CG Prime News@भिलाई. जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) ने अपने क्रिकेट(cricket) जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता और मेहनत ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने अपने फील्डिंग (Fielding) कौशल पर गर्व महसूस करते हुए बताया कि वह बल्ले से ज्यादा योगदान नहीं दे सके, लेकिन अपनी शानदार फील्डिंग से टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा बने। उनकी सलाह थी कि बड़ी उपलब्धियों की बजाय छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि टीम की सफलता सबसे महत्वपूर्ण होती है।
क्रिकेट (cricket) में अपनी फिल्डिंग का जलवा बिखेर चुके दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर जोंटी रोड्स संजय रूंगटा क्रिकेट अकादमी का उद्घाटन करने कोहका पहुंचे। उन्होंने कहा बल्ले से फील्ड में रनों के माध्यम से ज्यादा योगदान नहीं कर सके, लेकिन फिल्डिंग के जरिए अपनी टीम और टीम मेट्स को कॉन्ट्रीब्यूट किया। उन्होंने कहा बड़ी चीजें करने की बजाय आप छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान दें। टीम सबसे महत्वपूर्ण होती है। जोंटी रोड्स को देखने भारी संख्या में युवा पहुंचे। उन्होंने युवाओं को ऑटोग्राफ भी दिए। इस दौरान पूर्व भारतीय गेंदबाज राजेश चौहान, उद्योगपति विजय अग्रवाल, आईजी रामगोपाल गर्ग, एसपी जितेंद्र शुक्ला, चेयरमेन संजय रूंगटा, डायरेक्टर साकेत रूंगटा समेत अन्य उपस्थित रहे।
धोनी ने लगाए थे सैक्सी शॉर्ट
जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) बताया कि वर्ष 2011 में भारत ने वल्र्डकप होस्ट किया था। पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट का जिक्र करते हुए जोंटी रोड्स ने उसे “सैक्सी शॉट” कहा और बुमराह की गेंदबाजी की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी का नाम इंडिया है। वो 6 महीने भारत में तो 6 महीने दक्षिण अफ्रीका में रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें फादर ऑफ फिल्डिंग (Father of fielding)कहा जाता है पर उन्हें ग्रैंड फादर जैसा महसूस होता है। उन्होंने बताया कि वे हॉकी, फुटबाल और टेनिस भी खेल चुके हैं। लेकिन क्रिकेट में उन्हें ज्यादा रूचि थी। अब क्रिकेट स्टेडियम तक सीमित नहीं है। ये हर गली, इंस्टीट्यूशन तक पहुंच चुका है।