अजब-गजब: CG की इस लोकसभा सीट पर ससुर ने सूअर बेचकर बहू के लिए खरीदा नामांकन पत्र, डंगचगहा दिखाकर करते हैं प्रचार

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@जांजगीर-चांपा. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट (Janjgir champa lok sabha seat election 2024) में चुनाव को लेकर एक दिलचस्प मामला सामने आया है। यहां अपनी बहू को लोकसभा चुनाव लड़वाने के लिए एक ससुर ने अपने पाले सूअर बेचकर उसके लिए नामांकन पत्र खरीदा है। महंत गांव के रहने वाले माया राम नट अपनी बहू विजय लक्ष्मी को असंख्य समाज पार्टी से चुनावी मैदान में उतार रहे हैं। इससे पहले वे खुद पंचायत, जनपद और विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।

डंगचगहा दिखाकर करते हैं प्रचार
माया राम नट घुमंतू समाज से आते हैं। इनकी पीढ़ी बांस के डांंग में करतब दिखाते आ रही है, जिन्हें नट या डंगचगहा भी कहते हैं। उन्हें करतब के लिए पहचाना जाता है। मायाराम ने बताया कि वे कच्चे मकान में रहते हैं। उनके पास पैसा नहीं है। कोई पुश्तैनी संपत्ति भी नहीं है। फिर भी वो लोकतंत्र के मंदिर में पहुंचने की उम्मीद से चुनावी मैदान में उतरते हैं। उनके सामने प्रत्याशी कोई भी रहे, कितना भी खर्च करे, माया राम गांव-गांव जाकर लोगों को डंगचगहा करतब दिखाकर अपना प्रचार करते है। लोगों से करतब दिखाने का इनाम भी लेते हैं।

बहू रह चुकी है जनपद सदस्य
2001 में पंचायत चुनाव लड़कर माया राम नट पहली बार पंच बने थे। 2004 से लेकर हर विधानसभा, लोकसभा और जिला पंचायत के साथ जनपद का चुनाव लड़ते आ रहे हैं। एक बार अपनी बहू को भी जनपद पंचायत चुनाव में प्रत्याशी बना चुके हैं। इसमें बहू को जीत हासिल हुई थी। 2023 में पामगढ़ विधानसभा रिजर्व सीट से अपना नामांकन भरा था।

सूअर बेचते हैं हर चुनाव के लिए
माया राम ने बताया कि उनका सूअर पालन का व्यवसाय है। इसलिए हर चुनाव में नामांकन पत्र खरीदने और बाकी प्रक्रिया पूरी करने के लिए सूअर बेचकर पैसे जुटाते हैं। माया राम का मानना है कि लोगों में उनके विचार के प्रति सहानुभूति है। वे बदलाव चाहते हैं। सिर्फ दिखावे या कोई प्रचार पाने के लिए चुनाव नहीं लड़ते हैं, बल्कि पिछड़े वर्ग की सेवा करना चाहते हैं।