– कृष्ण कुंज के लिए नगरीय निकायों में चिन्हांकित स्थलों में कार्य शुरू
दुर्ग@CG Prime News. जिले के चार नगरीय निकायों में एक एकड़ भूमि पर कृष्ण कुंज बनाया जाएगा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुके ने कृष्ण कुंज के लिए चिन्हांकन स्थलों का निरीक्षण किया। उनके साथ डीएफओ शशिकुमार भी थे। कलेक्टर ने शुरूआत पांच बिल्डिंग, दुर्ग में चिन्हांकित भूमि से की। यहां पर आरंभिक कार्य शुरू कर दिया गया है।
कलेक्टर ने सुंदर विहार, भिलाई में चिन्हांकित भूमि को देखी। फिर भिलाई चरौदा, कुम्हारी आदि में चिन्हांकित स्थलों को देखा। उन्होंने कहा कि कृष्ण कुंज को विकसित करने के पीछे शासन की मंशा है कि भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण माने जाने वाले पौधों की वाटिका तैयार हो सके, इन वृक्षों के तले सुकून का माहौल शहर के लोग बिता सकेंगे। यह बहुत सुंदर शांत जगह होगी, इस तरह से इसे विकसित करें। कलेक्टर ने कहा कि बरगद, पीपल जैसे पेड़ आक्सीजन भी बहुत ज्यादा देते हैं और बहुत दीर्घजीवी होते हैं। कृष्ण वाटिका के पौधे जब बड़े हो जाएंगे तो बहुत हरियाली भरा और बेहद सुंदर स्थल बन जाएगा। कृष्ण कुंज इसलिए भी अहम है क्योंकि पहली बार हमारी संस्कृति में चिन्हांकित पौधों को एक साथ रोपण किया जा रहा है।
चार निकाय में एक एकड़ पर रोपे जाएंगे 250 पौधे
डीएफओ शशिकुमार ने बताया कि एक एकड़ में लगभग 250 पौधों का रोपण होगा। इसमें बरगद, पीपल, नीम और कदंब जैसे पौधों का रोपण होगा। कृष्ण जनमाष्टमी के अवसर पर इनका रोपण आरंभ हो जाएगा। कलेक्टर ने स्थानीय नागरिकों से भी बातचीत की। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि शासन की यह बहुत महत्वपूर्ण पहल है और हमें खुशी है कि हमारी कालोनी को इसके लिए चुना गया है। सर्वाेदय विहार के निवासियों ने कहा कि कृष्ण कुंज नाम से ही बहुत आध्यात्मिक और धार्मिक अनुभव हो रहा है। इसके विकास के बाद यह सुंदर जगह बन जाएगी।
सिकोला में हाइटेक नर्सरी तैयार, लोकार्पित करेंगे मुख्यमंत्री
सिकोला में हाइटेक नर्सरी तैयार हो गई है। इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री करेंगे। मुख्यमंत्री ने सिकोला में मातृछाया पथ में कृष्णकली का पौधा रोपित किया था। अब वो पौधा काफी बड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री अपने भ्रमण के दौरान मातृछाया पथ भी देखेंगे। हाइटेक नर्सरी का कलेक्टर डॉ. भुरे ने निरीक्षण किया। डीएफओ ने बताया कि यहां फलदार पौधे तैयार किये जाएंगे। इसके लिए पाली हाउस बनाया गया है। यह बेहद हाइटेक तकनीक से बनाया गया है।
कुम्हारी में महामाया रोड पर स्थित बांधा में भूमिगत रिचार्ज के लिए ट्रीटमेंट पर काम तेज
मुख्यमंत्री ने कुम्हारी भ्रमण के दौरान उद्यान के पास स्थित बांधा में वाटर रिचार्ज की संभावनाओं पर काम करने के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस बांधा में मुरूम भूमि होने के कारण पानी ठहरता नहीं। यदि ट्रीटमेंट किया जाए तो भूमिगत जल का बढ़िया रिचार्ज हो सकता है। मुख्यमंत्री के निर्देश के तुरंत बाद यहां काम आरंभ किया गया और 60 लाख रुपए की लागत से यह कार्य किया जा रहा है।
सीमार्ट का किया अवलोकन
कलेक्टर ने भिलाई में सीमार्ट का अवलोकन भी किया। सीमार्ट का भी लोकार्पण शीघ्र ही किया जाएगा। कलेक्टर ने अगले पंद्रह दिनों में इसका काम पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एसएचजी द्वारा बहुत अच्छे प्रोडक्ट बनाये जाते हैं। इनके डिस्प्ले को सुंदर तरीके से करें और मार्ट को बढ़िया तरीके से संवारे।