दो ड्रग्स पैंडर गिरफ्तार, 25 लाख की ब्राउन शुगर बरामद

वर्षों से ड्रग्स पैंडलर कांशी और लक्की इस कारोबार से जुड़े है

CG Prime News@ भिलाई. शहर में ब्राउन शुगर की सप्लाई करने वाले दो ड्रग्स पैंडर को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 25.540 ग्राम कीमत करीब 25 लाख रुपए बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ब्राउन शुगर की सप्लाई नागपुर से करते थे। दुर्ग शहर के आधी आवादी में जहर घोल रखा है।

एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि ड्रग्स पैंडलर मुख्य सरगना शिवपारा निवासी लक्की महार (29 वर्ष) है। इसे ब्राउन शुगर के मामले में जेल जा चुका है। दूसरा आरोपी कांशी निषाद (24 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि ब्राउन शुगर को खपाने के लिए नागपुर से लाते थे। 6 जनवरी 2023 को लक्की जेल से छूटा है। इसके बाद कांशी निषाद के साथ मिलकर फिर से ब्राउन शुगर की सप्लाई करने लगा। जेल से छूटने के बाद दूसरी बार ब्राउन शुगर की सप्लाई कर रहा था। इसी दौरान मुखबिर से सूचना पर एसीसीयू और थाना की टीम ने शिवपारा में घेराबंदी कर सप्लायर लक्की महार और कांषी निषाद को गिरफ्तार किया है।

बस और ट्रेन से लाते थे ब्राउन शुगर

आईपीएस वैभव बैंकर और प्रभात कुमार की पूछताछ में ड्रग्स पैंडलर लक्की ने खुलासा किया। जून २०२२ में जेल गया था। जनवरी में छूटा है। फिर उसी कारोबार में जुट गया। अब तक नागपुर से दो बार ब्राउन शुगर लाया। बस और ट्रेन से नागपुर जाते है। अक्सर इतवारी और बस स्टैंड एरिया में ड्रग्स सप्लायर उन्हें बुलाता है। इतवारी या बस स्टैंड एरिया में मुलाकात करता है। पहले पैसे लेता है। दूसरे हाथ से ब्राउन शुगर देकर चला जाता है। आज तक उसने अपना नाम नहीं बताया।

ब्राउन शुगर को 25 लाख में बेचते

एसपी ने बताया कि आरोपी दो डिब्बों में ब्राउन शुगर रखे थे। शिवपारा इमली पेड़ के पास छुपाकर ब्राउन शुगर को रखे थे। आरोपी लक्की महार के कब्जे से 7 बंडल में 140 पुडिय़ा ब्राउन शुगर वजन करीब 15.550 ग्राम और कांषी निषाद के कब्जे से 5 बंडल में 100 पुडिय़ा ब्राउन शुगर वजन करीब 9.99 ग्राम जप्त किया। आरोपियों ने बताया कि २ लाख रुपए में नागपुर से खरीदा है। यहां उसे २५ लाख रुपए में बेचते थे। इस तरह १० गुना लाभ इन्हें मिलता था।

ड्रग्स भंडाफोड़ करने वाली टीम

ब्राउन शुगर को पकडऩे में दुर्ग थाना से उप निरीक्षक देवादास भारती, एसीसीयू से सहायक उपनिरीक्षक शमित मिश्रा, प्रधान आरक्षक चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक प्रदीप सिंह, जगजीत सिंह, शेख फारूख, तिलेश्वर राठौर, केशव साहू, चित्रसेन साहू, खुर्रम बक्ष, नरेन्द्र सहारे, धीरेन्द्र यादव की सराहनीय भूमिका रही।