कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे ने किया समर्पण, महाकाल मंदिर से गिरफ्तार

दुर्ग/उज्जैन. कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों (police) की हत्या कर फरार कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को आखिरकार मध्यप्रदेश पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय भी उसकी अकड़ कम नहीं हुई और वह चिल्ला-चिल्लाकर खुद को विकास दुबे बताने लगा।

महाकाल मंदिर में कटाया टिकट, फिर किया हंगामा

सूत्रों के मुताबिक, विकास दुबे ने महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए 250 रुपये का टिकट लिया और लाइन में खड़ा था। लेकिन अचानक उसने शोर मचाना शुरू कर दिया, “मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला।” इसके बाद मंदिर के सुरक्षा गार्डों ने तुरंत उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। महाकाल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए थाना ले गई।

सात दिन तक पुलिस को देता रहा चकमा

गौरतलब है कि 2 जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें एक डीएसपी सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस हत्याकांड के बाद से ही वह फरार था और यूपी पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। यूपी सरकार ने उसके ऊपर इनाम बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था, लेकिन वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था।

मध्यप्रदेश सरकार ने की गिरफ्तारी की पुष्टि

विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उज्जैन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे पकड़ा। इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी से पूरे देश में हलचल मच गई है।

क्या विकास दुबे ने खुद किया आत्मसमर्पण

विशेषज्ञों का मानना है कि विकास दुबे ने सुनियोजित तरीके से आत्मसमर्पण किया। यूपी पुलिस लगातार उसके एनकाउंटर की संभावनाओं पर काम कर रही थी, जिससे बचने के लिए उसने खुद को उज्जैन में सरेंडर करने की चाल चली। हालांकि, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि वह मध्यप्रदेश तक कैसे पहुंचा और उसे किसका समर्थन मिला। फिलहाल, विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर यूपी लाने की तैयारी कर रही है। इस मामले में आगे और भी खुलासे हो सकते हैं।

Leave a Reply