नहीं दे पाएंगे परीक्षा
भिलाई . Durg University हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की एनईपी सेमेस्टर परीक्षा का नामांकन पोर्टल बंद होने से सैकड़ों विद्यार्थी अपना परीक्षा आवेदन नहीं भर पा रहे हैं। नामांकन के बिना आवेदन करने में आ रही समस्या को देखते हुए सोमवार को विद्यार्थियों का हुजूम विश्वविद्यालय में उमड़ पड़ा। विद्यार्थियों ने नामांकन पोर्टल दोबारा से शुरू करने की मांग करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। विद्यार्थियों का कहना था कि विश्वविद्यालय ने नामांकन के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया, जिससे नियमित के साथ साथ प्राइवेट परीक्षा के परीक्षार्थी भी आवेदन करने से चूक गए।
University exam साल बर्बाद होने का डर
इसके अलावा कई बार विश्वविद्यालय की वेबसाइट में आई दिक्कतों की वजह से भी नामांकन नहीं हो पाया। दरअसल, हेमचंद विश्वविद्यालय ने दो सौ रुपए विलंब शुल्क के साथ 5 से 11 दिसंबर तक नामांकन का पोर्टल खोला था, जिसमें बहुत से परीक्षार्थी आवेदन करने से वंचित रह गए। हालांकि इसमें सिर्फ नियमित विद्यार्थियों को मौका दिया गया था। स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के नामांकन आवेदन जमा नहीं हुए। Durg University अब परीक्षार्थियों को नामांकन नहीं होने से साल बर्बाद होने का डर सता रहा है। इसी के मद्देनजर सोमवार को परीक्षार्थियों ने विश्वविद्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। सभी नामांकन पोर्टल को दोबारा चालू करने हस्ताक्षर के साथ ज्ञापन रजिस्ट्रार को सौंपा।
परीक्षा आवेदन भी सिर्फ 18 तक
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय Durg University की अधिसूचना के मुताबिक एनईपी प्रथम सेमेस्टर बीए, बीएससी और बीकॉम नियमित व प्राइवेट विद्यार्थियों को सेमेस्टर परीक्षा के आवेदन के लिए ३० नवंबर से १५ दिसंबर तक मोहलत दी गई थी। इसके अलावा सौ रुपए विलंब शुल्क के साथ १६ से १८ दिसंबर तक मौका दिया गया है। इस तरह अब इन विद्यार्थियों के पास परीक्षा आवेदन करने दो दिनों का समय शेष है। अमूनन हर साल विवि आवेदन की तिथि को कई बार बढ़ाता है। इस साल भी ऐसी ही उम्मीद है, लेकिन यदि दो दिनों में नामांकन का रास्ता खुलता है तो वंचित हुए विद्यार्थियों के पास समय पर आवेदन का विकल्प होगा।
नामांकन पोर्टल शुरू करने से भी अब कोई फायदा नहीं होगा। एनईपी के नए नियम से निजी और स्वाध्यायी दोनों के ही इंटरनल असेसमेंट जरूरी है। विश्वविद्यालय इस बारे में प्राचार्यो से चर्चा करेगा। यदि गुंजाइश बनती है और कॉलेज इनके इंटनरल कराने की रजामंदी देते हैं तो ही नामांकन पोर्टल को एक दिन के लिए दोबारा खोला जा सकता है, अन्यथा नहीं।
भूपेंद्र कुलदीप, कुलसचिव, हेमचंद विश्वविद्यालय