@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में दिवाली के पहले प्रदेश के 1 लाख 80 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को प्रदेश के शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर एक दिवसीय हड़ताल चले गए। शिक्षकों के एक साथ हड़ताल पर चले जाने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई। शिक्षकों का प्रदर्शन वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, समयमान, पदोन्नति, पेंशन समेत कई मांगों को लेकर है।
मांगें नहीं मानी तो उग्र होगा आंदोलन
सरगुजा संभाग संघर्ष मोर्चा पदाधिकारियों ने कहा कि यह संविलयन के बाद सबसे बड़ा आंदोलन है। गुरुवार को दूसरे चरण में आंदोलन किया जा रहा है। इसके बाद भी मांगे नहीं मानी गईं तो प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा और इसके बाद स्कूलों में तालाबंदी का ऐलान किया जाएगा।
वादे नहीं किए गए पूरे
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले यह प्रदर्शन हुआ। आगे भी चरणबद्ध तरीक से उनका प्रदर्शन चलेगा। मोर्चा के प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे के मुताबिक 5 सूत्रीय मांगों को लेकर पहले भी शिक्षक कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। मोदी की गारंटी के तहत जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा करना चाहिए।
सरगुजा में धरना देकर किया प्रदर्शन
सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में जिले के शिक्षकों ने बड़ी संख्या में प्रदर्शन में हिस्सा लिया। संघर्ष मोर्चा के जिला प्रभारी मनोज वर्मा ने दावा किया कि जिले में करीब 10 हजार शिक्षक हड़ताल पर हैं। शिक्षकों के आंदोलन के कारण 80 फीसदी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकी।