दिल्ली. CG Prime News. अपना दफ्तर तोड़े जाने के 4 दिन बाद रविवार को कंगना रनोट महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने पहुंचीं। उनके साथ बहन रंगोली भी थीं। यह मुलाकात राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के करीब दो घंटे बाद हुई। राज्य की जनता को दिए संबोधन में उद्धव ने कंगना का नाम लिए बगैर कहा कि राज्य में चल रही राजनीति पर वो अभी नहीं, बाद में बोलेंगे। उद्धव ने कहा कि उनकी खामोशी को कमजोरी ना समझा जाए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक साइक्लोन आते रहेंगे और वो उनका सामना करते रहेंगे।
वहीं राज्यपाल से मिलने के बाद कंगना ने कहा कि राजनीति से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मेरे साथ जो अभद्र व्यवहार किया गया, उसके बारे में मैंने राज्यपाल से बात की। मुझे उम्मीद पर है कि मामले में मुझे न्याय मिलेगा। बीएमसी ने 9 सितंबर को कंगना के पाली हिल स्थित मणिकर्णिका फिल्म्स के दफ्तर में दो घंटे तक तोडफ़ोड़ की थी। कंगना इस कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट गई थीं, जिसके बाद कार्रवाई रोक दी गई थी। हाईकोर्ट ने भी बीएमसी पर तल्ख टिप्पणी की थी। कहा था- इतनी तेजी शहर के दूसरे अवैध निर्माणों पर दिखाई जाती तो मुंबई कुछ और होती। अपने दफ्तर पर कार्रवाई के बाद कंगना लगातार महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने कंगना के खिलाफ ड्रग्स मामले की जांच के आदेश दिए
महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को कंगना रनोट के खिलाफ ड्रग्स मामले में जांच के आदेश दिए थे। राज्य के गृह मंत्रालय के आदेश पर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच जांच करेगी। देशमुख ने कहा कि अध्ययन सुमन कंगना के साथ रिलेशनशिप में थे और उन्होंने एक इंटरव्यू में यह आरोप लगाया था कि कंगना ड्रग्स लेती हैं।