@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ में उग्र भीड़ ने कलेक्टर और एसपी ऑफिस में तोडफ़ोड़ करते हुए आग लगा दी। स्थिति इस कदर बिगड़ी कि ऑफिस में काम करने वाले अफसरों और कर्मचारियों को जान बचाकर भागना पड़ा। पूरा घटनाक्रम बलौदाबाजार जिले का है। जहां गिरौधपुरी में जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे सतनामी समाज के लोग सोमवार को अचानक उग्र हो गए और कलेक्टर, एसपी ऑफिस में धावा बोल दिया। आग लगाने के सूचना पर फायर ब्रिगेड की 7 गाडिय़ां पहुंची थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने दमकल की 2 गाडिय़ों में आग लगा दी और एक में तोडफ़ोड़ की है
प्रदर्शनकारियों ने किया तोडफ़ोड़
मिली जानकारी के अनुसार लोगों ने कलेक्टर और एसपी दफ्तर में आग लगाने के साथ ही परिसर में खड़े कई वाहनों में तोडफ़ोड़ कर उन्हें फूंक दिया। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी जमकर झूमाझटकी हुई। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए हैं। बता दें कि गिरौधपुरी में जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के करीब हजारों लोग दशहरा मैदान में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। सोमवार को यह भीड़ कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत कार्यालय का घेराव करने पहुंच गई। कुछ देर में ही प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। कलेक्टर कार्यालय के अंदर 100 से 150 लोग फंसे रहे, जो अपने काम से गए थे। उन्हें पीछे से किचन के रास्ते पुलिस बल ने बाहर निकाला। उन्हें मैदान में सुरक्षित रखा गया है।
पहले किया पथराव फिर लगाई आग
इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें प्रदर्शनकारी लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़े वाहनों में पहले पथराव कर दिया। वहां खड़ी गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ और आगजनी करने के बाद कलेक्टर कार्यालय और जिला पंचायत कार्यालय में आग लगा दी। समाज के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने जैतखाम में तोडफ़ोड़ के मामले में जिन 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वो असली अपराधी नहीं हैं।
गृहमंत्री ने किया ट्वीट
इस मामले में रविवार को गृहमंत्री विजय शर्मा ने ट्वीट कर कहा था कि पूरे मामले की न्यायिक जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश थे कि सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे वाली इस घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। यह न्यायिक जांच रिटायर्ड जज या कार्यरत जज से कराई जाएगी।