जशपुर: गृह कार्य पूरी ना करने पर शिक्षिका ने चौथी कक्षा की छात्रा को 200 बार उठक बेैठक करने की सजा दे दी। 70 बार उठक बैठक करने के बाद छात्रा की तबियत बिगड़ गई। स्कूल प्रबंधन ने छात्रा का उपचार कराने की जगह उसे वापस घर भेज दिया। मामला जशपुर जिले के बगीचा ब्लाक के घोरडेगा गांव की है। इस गांव में स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल की है।
Jashpur school case छात्रा को चक्कर आने लगा
इस स्कूल की शिक्षिका पद्मिनी चक्रवती ने गुरूवार को क्लास में गृह कार्य की जांच कीं। इस दौरान पीड़ित छात्रा के कापी में गृह कार्य को अधूरा देख कर शिक्षिका ने नाराजगी जताते हुए यह सजा सुनाई थी। उठक बैठक करने के दौरान ही पीड़ित छात्रा को चक्कर आने लगा। इससे घबरा कर स्कूल प्रबंधन ने पीड़ित छात्रा को उसके घर पहुंचा दिया।
चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम पहुंची
घर में पीड़िता के अभिभावकों ने जब छात्रा से पूछताछ की तो उसने सारी बात बताई। यह मामला उस समय सामने आया जब मामले की सूचना मिलने पर चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम पीड़ित छात्रा के घर पहुंची। हेल्प लाइन के कर्मचारियों ने पीड़ित छात्रा और उनके स्वजनों का बयान पंजिबद्व किया है।
मामले में जांच का आदेश जारी
इधर,मामले को तुल पकड़ता हुआ देख कर घटना के तीसरे दिन स्कूल प्रबंधन ने पीड़ित छात्रा को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया है। लेकिन इस समय तक मामले ने तूल पकड़ लिया। बगीचा के विकास खंड शिक्षा अधिकारी एमआर यादव ने बताया कि इस मामले में जांच का आदेश जारी करने के साथ ही स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जवाब आने के बाद संस्था के विरूद्व कार्रवाई की जाएगी।