मामी और मामा के साढ़ू ने फूड इंस्पेक्टर की सरकारी नौकरी दिलाने का दिया झांसा,  भांजे से 50 लाख रुपए की ठगी

तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज

CG Prime News@R Sharma

भिलाई. एमकॉम पास युवक सरकारी नौकरी की लालच में अपनों से 50 लाख रुपए ठगी का शिकार हो गया। पुलिस के मुताबिक उसकी मामी और मामा के साढ़ू पर भरोसा किया था। नौकरी तो मिली नहीं पैसा लौटाने में टालमटोल करने लगा। तब वह थाना की दहलीज पर पहुंचा और पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने आरोपी नरेंद्र देशलहरे (मामा के साढ़ू), पत्नी निवेदिता देशलहरे और मामी सुनीता सोनवानी के खिलाफ धारा 420,34 के तहत प्रकरण दर्ज किया।

भिलाई तीन थाना प्रभारी ने बताया कि जय स्तंभ चरोदा बस्ती निवासी गजेंद्र लहरे पिता मिलाप लहरे (26 वर्ष) ने शिकायत की कि अभनपुर विध्यंवासिनी कालोनी निवासी मामी सुनीता सोनवानी के जीजा नरेंद्र देशलहरे पिता स्व तिहारू देशलहरे (32 वर्ष) नगर पंचायत माना केम्प में सहायक ग्रेड-3 के पद पदस्थ है। 23 जनवरी 2022 को मामा के घर पर आए थे। उसके पिता भी मौके पर मौजूद थे। बातचीत के बीच आरोपी नरेंद्र देशलहरे ने उसके पिता मिलाप लहरे से कहा कि आपका बेटा एमकाम किया है। उसकी सरकारी नौकरी लगवा देगा। गजेन्द्र के पापा ने बता दिया कि अभी नागरिक पूर्ति विभाग में फूड इंस्पेक्टर की वेकंसी निकली थी। उसी में फार्म भरा है। नरेंद्र देशलहरे ने उसे भरोसा दिया कि नागरिक पूर्ति विभाग में उसकी अच्छी पकड़ है। फूड इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी दिला देगा। इसके लिए 60 लाख रुपए लगेगा। दोनों में डील हो गया। उस पर गजेन्द्र के पिता ने भरोसा किया और पैसा देने के लिए हामी भरी।  

खेत बेंचकर दिया 50 लाख रुपए

पुलिस ने बताया कि गजेन्द्र के पिता ने मामा के साढु नरेन्द्र देशलहरे पर विश्वास किया। नरेंद्र देशलहरे ने शर्त रखा कि 25 लाख रुपए परीक्षा के समय और 25 लाख दस्तावेज सत्यापन के पहले देना होगा। 15 फरवरी 2022 को नरेन्द्र की पत्नी निवेदिता देशलहरे और मामी सुनिता सोनवानी रकम के लिए उसके घर आए थे। 50 लाख रुपए तीनों के सामने दिया गया। समय बीत गया, लेकिन नौकरी नहीं दिला सका। रकम मांगने पर टालमटोल कर रहे है। मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।