भिलाई. CG Prime new लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय भिलाई के शवगृह में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक मृतक का पोस्टमार्टम करने से पहले डॉक्टरों ने उसका रैंडम किट से कोरोना टेस्ट किया, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव निकल गई। इसके बाद शवगृह में मौजूद डॉक्टरों ने बॉडी को बिना पोस्टमार्टम के ही परिजनों को पॉलीथिन में लपेटकर सौंप दिया। घटना शनिवार दोपहर की है। दरअसल हाउसिंग बोर्ड जामुल निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग अविनाश रामटेके को बुखार की शिकायत थी। जिसके बाद परिजन उसे बीएसपी सेक्टर 9 अस्पताल ले जाने निकले थे इसी बीच अस्पताल पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गई। सेक्टर 9 के डॉक्टरों ने इसे ब्रॉड डेट करार देते हुए शव को माच्र्युरी में रखवा दिया था।
आज पीएम के लिए ले गए थे सुपेला अस्पताल
मृतक के शव का सेक्टर 9 के डॉक्टरों ने पीएम करने से इनकार कर दिया। मृतक के बेटे ने बताया इसके बाद शव को वे आज लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला ले गए। जहां डॉक्टरों ने कोरोना का रेंडम टेस्ट किया जिसमें उनके पिता पॉजिटिव मिले। पॉजिटिव रिपोर्ट देखकर डॉक्टरों ने शव लपेटने के लिए पॉलीथिन दे दिया। वहां से उनको रामनगर मुक्तिधाम भेज दिया गया। जहां मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
मृतक के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी उनके साथ स्वास्थ्य विभाग का कोई अमला श्मशान घाट नहीं पहुंचा। ऐसे में उन्हें रिस्क लेकर खुद की उन्हें अंतिम संस्कार करना पड़ा। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि कोरेाना पॉजिटिव मृतकों का स्वास्थ्य विभाग की मौजूदगी में ही अंतिम संस्कार करना पड़ता है। नहीं तो संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।
