महादेव एप की वसूली के लिए अपहरण, एक महीने बाद किडनैपर भल्लादेव गिरफ्तार

भोपाल से बंधक बनाकर दो युवकों को होटल हेरिटेज में रखा था किडनैपर

CG Prime News@भिलाई. धोखाधड़ी के मामले में फरार महादेव एप का संचालक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और गुर्गा दीपक नेपाली को पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर पाई। इस काले कारोबार से आरोपी इतना ऊपर पहुंच गए किअब वसूली के लिए गुंडा हायर करना शुरु कर दिए। इन ठगों के झांसे में फंसे युवकों से वसूली के खातिर अपहरण करने लगे। भोपाल से दो युवकों को बंधक बनाकर भिलाई में लाए। सुपेला होटल हेरिटेज में रखे थे। बंधक युवकों को पुलिस ने सकुशल किडनैपरों के चंगुल से छुड़ा लिया, लेकिन इस मामले में एक महीने से फरार आरोपी चिगरीपारा निवासी प्रवीण कुमार चंदेल उर्फ भल्लादेव को पकड़ने में पुलिस सफल हुई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 294, 323, 506, 364(क), 365, 387, 109, 34, के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की।

पूर्व में पकड़ाएं आरोपी

आरोपी भल्लादेव को शाहरुख खान ने किया था हायर

टीआई ने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में फरार आरोपी दीपक नेपाली ने महादेव एप की रेड्डी अन्ना बुक का पैनल संचालन के लिए पांच रास्ता निवासी आरोपी शाहरुख खान को दिया था। महादेव एप की डूबी रकम की वसूली के लिए भल्लादेव को हायर किया था। दीपक नेपाली और शाहरुख के इशारे पर भल्ला देव काम करता था। आईडी में नुकसान की भरपाई के लिए धमतरी निवासी दो युवकों को भोपाल में बंधक बनाया था। उन्हें भिलाई में लाकर होटल हेरिटेज में रखे थे। जैसे ही पुलिस कार्रवाई करने की योजना बनाई। आरोपी भल्लादेव को भनक लग गई और वह फरार हो गया था।

झांसे में आ रहे पढ़े लिखे बेरोजगार युवक

टीआई ने बताया कि महादेव एप का ऑनलाइन सट्टा का कालाकारोबार सातसमंदर पार से ठग सौरभ चंद्राकर ऑपरेट कर रहे है। छत्तीसगढ़ में उसके गुर्गे फैले हुए है, जो इस काले कारोबार में पढ़लिखे लड़कों को बड़े-बड़े ख्वाब दिखाते है। बेरोजगार को अधिक लाभ का प्रलोभन देकर ऑनलाईन सट्टा को संचालित करने के लिए दुष्प्रेरित करते है। इनके जाल में भोलेभाले बेरोजगार युवक फंस रहे है। बता दें रोजगार दिलाने की दावा करने वाली सरकार के लिए यह कारोबार आईना है।

जिले के होटलों की नहीं होती जांच

दुबई में बैठे महादेव एप के संचालक और धोखाधड़ी का फरार आरोपी सौरभ चंद्राकर ने कालेकारोबार का ऐसे नेटवर्क फैला दिया है। कई सफेदपोश उसके आगे-पीछे चक्कर लगाने पर मजबूर है। इसकी टॉप टू बॉटम तक पहचान के कारण बहुत ही आसानी से होटल मुहैय्या करा देते है। पुलिस ऐसे होटलों की आकस्मिक जांच नहीं करती। आरोपी भल्लादेव जैसे महादेव एप की रकम वसुली करने वालों को किराए में पनाह मिल जाता है। ऐसे होटलों के संचालकों से पुलिस पूछताछ करने की जहमत तक नहीं उठाती। घटना को एक महीने बीत गए। पुलिस कह रही है नोटिस देकर पूछताछ करेंगे।