कांग्रेस नेता व समर्थकों ने थाने का घेराव कर बीजेपी कार्यकर्ताओं की शिकायत
CG Prime News@Bhilai. सेक्टर-7 स्थित बीएसपी स्कूल में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में विवाद चल रहा था। उसी दौरान ईवीएम से भरी बस पहुंच गई। इधर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेराव कर दिया। इसके चलते सुरक्षा के लिए तैनात जवानों ने भीड़ को तीतर वितर करने लगे। भीड़ नहीं समझी तब लाठियां भांजी। इसी दौरान बड़े नेताजी के अलावा तीन दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं पर जवानों ने लाठियां भांज दीं। बहरहाल कांग्रेस पार्षद की शिकायत पर भिलाई नगर थाना पुलिस ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कर लिया।
बता दें कि शुक्रवार शाम को मतदान के बाद सेक्टर-7 स्थित बीएसपी स्कूल में बने मतदान केन्द्र के बाहर जमकर बवाल हुआ। भिलाई नगर टीआई मनोज प्रजापति ने बताया कि शाम को मतदान संपंन्न होने के बाद मतदान दल बस में ईवीएम भरकर ले जाने लगे। इसी बीच कांग्रेस और बीजेपी समर्थकों में अंदर खडे होने को लेकर विवाद हुआ। इस बीच बस को घेर लिया। ऐसे में बीएसएफ के जवान उन्हें हटाने लगे। सूचना पर पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी मौके पर पहुंची। जवानों के साथ झूमाझटकी करते देख पुलिस की टीम ने समर्थकों को खदेडऩा शुरू कर दिया। इसी बीच कांग्रेस के बड़े नेता व जनप्रतिनिधि अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। उसने वरिष्ठ आरक्षक का कॉलर पकड़ लिया, जिससे जवानों ने समर्थकों सहित उक्त नेता पर लाठियां बरसा दीं।
नेताजी पर पड़े डंडे, बीजेपी नेता के खिलाफ अपराध दर्ज
बीएसएफ और एसएफ का रौद्र रुप देख नेताजी अपने पचासों समर्थकों के साथ भिलाई नगर थाना पहुंचे। बीजेपी कार्यकताओं के खिलाफ अपराध दर्ज कराने की मांग करने लगे। मामले में देर रात सेक्टर-7 वार्ड- 67 कांग्रेस पार्षद उमेश साहू की शिकायत पर पुलिस ने बीजेपी नेता मनीष पांडेय, चिन्ना, अमारा और हरीश के खिलाफ मारपीट मामले में प्राथमिकी दर्ज की।
जवानों के साथ हुज्जत करने वाली भीड़ को हटा रहा था, जनप्रतिनिधि ने पकड़ा मेरा कॉलर
भिलाई नगर आरक्षक ने बताया कि सीएसपी ने टीआई मनोज प्रजापति को सेक्टर-7 बूथ में विवाद होने का प्वाइंट दिया। तत्काल टीआई के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि बीएसएफ के जवानों के साथ खींचातानी चल रही थी। इस बीच वे भीड़ को अलग करने लगे। इतने में कांग्रेस के बड़े नेता और जनप्रतिनिधि वहां पहुंचे और उनका कॉलर पकड़कर खींच दिया, जिससे उनके शर्ट की बटन टूट गई व शर्ट फट गया। उनकी हरकत को देख जवानों ने बीच बचाव किया।
विवाद की मुख्य वजह
पुलिस ने बताया कि इस पूरी घटना के पहले बीजेपी नेता मनीष पांडेय अपने समर्थकों के साथ बूथ पर पहुंचे थे, जहां मतदान परिसर में वार्ड-67 के कांग्रेस पार्षद उमेश साहू खड़े थे। मतदान होने के बाद अंदर खड़े होने को लेकर बीजेपी नेता मनीष ने विरोध किया। इस पर उमेश ने हुज्जत शुरु कर दी। मनीष के साथ खड़े चिन्ना और अन्य उमेश से भिड़ गए। मामले को सुलझाते हुए मनीष पांडेय मौके से निकल गए। इधर उमेश ने कांग्रेस के एक बड़े नेता व जनप्रतिनिधि को इसकी जानकारी दी। इसके बाद वे अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। वहां फिर बवाल शुरु हो गया। कांग्रेस और बीजेपी कार्यकताओं को अलग करने जवानों को लाठियां भाजनी पड़ी। इस दौरान निगम के वरिष्ठ नेता, एमआईसी मेंबर, कांग्रेस पदाधिकारी, पार्षद उमेश साहू समेत कई समर्थकों को जवानों की लाठियों का सामना करना पड़ा।
धारा 144 का जमकर उल्लंघन
बता दें कि चुनाव के बीच जिले में धारा 144 लागू है। तीन से अधिक संख्या में खड़े होने पर मनाही है, लेकिन सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता थाना परिसर पहुंचे। जिले के आला पुलिस अधिकारी मौन रहे। देर रात तक जमकर धारा 144 का उल्लंधन किया गया। इसी तरह मतदान के एक दिन पहले कई जगह रात को झुंड में लोग नजर आए। रोक-टोक लगाने पुलिस नजर नहीं आई। एसएसपी राम गोपाल गर्ग ने मामले में जांच कराने की बात की है।