किसानों के आंदोलन पर सरकार के दमन के विरोध में छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन सड़क पर
CG Prime News@भिलाई. केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मांगों को पिछले 2 साल से लंबित रखने से असंतुष्ट होकर किसान संगठनों ने 13 फरवरी से दिल्ली मार्च आंदोलन शुरु किया है, जिन्हें रोकने के लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर हरियाणा सरकार ने रास्ते में नुकीले खीले लगा दिए। गड्ढे खोद दिए, सीमेंट और लोहे के बेरीकेट्स लगा की। इतना ही नहीं किसानों के आंदोलन का दमन करने के लिए पुलिस के साथ सेना के जवानों को भी लगा दिया गया। हरियाणा में शंभू बार्डर पर किसानों को रोक कर ड्रोन से आंसू गैस के गोले बरसाए गए। बंदूक से रबर की गोलियों की बौछार की गई। केंद्र और हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के दमन से आक्रोशित छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने काला फीता लगाकर बुधवार को पटेल चौक में जबरदस्त प्रदर्शन किया।
सई2+50% एम एस पी और कानूनी गारंटी से कम कुछ भी मंजूर नहीं
2014 में भाजपा ने सरकार बनने पर स्वामीनाथन आयोग की अनुसंशा के आधार पर कृषि उपजों का एमएसपी निर्धारित करने का वायदा किया था। केंद्र में पिछले 10 साल से भाजपा की सरकार चल रही है, लेकिन केंद्र सरकार अपने वायदे को पूरा करने से मुकर रही है। किसानों को आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ा है। प्रदर्शनकारी किसानों ने दो टूक कहा है कि सी 2 पर 50% लाभ के अनुसार एमएसपी और इसकी कानूनी गारंटी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।
आंदोलन को बदनाम करने सरकार भ्रम फैला रही है
केंद्र सरकार द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है कि किसानों की मांगों को पूरा करने से सरकार पर 10 लाख करोड़ रुपए का भार होगा। इसे खारिज करते हुए किसानों ने कहा है सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए ऐसा कर रही है। किसानों ने कभी भी एमएसपी पर किसानों की पूरी उपज खरीदी करने की मांग नहीं किया है।
सरकार गारंटी कानून लागू नहीं करना चाहती
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया है कि एमएसपी पर खरीद की गारंटी कानून बनने से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन निजी व्यापारियों द्वारा कम दाम में खरीद नहीं किया जा सकेगा। गारंटी कानून लागू करने से इंकार करके केंद्र सरकार निजी व्यापारियों के हितों की रक्षा कर रही है।
प्रधानमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने प्रधानमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जिसमें किसान आंदोलन का दमन बंद करने और किसानों की मांगों को पूरा करने का आग्रह किया गया है। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के आज के प्रदर्शन में विष्णु साहू, बाबूलाल साहू, कुंवर सिंह, कांतिलाल देशमुख, धनुष साहू, उत्तम चंद्राकर, देवशरण, राजेन्द्र, राजकुमार,बाहरा राम, महेंद्र साहू, ओंकार साहू, परमानंद यादव,तोरण देशमुख, होरीलाल विरेन्द्र साहू, प्रमोद पंवार, पुरषोत्तम बाघेला, जागेश्वर यादव, हुकूम दिल्लीवार, झबेंद्र भूषण वैष्णव, राजकुमार गुप्त आदि शामिल थे।