नई दिल्ली . भारतीय जनता पार्टी की बैठक में शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह amit shah शामिल हुए। इस दौरान शाह ने कहा कि 35 साल तक पार्टी को कोई भी हिला नहीं सकता है। वह अगले 35 साल तक सत्ता में रहेगी। इसके पीछे की बड़ी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की जड़े और संगठन दोनों ही काफी मजबूत हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जहां पर सत्ता में आती है तो वहां से जाती नहीं है। कांग्रेस जहां सत्ता में आती है, वहां पर फिर वह वापस नहीं आती है। इस मीटिंग का सबसे बड़ा मुद्दा यह था कि पार्टी के सदस्यता अभियान को किस तरह से बढ़ाया जाए। जिन-जिन राज्यों में चुनाव होना है, वहां पर चुनाव के बाद से सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा।
नए अध्यक्ष की तलाश शुरू
जेपी नड्डा लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री बनने के बाद अब इस बात पर भी गहन चर्चा हो रही है कि पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा? जेपी नड्डा को 2019 में पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद जनवरी 2020 को पूरी तरह से वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हो गए थे। फरवरी 2024 में ही उनके कार्यकाल को जून तक के लिए विस्तार दिया गया था। बीजेपी में एक व्यक्ति और एक पद का नियम बना हुआ है। इस वजह से अब जेपी नड्डा का राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोडऩा तय माना जा रहा है।
पार्टी नए सदस्यों को जोडऩे चलाएगी अभियान
इस बैठक में शामिल बीजेपी के नेता संबित पात्रा ने कहा कि सितंबर से यह सदस्या अभियान शुरू किया जाएगा। पार्टी ने 10 करोड़ से ज्यादा नए सदस्यों को जोडऩे का टारगेट रखा है। संबित पात्रा ने कहा कि इस अभियान का मकसद यही है कि किस तरह पार्टी अपने विचारों को आम लोगों के सामने रख सके। अमित शाह ने मीटिंग में कहा था कि जब इस पार्टी की स्थापना हुई थी तो उस समय इसका विचार यही था कि हमें राजनीतिक सुख नहीं चाहिए। हमें केवल संघर्ष करना है और हम आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर जाने जाते हैं। हम एक जीवंत पार्टी हैं और इसी वजह से हम लोगों को पार्टी से जुडऩे का लगातार मौका देते हैं।