गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा- तुलनिया मानकों के आधार पर एसएमएस पर कोई राय नहीं बन सकी
CG Prime News@भिलाई. विधानसभा में भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के कथित एमएमएस का मुद्दा भी फिर गरमा गया। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर में गृह मंत्री विजय शर्मा से एमएमएस के संबंध में जानकारी मांगी। इससे अब विधानसभा चुनाव के बाद सोया हुआ एमएमएस कांड फिर से जाग गया है। इस मामले में विधायक यादव पर एमएमएस की झूठी जांच करवाने के भी आरोप लग रहे हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने परिवार की नजरों से बचने के लिए एमएमएस की झूठी जांच कराई।
विधानसभा में गुरुवार को बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने गृह मंत्री विजय शर्मा से पूछा कि जनवरी-दिसंबर 2023 के दौरान भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव द्वारा क्या किसी थाने में उन पर हुए एमएमएस कांड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। यदि कराई गई थी तो कब और किस थाने में मामला दर्ज किया गया। इस संबंध में क्या उन्होंने किसी पुलिस अधिकारी को मौखिक जांच करने के आदेश दिए थे। यदि दिए थे तो उस पुलिस अधिकारी का नाम पूछा और कब कहा गया, इसकी भी जानकारी मांगी। विधायक चंद्राकर ने गृहमंत्री से यह भी पूछा कि क्या कथित एमएमएस की जांच किसी एजेंसी और पुलिस से कराई गई थी। यदि कराई गई थी तो कब और किस थाना पुलिस से जांच कराई गई। वहीं जांच रिपोर्ट किसके द्वारा और कब विधायक को सौंपी गई। इसके जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने राष्ट्रीय फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी गांधी नगर में पेन ड्राइव की जांच कराई थी। जांच पर तुलनीय मानकों के आधार पर कोई राय नहीं बनाई जा सकी।
क्या है विधायक का कथित एमएमएस कांड
वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भिलाई नगर विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव की एक सेक्स सीडी सामने आई, जिसमें वे एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में दिखे। इस सीडी कांड के बाद से भिलाई में राजनीतिक उबाल आ गया। इसके बाद यादव बैकफुट में आ गए। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने आपको बेगुनाह बताया और एमएमएस की जांच करवाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि ये एमएमएस पूरी तरह फर्जी है। विरोधी दल उनको फंसाने की साजिश कर रहा है। कॉन्फ्रेंस में उनके आंसू भी छलके, जिसकी गूंज लंंबे समय तक रही। बहरहाल एमएमएस कांड का उनके चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ा।
