भिलाई@CG Prime News. केंद्र सरकार के फरमान का मिठाई दुकानदार जमकर उपहास कर रहे है। दुकानों पर बेची जानी वाली खुली मिठाइयों की ट्रे पर मिठाई का नाम, उसे बनाने और एक्सपायरी डेट लिखना जरूरी है। इस आदेश को जारी एक साल बीत गए, लेकिन कहीं भी इसका पालन नहीं हो रहा है। इस कारण दीपावली त्योहार में दुकान संचालक बेधड़़क मिलावटी मिठाइयों की सप्लाई हो रही।
आकाश गंगा सुपेला स्थित बीकानेरी मिठाई दुकान के संचालक से जब इस बारे बात की गई तो उसका कहना था वह इस नियम का पालन नहीं करते। इसके पीछे कारण पूछा तो उनका कहना था मिठाई बनाकर बेचें की नियम का पालन करें। खाद्य सुरक्षा अधिकारी इन दुकानों में समय-समय पर जाते हैं, लेकिन किसी भी अधिकारी को इस आदेश का पालन कराने की चिंता नहीं। इसी तरह जब कैलाश नगर हाउसिंगबोर्ड स्थित बनारसी स्वीट्स और न्यू जलाराम स्वीट्स एवं रेस्टोरेंट में जाकर देखा गया तो वहां भी इन नियमों का पालन नहीं दिखा। बनारसी स्वीट्स के संचालक नितेश शुक्ला का यहां तक कहना था अगर वह नियम देखेंगे तो धंधा नहीं कर पाएंगे। अधिकारी आते और जाते रहते हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकता। इनके ऐसे बोल से साफ पता चलता है कि खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों का इनके ऊपर सीधा हाथ है। यहीं कारण है कि दीपावली का त्योहार नजदीक होने के बाद भी नियमों का पालन नहीं किया जा रहा न ही सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है। एक दुकानदार ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि खुली मिठाइयां दिखने में सुंदर तो होती हैं, लेकिन उसके अंदर की सच्चाई केवल उसे बनाने वाला ही जान सकता है। दुकानदार त्योहार में डिमांड को देखते हुए काफी मात्रा में मिठाई बनाता है। ऐसे में वह बची हुई पुरानी मिठाई या अन्य चीजों की मिलावट करके नई मिठाई तैयार कर देता है। दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे बताया कि खुली मिठाई में उसके निर्माण और एक्सपायरी डेट को अंकित करना अनिवार्य है। इसकी जांच करने के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। रही बात मिलावट की तो दुकानों में औचक निरीक्षण करके वहां से सैंपल कलेक्ट भी किए जा रहे हैं।