जगदलपुर। murder: छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर मंगलवार को एक महिला नक्सली का गला रेता शव मिला। नक्सलियों ने उसकी जन अदालत लगाकर सैकड़ों ग्रामीणों के सामने उसका गला रेत (Latest Female naxalite murder) दिया। फिर उसका शव फेंक दिया। नक्सलियों ने पर्चा फेंक कर उस पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाया। जबकि पुलिस का कहना है कि वह संगठन छोडऩा चाहती थी, क्योंकि वह नक्सलियों की प्रताडऩा से त्रस्त थी। नक्सलियों को भी ये अहसास हो चुका था कि वह उनका साथ छोडऩा चाहती है, लेकिन उन्हें ये मंजूर नहीं था।
छत्तीसगढ-तेलंगाना की सीमा पर मिला शव महिला नक्सली राधा का है। इस संबंध में तेलंगाना के भद्रादि कोत्तागुडम जिले के एसपी रोहित राज ने बताया कि राधा ने नक्सली संगठन की एलओएस सदस्य के रूप में शुरुआत की थी।
उसने हैदराबाद में इंटरमीडिएट (डीएमएलटी) की पढ़ाई की और 2018 में नक्सली संगठन में शामिल हो गई। फिलहाल वह प्रतिबंधित संगठन की विशेष जोनल कमेटी की एरिया कमेटी सदस्य के रूप में काम कर रही थी।
उत्पीडऩ की वजह से छोडऩा चाहती थी संगठन
बताया जा रहा है कि मृतका राधा एओबी में सीपीआई माओवादी के नेताओं के उत्पीडऩ को सहन नहीं कर पा रही थी। इस कारण वह संगठन छोडऩा चाहती थी। संगठन छोडऩे वह बकायदा कमांडरों से अनुमति लेने की कोशिश कर रही थी। दलित समुदाय का होने की वजह से उसे संगठन छोडऩे की अनुमति बड़े नेताओं ने नहीं दी।
मुखबिरी का आरोप लगाकर की हत्या
पुलिस का कहना है कि संगठन छोडऩे के लिए राधा द्वारा बार-बार बड़े नेताओं से अनुरोध किया जा रहा था लेकिन उसकी बात नहीं मानी गई। इसी बीच 20 अगस्त को नक्सलियों ने तेलंगाना के चारला मंडल क्षेत्र में जन अदालत लगाया। यहां आस-पास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों को बुलाया गया। इन सबके बीच राधा को खड़ा किया गया और सबके सामने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई।
इसके बाद नक्सली संगठन के एओबी कमेटी ने पर्चा जारी कर राधा पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाया है। इसके बाद इसके शव को तेलंगाना और छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर लाकर फेंक दिया।