पुरानी रंजिश बनी कांग्रेस पार्षद हत्या की वजह, आरोपी ने दोस्तों के साथ प्लानिंग कर गुप्ती घोपकर उतारा मौत के घाट

– दो कट्टा, चार जिंदा कारतूश, गुप्ती, चाकू, मोबाइल और दोपहिया वाहन जब्त किया

भिलाई@ CG Prime News. चरोदा निगम के कांग्रेस पार्षद सूरज बंछोर की हत्या करने वाले आखिरकार पुलिस गिरफ्त में आ ही गए। एक सप्ताह के अंदर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया और सोमवार को एसएसपी बीएन मीणा व एएसपी संजय ध्रुव ने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि 15 नवंबर को हथखोज निवासी पार्षद की हत्या दो साल पुरानी रंजिश में की गई थी। मुख्य आरोपी दिनेश पाल उर्फ दीनू के साथ मृतक का विवाद और मारपीट हुआ था। पुरानी दुश्मनी के कारण दीनू ने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर पार्षद की हत्या कर दी। मामले में फरार आरोपी मोहन की पुलिस तलाश कर रही है।

सेक्टर-6 भिलाई नगर कंट्रोल रूम में पत्रवार्ता कर एसएसपी बीएन मीणा ने बताया कि घटना के बाद से दीनू पाल अपने निवास स्थान में उपस्थित नहीं था। जिस संबंध में दीनू पाल एवं उसके करीबी दोस्तों की पतासाजी की गई जो कि घटना के बाद से फरार थे। तकनीकी विश्लेषण के उपरांत संदेहियों के जांजगीर चांपा में छिपे होने की सूचना प्राप्त हुई। तत्काल पुलिस टीम को जांजगीर चांपा के लिए रवाना किया गया। जहां से स्थानीय थाना प्रभारी रूपक शर्मा से संपर्क कर संयुक्त टीम ने 3 संदेहियों को गिरफ्तार किया। वहीं 1 अन्य संदेही को हथखोज क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। गठित टीम के पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि मृतक सूरज का दीनू पाल से कई कारणों से विवाद था। दीनू पाल कुछ माह पूर्व अवैध कट्टा रखने के आरोप में गिरफ्तार हो गया था। आरोपी के अनुसार कटटा सूरज बंछोर का ही था। जिसे मृतक ने दीनू पाल को रखने के लिए दिया था। जिसकी वजह से दीनू पाल को जेल जाना पड़ा था। लेकिन सूरज ने उसकी मदद नहीं की। जेल से छुटने के बाद दीनू पान दुकान खोला, जिसे सूरज ने रंगदारी के साथ बंद करा दिया। दीनू इन्हीं रंजिश में सूरज से बदला लेना चाहता था। इसलिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। इस घटना को कारित करने के लिए अपने साथी पुरुषोत्तम उर्फ बुड्डा, दीपक उर्फ भूरवा और लोकेश साहू को घटना में शामिल किया।

शराब तस्कर से लिया दो पिस्टल (कट्टा)

हत्या के उद्देश्य से खुर्सीपार निवासी मोहन को कट्टा उपलब्ध कराने के लिये संपर्क किया। कुछ समय पर पूर्व मोहन द्वारा 2 कट्टा उपलब्ध कराया गया था। हत्या के उद्देश्य से दीनू, भूरू सारंगगढ़ से भिलाई आए। दिनांक 15 नवंबर की रात 9.30 बजे मृतक सूरज बंछोर को तालाब के पार पर बने मंदिर के पास अकेला पा कर गुप्ती और धारदार हथियार से अपने साथी पुरूषोत्तम व दीपक के साथ मिलकर हत्या कर दी। चारों आरोपियों से 2 नग देशी कट्टा, 4 जिन्दा कारतूस और फरार होने के लिए चोरी की हुई बाइक, घटना में प्रयुक्त मैस्ट्रो, धारधार हथियार जब्त किया गया है।

जानिए ये हैं हत्या के आरोपी

  1. दीनू उर्फ दिनेश पाल पिता स्व . गजेन्द्र पाल उम्र 41 वर्ष निवासी खुर्सीपार बालाजी नगर
  2. उत्तम सोना पिता पुरूषोत्तम सोना उम्र 35 वर्ष निवासी खुर्सीपार उडिय़ा बालाजी नगर बस्ती मुबारक किराना स्टोर के पीछे
  3. दीपक उर्फ भूरू साहू पिता स्व . बनमाली साहू उम्र 32 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती छावनी सरकारी कुंआ के पास
  4. लोकेश साहू पिता विश्राम साहू उम्र 20 वर्ष पता गांधी चौक हथखोज भिलाई
  5. मोहन खुर्सीपार निवासी

पुलिस बता रही है कि आरोपियों ने इसलिए कांग्रेस पार्षद को उतारा मौत के घाट

  1. मृतक द्वारा वर्ष 2019 दिसंबर में आरोपी दीनू को अवैध कटटा रखने के लिए दिया गया था, जिसको पुलिस ने पकड़ लिया था। दीनू जेल गया पर सूरज का नाम इस शर्त पर पुलिस को नहीं बताया कि सूरज जेल से उसे छुड़ा लेगा लेकिन सूरज ने उसे नहीं छुड़ाया। बाद में आर्थिक मदद करने की बात पर से मुकर गया। तब से दीनू के मन में सबक सिखाने की बात आ गई थी।
  2. वर्ष 2020 जुलाई में आरोपी दीनू का मनोज चौधरी एवं आशिक विश्वकर्मा से विवाद हुआ था। जिसमें मृतक पार्षद ने दीनू के खिलाफ जाकर मनोज और आश्कि का साथ दिया था। जिसके कारण दीनू पुन: सूरज को सबक सिखाने की सोचा।
  3. दीनू ने कुछ दिनों पूर्व हथखोज में एक पान ठेला चलाना शुरू किया था। जिसे मृतक पार्षद ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अतिक्रमण कार्यवाही में हटवा दिया था। इस घटना के बाद से दीनू पार्षद को पुरी तरह से अपना दुश्मन मान बैठा था। हत्या करने की प्लानिंग में लग गया ।