@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@रायपुर. एशिया के एक मात्र संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़(Indira Kala Sangit Vishwavidyalaya) के कुलपति पद से छत्तीसगढ़ की प्रख्यात लोक गायिका पद्मश्री ममता (मोक्षदा) चंद्राकर को हटा दिया गया है। राज्यपाल ने इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय (खैरागढ़ यूनिवर्सिटी) की कुलपति पद से हटाने का आदेश जारी किया है। उन्हें भूपेश सरकार ने 2020 में कुलपति नियुक्त किया था। मिली जानकारी के अनुसार ममता की नियुक्ति को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। उनके खिलाफ राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक बीआर यादव ने सत्याग्रह कर मोर्चा खोल दिया था। जिसके बाद कार्रवाई की गई है।
लगाया था फर्जीवाड़े का आरोप
कुलपति ममता चंद्राकर के खिलाफ छुईखदान के राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक बीआर यादव धरने पर बैठ गए थे। कुलपति हटाओ, इंदिराकला संगीत विश्वविद्यालय बचाओ के बैनर तले उन्होंने अनशन किया। शिक्षक यादव ने कुलपति चंद्राकर पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया था। साथ ही उनकी नियुक्ति को फर्जी बताया था।
कार्य अनुभव नहीं
अनशन पर बैठे रिटायर्ड शिक्षक ने कहा था कि, राजभवन द्वारा जारी विज्ञापनों के अनुसार कुलपति पद पर नियुक्त होने वाला व्यक्ति अकादमिक और सम्बन्धित के पास प्राध्यापक प्रोफेसर पद पर 10 वर्षों का कार्यानुभव का होना आवश्यक है, लेकिन ममता चंद्राकर के पास एक दिन का भी अनुभव नहीं है। ऐसे में उनकी नियुक्ति गलत तरीके से की गई है।

