प्राभारी प्राचार्य ने कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में फांसी लगाकर की खुदकुशी

भिलाई@CG Prime News. दुर्ग जिले के सरकारी नागरिक कल्याण कॉलेज नंदिनी अहिवारा के प्राचार्य ने पुराने कॉलेज बिल्डिंग के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सबसे पहले कॉलेज के चपरासी ने देखा और इसकी जानकारी अन्य स्टाफ को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है।

नंदिनी टीआई लक्ष्मण कुमेटी मे बताया कि घटना गुरुवार सुबह लगभग 8 से 9.30 बजे के बीच की है। मृतक प्रभारी प्राचार्य भुनेश्वर नायक (53 वर्ष) की पंखे के हुक में लाश लटकते देख चपरासी करन ने कॉलेज स्टाफ को सूचना दिया, इसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे और शव को फंदे से नीचे उतारा। मामले की जांच की जा रही है। शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। मृतक प्रिंसिपल आज सुबह परिजनों को कॉलेज जाने की बात कहकर घर से निकले थे।

कुलपति के निरीक्षण के बाद से टेंशन में थे प्राचार्य

प्रिंसिपल के घर वालों ने आरोप लगाया कि एक सप्ताह पहले कुलपति के निरीक्षण के बाद से मृतक टेंशन में थे। वहीं हेमचंद विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने मृत प्रिंसिपल को अव्यवस्थाओं से नाराज होकर विश्वविद्यालय तलब किया था। बतां दें कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने एक सप्ताह पहले तीन सरकारी कॉलेजों का औचक निरीक्षण किया। इनमें शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय नंदिनी अहिवारा, जामुल और इंदिरा गांधी पीजी महाविद्यालय वैशाली नगर शामिल थे।

नौ स्टाफ बिना जानकारी गैरहाजिर

नंदिनी महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन परिसर में विचरण करते छात्र-छात्राओं से जब कुलपति ने स्वयं चर्चा की तो सभी विद्यार्थियों ने एक स्वर में नियमित कक्षाएं संचालित न होने की शिकायत की। महाविद्यालय के स्टॉफ में 9 अधिकारी-कर्मचारी बिना आवेदन पत्र के अनुपस्थित मिले। ये सब देखकर कुलपति ने प्राचार्य को विश्वविद्यालय में तलब किया। कुलपति ने कहा अब प्राचार्य से सीधे विश्वविद्यालय में ही बात की जाएगी।