बड़ी खबर: सरकारी शराब दुकान के पास बेच रहे ब्लैक में शराब, आबकारी विभाग मौन क्यों

भिलाई. CG Prime News @ ट्वीनसिटी में शराब तस्करों का सक्रिय रैकेट लॉकडाउन में जमकर शराब का अवैध कारोबार का धंधा किया। उस समय पुलिस ने छुटपुट शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन बड़े कारोबारी नहीं मिले। पुलिस प्रयास के बावजूद बड़े मगरमच्छ तक नहीं पहुंच पाई थी। अब जाकर पहली बार पुलिस के हाथ एक बड़ा तस्कर लगा है जो एनएसयूआई का छात्र नेता और छ.ग. कुश्ती संघ का महासचिव है। अब पुलिस जांच पर निर्भर करता है कि बाकी और इस तार से जुड़े लोगों तक पहुंच पाती है या नहीं।

बता दें कि पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने शराब दुकान से 1 लाख 47 हजार की शराब खरीदना स्वीकार किया है। जबकि शराब दुकान संचालक ने इनकार किया है। अब पुलिस बोतल में दिए गए बैंच नम्बर से पता करेंगी कि शराब कहां से लाया था। हालांकि पुलिस अब तक बैच नम्बर नहीं बताई थी। बैंच नम्बर से ही शराब कहां से खरीदा था पुलिस पता लगा सकती है।

आबकारी विभाग से मिली भगतकर खपाई जा रही सरकारी शराब, पुलिस की जांच में होगा खुलासा
सूत्रों के मुताबिक सरकारी शराब दुकान 8 बजे खुलती है। रात 9 बजे बंद कर दी जाती है। इधर शराब तस्करों की राजनैतिक पकड़ के चलते सरकारी दुकान से ही माल को लेकर ब्लैक में बिक्री करने के लिए साइड में अपनी दुकान सजा लेते है। इतना ही नहीं समय से पहले दुकान को बंद करा दिया जा रहा है। उसके बाद शराब तस्कर अवैध बिक्री करने लगते है। साथ ही अपने होटलों में भी शराब को खपा रहे इधर सरकार को करोड़ों रुपए की चपत हर महीने लगा रहे है। आबकारी विभाग राजनैतिक दबाव में मौन है।

ऐसे पहुंचा रहे है शराब
सरकारी दुकान के पास शराब तस्कर अपनी गाड़ी खड़ी कर देते है। जब शराब प्रेमी दुकान पहुंचते है तो उन्हें बंद मिलती है। फिर ब्लैक में विक्री करने वाला उससे संपर्क कर शराब देता है। आबकारी विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि सब मालूम है पर राजनीतिक दवाब के कारण वे कुछ नहीं कर पाते। पुलिस भी कार्रवाई करने से कतरा रही थी। हालांकि पुलिस को शिकायत मिल रही थी, लेकिन पुलिस को राजनैतिक संरक्षण की वजह से पुलिस हाथ डालने से हिचक रही थी। इस बार पुलिस ने साहस दिखाया और राजनैतिक संरक्षण में अवैध तस्करी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसे छुडाने के लिए फोन भी आए, लेकिन पुलिस ने इस प्यादे के खिलाफ कार्रवाई करने में तत्परता दिखाई।

80 लाख गबन की शराब, प्रशांत के इर्द गिर्द
जिस कंपनी को शराब बिक्री का संचालन का काम मिला है, उसमें 80 दुकानें शामिल है। शराब तस्करी का आरोपी प्रशांत राय ने पुलिस को बताया कि उसने शराब रोहन कुमार कन्नौजिया से खरीदा है। अब पुलिस मामले की जांच कर कर रही है। चित्रा वर्मा, प्रशिक्षु डीएसपी व प्रभारी भिलाई नगर थाना ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस पर किसी तरह का दवाब नहीं है। बराबर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। अवैध शराब के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी।


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