हवाई फायरिंग से भिलाई में दहशत फैलाने वाला मुकुल सोना गिरफ्तार, बीस दिनों तक ठिकाना बदलते रहा, पुलिस ने बिहार से दबोचा

गौरव तिवारी/भिलाई@CG Prime News. गोलियां चलाकर दहशत फैलाने वाला मुख्य आरोपी करीब 20 दिन तक पुलिस छकाने के बाद आखिर धरा गया। पुलिस ने आरोपी मुकुल सोना को बिहार नालंदा में घेराबंदी कर धर दबोचा। सोमवार को उसे सेक्टर 6 पुलिस कंट्रोल रूम में मीडिया के सामने प्रस्तुत किया गया। उसके दो फरार साथियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। आरोपियों ने नेवई रिसाली क्षेत्र में दो बार हवाई फायरिंग किया था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मोबाइल, चोरी की बाइक, कार रिवाल्वर आदि जब्त किया है।

नेवई रिसाली क्षेत्र में बदमाश मुकुल सोना, मुकेश पंचर और नागेन्द्र कुमार ने दो बार हवाई फायरिंग की थी। उसके बाद फरार हो गए। जिले की पुलिस तीनों की खोजबीन से जुट गई। रोज पुलिस की आखों में धूल झोकर बचते रहे। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए तगड़ी नाकेबंदी कर रखी थी। कई जगह छापेमारी भी की लेकिन वे बचकर निकलते रहे। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस को बदनामी भी झेलनी पड़ रही थी। इस बीच साइबर सेल की मदद से पुलिस को यह सुराग मिला कि वह प्रदेश से बाहर निकल गया। एसपी प्रशांत अग्रवाल ने तत्काल टीम गठित कर रवाना कर दिया। उसका पीछा करती पुलिस दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार पहुंच गई। पुलिस ने बिहार नालंदा में मुकेश के घर पर बदमाश मुकुल को पकड़ लिया। लेकिन पुलिस की टीम ने देखते हुए मुकुल का दूसरा साथी आरोपी नागेन्द्र कुमार भागने में कामयाब हो गया। पुलिस मुकुल सोना को हिरासत में लेकर भिलाई पहुंची है। वहीं आरोपी नागेन्द्र और मुकेश पंचर के पीछे टीम लगी हुई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही अब दोनों पकड़ा जाएगा।

आखिर क्या है हवाई फायरिंग का पूरा मामला

नेवई थाना क्षेत्र में 4 व 5 जुलाई की रात 12.10 बजे रिसाली निवासी मुकुल सोना, मुकेश पंचर और नगेन्द्र ने संयुक्त रुप से निगरानी बदमाश बृजेश राय उर्फ पिंकी पर वार करने के साथ हवाई फायरिंग किया था। भनक लगते ही पुलिस आला के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन तीनों बदमाश भागने में सफल रहे। इस घटना के दो दिन बाद दोबारा फिर हवाई फायरिंग की। पुलिस को पकडऩे की चुनौती भी दी।

एसपी ने कहा था उसे सही सलामत गिरफ्तार करेंगे

स्ट्रीट क्रिमिनल मुकुल सोना ऐसी बड़ी गलतियां करते जा रहा था जो उसके घातक होती गई। दो-दो तमंचा हाथ में लिए डॉन ही समझने लगा था। पुलिस को गंभीर चुनौतियां देते जा रहा था। पुलिस विभाग ने सुरक्षार्थ सभी जवानों को रिवाल्वर से लैस कर दिया था। यहां तक लोगों में चर्चा हो गई कि पुलिस अब उसकी एनकाउंटर कर देगी। लेकिन एसपी प्रशांत अग्रवाल ने लोगों की अटकलों को निराधार बताते हुए भरोसा दिलाया कि दुर्ग पुलिस उसे सकुशल पकड़ेगी। आखिर में हुआ वही। सोना पुलिस के गिरफ्तार में आ गया। पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द ही अन्य दोनों बदमाश मुकेश और नागेन्द्र पकड़े जाएगे।

सोशल मीडिया को टूल बनाकर डॉन की शक्ल दे रहा था आरोपी

स्ट्रीट क्रिमिनल मुकुल सोना अपने दोस्तों में डॉन की छवि स्थापित करना चाह रहा था। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। एक नाबालिग छात्र से अपना इनस्टाग्राम ऑपरेट करा कर पुरानी फोटो को पोस्ट करता था। दूसरा उसका साथी उसे वायरल करते थे। पुलिस की जांच में यह बात आई कि राजनांदगांव में बैठे कुछ बदमाश उसके साथी भिलाई की कई पोर्टल को भी सेट कर रखे थे। उसे सोशल मीडिया पर प्रचारित कर डॉन बनाया जाए, लेकिन मुकुल के मंसूबे को पुलिस ने चकनाचूर कर दिया। अब वह सलाखों के पीछे होगा।


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