईसी मैसी बैठी हुई थीं। विभागाध्यक्ष डॉ. उषा साहू ने बताया कि मैसी ने 50 वर्ष पूर्व महाविद्यालय में किए गए अपने अध्ययन काल का स्मरण करते हुए प्राणीशास्त्र विभाग की प्राध्यापकों, रिसर्च स्केलर और विद्यार्थियों को रोचक प्रसंग सुनाए। प्राणीशास्त्र विभाग की प्रगति को देखकर मैसी प्रसन्न हुए।

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बताई कॉलेज की यादें

मैसी के प्राचार्य कक्ष में पहुंचने पर प्राचार्य डॉ. अजय सिंह, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. श्रीनिवास डी देशमुख और डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने मैसी का गरम जोशी से स्वागत किया। 1974 में महाविद्यालय की स्थिति एवं वर्तमान में महाविद्यालय की अद्योसंरचना, उन्नत प्रयोगशाला, उच्च कोटी के शोध कार्य, ए प्लस ग्रेड तथा वर्तमान में 7000 नियमित विद्यार्थियों, 150 शिक्षकों की उपलब्धता की जानकारी दी। यह जानकर भूतपूर्व छात्र मैसी की आंखे छलक आई। उन्होने अपने अध्ययन काल की यादों का प्राचार्य डॉ. अजय सिंह से उल्लेख किया।
                           
 

भिलाई . आईआईटी भिलाई में स्थापित में कल्चर, लैग्वेज एंड टे्रडिशन सेंटर का  उद्घाटन ९ दिसंबर को राज्यपाल रमेन डेका करेंगे। आईआईटी के डायरेक्टर प्रोफेसर  राजीव प्रकाश ने बताया कि, यह कार्यक्रम कैंपस के नालंदा हॉल में 11 बजे से शुरू होगा। सीसीएलटी की स्थापना सांस्कृतिक विरासत, स्वदेशी ज्ञान, लुप्तप्राय भाषाओं और सतत विकास पर अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए की गई है।

संस्थानों से हुए एमओयू

केंद्र भाषाई विविधता, सांस्कृतिक बहुलवाद, पारिस्थितिक ज्ञान और विशेष रूप से छत्तीसगढ़ और बड़े पैमाने पर भारत की सामूहिक स्मृति को अग्रभूमि पर लाने के लिए काम करेगा। छत्तीसगढ़ी बोली को देश-दुनिया तक पहुंचाने और इसके विकास के लिए यह सेंटर काम करेगा। लिबरल आर्ट्स विभाग के तत्वावधान में संचालित यह केंद्र उद्योग और ज्ञान भागीदारों के साथ-साथ शासन, नागरिक समाज और आम संगठनों के हितधारकों के सहयोग से संचालित होगा। अब तक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय चेम्निट्ज (जर्मनी), छत्तीसगढ़ राज्य लघु वन उपज सहकारी संघ लिमिटेड, छत्तीसगढ़ विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद, और फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी केंद्र के साथ इसमें एमओयू हुए हैं।

इस तरह है कार्यक्रम

इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के जनजात्य हस्तशिल्प की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी के साथ साझेदारी में केंद्र द्वारा आयोजित आवासीय शीतकालीन स्कूल कॉमनिंग द कॉमन्स भी लॉन्च इवेंट के बाद 9 दिसंबर को शुरू होगा।
                                     
      

दुर्ग . शिक्षा की मुख्य धारा से विमुख छात्र-छात्राओं को मुख्य धारा से जोडऩे के लिए शुरू किए गए छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल ने अब 10वीं (हाईस्कूल) और 12वीं (हायर सेकंडरी) की मुख्य,अवसर परीक्षाएं वर्ष में तीन बार हो रही है। इसी क्रम पहली परीक्षा मार्च-अप्रैल में आयोजित की जाएगी। तीन अवसर पर सामान्य क्रेडिट, आरटीडी और अवसर के परीक्षार्थी शामिल हो सकते हैं।

मार्च-अप्रैल 2025 में होने वाली पहली परीक्षा के लिए इसके लिए 2 दिसंबर से आवेदन मंगाए गए है। सामान्य शुल्क के साथ 15 जनवरी तक आवेदन करने का मौका है। वहीं, 1 से 5 जुलाई तक विलंब शुल्क 500 रुपए अतिरिक्त देकर आवेदन किया जा सकेगा। आवेदन ऑनलाइन पद्धति और अध्ययन केंद्रों के माध्यम से भरे जाएंगे। इस वर्ष सभी श्रेणी के शुल्क में ओपन स्कूल ने 25 फीसदी वृद्धि की है।

14 वर्ष उम्र होना अनिवार्य

ओपन स्कूल में 10वीं की परीक्षा में बैठने के लिए किसी प्रकार की शैक्षणिक योग्यता की जरूरत नहीं है। छात्र-छात्राओं की उम्र 14 वर्ष पूरी होनी चाहिए। क्रेडिट योजना में दूसरे बोर्ड में फेल 10वीं और 12वीं के छात्रों को दो उत्तीर्ण विषय के अंकों का क्रेडिट का लाभ दिया जाता है। आरटीडी के तहत छात्र 10वीं की परीक्षा होने के एक साल बाद छात्र 12वीं की परीक्षा में बैठ सकता है। लगातार परीक्षा देने के इच्छुक छात्रों को 10वीं पास होने के बाद अगले साल 4 विषयों में बैठने का मौका मिलेगा।

इनको मिलेगी आवेदन में छूट

फिर एक विषय की 12वीं की परीक्षा एक साल बाद देने का मौका रहेगा। वहीं, अपने परिणाम से असंतुष्ट या श्रेणी सुधार के लिए छात्र साल में किसी भी परीक्षा उसे दोबारा बैठने का मौका मिलता है। ओपन स्कूल के लिए फार्म भरने वाले अनुसूचित जाति, जनजाति, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिक, ट्रांसजेंडर्स को पंजीयन शुल्क में 25 प्रतिशत छूट दी जाएगी। वहीं, दिव्यांग परीक्षार्थियों को पंजीयन शुल्क में 50 प्रतिशत छूट मिलेगी।

भिलाई . हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2024-25 के बीए,बीएससी,बीकॉम,बीएससी गृह विज्ञान/बीबीए प्रथम सेमेस्टर (राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020) में नियमित छात्र-छात्राओं के लिए नामांकन आवेदन फार्म दोबारा से शुरू कर दिया गया है। गुरुवार से पोर्टल को खोल दिया गया है। ऑनलाइन आवेदन 11 दिसंबर तक जमा करने होंगे। हालांकि अभी आवेदन करने की स्थिति में छात्रों को विलंब शुल्क के 200 रुपए भी चुकाने होंगे।

छात्रों को यह आखिरी मौका

ऑनलाइन नामांकन की हार्डकॉपी 14 दिसंबर तक कॉलेज में जमा करनी होगी। इसके बाद कॉलेज 20 दिसंबर तक नामांकन की प्रक्रिया पूरी करेंगे। विश्वविद्यालय ने कहा है कि नामांकन करने का यह आखिरी मौका होगा। इसके बाद किसी भी परिस्थितियों में विद्यार्थी नामांकन का आवेदन नहीं कर पाएंगे। विश्वविद्यालय पोर्टल दोबारा शुरू नहीं करेगा।
                                       

भिलाई . इग्नू के जनवरी सत्र के प्रवेश २० दिसंबर से शुरू होंगे। इस सत्र में विद्यार्थी इग्नू द्वारा संचालित रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेगें। साइंस कॉलेज दुर्ग में स्थापित इग्नू सेंटर के मुख्य समन्वयक डॉ. अनिल कश्यप ने बताया कि इग्नू में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम प्रणाली लागू है। विश्व स्तरीय होने एवं नैक बंगलूरू द्वारा ए ग्रेड प्राप्त होने के कारण इग्नू दुर्ग विद्यार्थियों के लिए हमेशा पसंदीदा संस्थान बन हुआ है। अभी साइंस कॉलेज दुर्ग में एक हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं जो लगातार अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं।

इस तरह के कोर्स कर सकेंगे

सहायक समन्वयक डॉ. जीएस ठाकुर और डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि जनवरी सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए, बीलिब, बीएसडब्ल्यू और सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा स्तर पर पीजीडीडीएम, सीडीएम, पीजीसीजीआई और स्नातकोत्तर स्तर पर एमए, एमकॉम और एमएससी जियो इंफोमेटिक्स में प्रवेश ले सकते है। इग्नू दुर्ग में एमए की सुविधा हिन्दी, अंग्रेजी, इतिहास, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, भूगोल विषयों में उपलब्ध है। साइंस कॉलेज स्थित इग्नू सेंटर में 50 से अधिक कोर्स संचालित हो रहे हैं। अध्ययन केंद्र सप्ताह में चार दिन गुरूवार, शुक्रवार, शनिवार को शाम 5 से 7 बजे तक एवं रविवार को सुबह 10 से 12 बजे तक विद्यार्थियों के संपर्क के लिए खुला रहता है।
                                            

भिलाई . छत्तीसगढ़ में आए दिन हो रही साइबर ठगी की घटनाओं को रोकने अब आईआईटी भिलाई IIT Bhilai में तैयार हो रहा सॉफ्टवेयर मददगार साबित होगा। साइबर ठगी  के फोन कॉल, वॉट्सऐप कॉल, सोशल मीडिया एक्शन जैसी तमाम गतिविधि जल्द ही इस विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए फील्टर हो सकेगी। साइबर ठगों द्वारा उपयोग हो रहे मोबाइल नंबर से लेकर डिजिटल कॉल तक सबकुछ पुलिस की नजर से होकर के गुजरेगा। दरअसल, IIT Bhilai का यह सॉफ्टवेयर साइबर अपराध के पैटर्न का एनालिसिस करेगा।

यह सॉफ्टवेयर यह भी बता देगा कि दो लोगों के बीच हो रही बातों की टाइमिंग कितनी है। फ्रॉड कॉल को डिटेक्ट करने के साथ ही यह सॉफ्टवेयर पुलिस को ज्यादा समय तक हो रही बातचीत को भी मॉनीटर कर सकेगा। IIT Bhilai ने सॉफ्टवेयर पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए छत्तीसगढ़ पुलिस से पूर्व में घटित हो चुकी साइबर ठगी की घटनाओं का ब्योरा मांगा गया है। इसको लेकर IIT Bhilai और छत्तीसगढ़ पुलिस के बीच एमओयू किया गया है। आईआईटी अगले कुछ महीनों में इस सॉफ्टवेयर को तैयार कर छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंप देगा।

आम आदमी को मिलेगा ऐप

यह सॉफ्टवेयर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई की मदद से काम करेगा। इसके जरिए प्रदेश में आने वाले मोबाइल कॉल, स्काइप, वॉट्सऐप जैसे सभी प्लेटफार्म जुड़ेेंगे। सेल्युलर कंपनियों की भी इसमें मदद ली जाएगी। सॉफ्टवेयर थ्रेट डिटेक्शन टूल रहेगा। जिसकी मदद से साइबर ठगी की घटनाओं को वक्त रहते रोका जा सकेगा। आईआईटी प्रबंधन ने बताया कि, जिस तरह छत्तीसगढ़ पुलिस इस सॉफ्टवेयर का नियंत्रण रखेगी। ठीक वैसे ही आम जनता के लिए IIT Bhilai इसी सॉफ्टवेयर से सिंक्रनाइज ऐप तैयार होगा।

इसे लोगों को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा। ऐप डालने के बाद फोन IIT Bhilai में तैयार सॉफ्टवेयर से जुड़ जाएगा। अब फ्रॉड कॉल आने पर आईआईटी का यह विशेष ऐप पहले से फीड पैटर्न के आधार पर कॉल को नहीं उठाने की सलाह देगा। इसी तरह यदि बातचीत लंबी चल रही है और सॉफ्टवेयर में फीड पैटर्न ने मिलान होता है तो ऐप इस फ्रॉड को डिटेक्ट कर लेगा। बातचीत के दौरान ही ऐप पर बार-बार फ्रॉड डिटेक्शन के पॉप अप मैसेज आएंगे।

बाद में पुलिस फीड करेगी डाटा

IIT Bhilai प्रबंधन ने बताया कि, सॉफ्टवेयर तैयार होने क बाद इसे पुलिस को दिया जाएगा। शुरुआती डाटा के हिसाब से आईआईटी सॉफ्टवेयर में साइबर ठगी को रोकने थ्रेट डिटेक्शन का एल्गोरिदम डेवलप करेगा। इसके बाद सॉफ्टवेयर पुलिस को दिया जाएगा, जिसमें वे प्रदेश में होने वाली तमाम घटनाएं, देश में साइबर ठगी के मामलों का पैटर्न सरीखी तमाम जानकारियां अपडेट करेंगी। IIT Bhilai इस तरह एक सॉफ्टवेयर में तमाम तरह के अपराध का ब्योरा होगा। यह सॉफ्टवेयर की मदद से थर्ड पार्टी ऐप्स और उससे होने वाले लेनदेन पर भी नजर रखना आसान हो सकेगा। इस सॉफ्टवेयर बेस्ड ऐप को लोग गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे।

डिजिटल कंपलेन का होगा एनालिसिस

IIT Bhilai के इस सॉफ्टवेयर के जरिए साइबर फ्रॉड के हाई रिस्क टारगेट को बड़ी आसानी से पहचाना जा सकेगा। यह सॉफ्टवेयर सभी तथ्यों को एनालिसिस करने के बाद बताएगा कि किस तरह के साइबर फ्रॉड पैटर्न के जरिए किस ग्रुप के लोगों को ठग आसानी से फंसा सकते हैं। पैटर्न समझ में आने के बाद पुलिस उस दिशा में लोगों को साइबर फ्रॉड के बारे में जागरुक कर सकेगी। अभी ठग हर कुछ दिनों में अपना पैटर्न बदलकर नई तरह से ठगी को अंजाम देते हैं। देशभर में यह घटनाएं चरम पर हैं, क्योंकि अधिकतर मामलों में इसकी शिकायत नहीं होती। IIT Bhilai इस सॉफ्टवेयर के बाद  पैटर्न का एनालिसिस कर अपराधों को कम किया जा सकेगा।

छत्तीसगढ़ में साइबर ठगी के मामलों को रोकने IIT Bhilai भिलाई विशेष सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है। इसके जरिए ठगी के पैटर्न का एनालिसिस आसान हो जाएगा। इससे  पुलिस साइबर फ्रॉड के मामलों को बहुत हद तक रोक सकेगी। पुलिस और आईआईटी में इस संबंध में एमओयू किया गया है।
डॉ. राजीव प्रकाश, डायरेक्टर, आईआईटी भिलाई

TB free campaign will run in Durg district from December 7

CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले सहित पूरे प्रदेश में 7 दिसंबर से 24 मार्च तक 100 दिनों तक टीबी मुक्त भारत (TB free campaign) के लिए अभियान चलाया जाएगा। चार चरणों में चलने वाले इस अभियान को जन भागीदारी के माध्यम से चलाया जाएगा। भारत सरकार द्वरा संचालित राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (tb mukt bharat) के तहत 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में विगत दिनों जिला स्तरीय अंर्तविभागीय समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. भुमिका वर्मा और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।

चार चरणों में चलेगा अभियान
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी ने बताया कि जनभागीदारी से निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़ 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान (टीबी मुक्त भारत अभियान) 7 दिसम्बर से 24 मार्च 2025 तक चलाया जायेगा। अभियान चार चरणों में सम्पन्न होगा। पहला चरण- 07 दिसम्बर 2024 से 22 दिसम्बर 2024, दूसरा चरण- 23 दिसम्बर 2024 से 28 फरवरी 2025, तीसरा चरण- 01 मार्च 2025 से 15 मार्च 2025 एवं चौथा चरण – 16 मार्च 2025 से 24 मार्च 2025 तक होगा।

7 दिसंबर को होगा शुभारंभ
डॉ. दानी ने बताया कि 7 दिसम्बर को कार्यक्रम का शुभारंभ किया जायेगा। समुदाय के लोगों को निक्षय मित्र बनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त जनप्रतिनिधि सहित लोगों के माध्यम से कार्यक्रमों में क्षय उन्मूलन एवं कुष्ठ के विषय में जागरूकता लाई जायेगी। टीबी मुक्त भारत अभियान में जिले के सभी शासकीय विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायत प्रतिनिधि, स्वयं सेवी संगठन इत्यादि भी अपनी सहभागिता निभायेंगे। जिला प्रशासन द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान में जनभागीदारी के लिये कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मी, पंचायत प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि मितानीन स्वयं सेवी संगठनो को अपना योगदान देने और टीबी मुक्त बनाने के प्रयास में लगे रहने की अपील की गई है।