दुर्ग जिले के शिक्षकों ने पढ़ाई में किया नवाचार, 11 सितंबर को मिलेगा ज्ञानदीप और शिक्षा दूत पुरस्कार

भिलाई . शासकीय स्कूलों के शिक्षक अपने स्तर पर बच्चों को संवारने में लगे हुए हैं। इसके लिए टेक्नोलॉजी का सहारा भी लिया जा रहा है। यही नहीं पढ़ाई को मजेदार बनाने की कोशिश भी जारी है। हर कक्षा में कमजोर स्तर के बच्चे भी होते हैं, जिनको शासकीय स्कूल के शिक्षक यूं ही नहीं छोड़ देते बल्कि उनको सिखाने का तरीका बदला जाता है। हमारे दुर्ग जिले में भी कुछ ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने शिक्षण कार्य में नवाचार करते हुए पढ़ाई को मजेदार बना दिया है।

इसलिए मिल रहा पुरस्कार

उनकी इसी खूबी की बदौलत वे सम्मान के हकदार बनेंगे। इस क्रम में 11 सितंबर को दुर्ग के खालसा स्कूल में जिला शिक्षा विभाग शिक्षकों को सम्मानित करने विशेष कार्यक्रम करेगा। इस साल मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण योजना शिक्षक पुरस्कार, ज्ञानदीप पुरस्कार के लिए जिले से ३ शिक्षकों का चयन किया गया है। इसी तरह शिक्षा दूत पुरस्कार के लिए ९ शिक्षक चयनित हुए हैं। यह सभी शिक्षक अपने आप में बेहद खास है, जिनके प्रयास से उनके स्कूल और बच्चों का स्तर सुधरा है।

  • शिक्षा दूत पुरस्कार — संतोषी कश्यप – सहायक शिक्षक एलबी – शासकीय शाला खोपली
  • राखी देवांगन – प्रधान पाठक – शासकीय प्राथमिक शाला हरिनगर- रेखराम कोठारी – प्रधान पाठक – शासकीय प्राथमिक शाला मातरोडीह
  • कविता देवांगन – सहायक शिक्षक – शासकीय प्राथमिक शाला चुनकट्टा- धमेंद्र टंडन – शिक्षक एलबी – शासकीय प्राथमिक शाला बटरेल
  • साखीराम साहू – शिक्षक एलबी – शासकीय प्राथमिक शाला अमेरी – चंद्रकांत साहू – सहायक शिक्षक – शासकीय प्राथमिक शाला टेमरी
  • सूर्यकांत हरदेल – सहायक शिक्षक – शासकीय प्राथमिक शाला पेंड्रीतराई- अनिका चक्रवर्ती – सहायक शिक्षक – शासकीय प्राथमिक शाला हसदा