@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@रायपुर. राजधानी रायपुर के एक गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर आदिवासी महिला के साथ बदसलूकी करना एक ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर राकेश चौबे को महंगा पड़ गया। आदिवासी महिला की शिकायत के बाद कोर्ट ने आरोपी निलंबित पुलिस इंस्पेक्टर को दो साल की सजा सुनाई है। साथ ही 8 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार ये फैसला एट्रोसिटी में स्पेशल जज पंकज कुमार सिन्हा ने सुनाया है। फैसले के बाद इंस्पेक्टर को सजा भुगतने जेल में रहना होगा।
वीडियो हुआ था वायरल
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने इंस्पेक्टर राकेश चौबे को सस्पेंड कर दिया था। साथ ही पीडि़त महिला ने विशेष जाति-जनजाति में भी इंस्पेक्टर की शिकायत की थी। जब घटना हुई तब राकेश चौबे उस वक्त ट्रैफिक मुख्यालय रायपुर में पदस्थ थे। पीडि़त महिला के अनुसार हॉस्टल में घुसकर उन्होंने वर्दी का रोब जमाई थी। जब हॉस्टल में इंस्पेक्टर ने बदसलूकी की, तो घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हॉस्टल संचालिका ने बताया था कि इंस्पेक्टर राकेश चौबे ने हॉस्टल में तोडफ़ोड़ भी की। इसके बाद अश्लील शब्दों का प्रयोग करते हुए जातिसूचक गाली भी दी थी।
यह है पूरा मामला
ये घटना 24 मार्च 2023 की है। देवेंद्र नगर में एक महिला प्राइवेट हॉस्टल चला रही थी। वो मूलत: अंबिकापुर की रहने वाली है। उसने प्रॉपर्टी किराए पर लेकर गल्र्स हॉस्टल शुरू किया था। बाहर बोर्ड देखकर 24 मार्च को पुलिस इंस्पेक्टर राकेश कुमार चौबे भीतर घुस आए, वो शराब के नशे में थे। रिसेप्शन पर बैठी महिला आदिवासी स्टाफ को पीटने लगे, कहा- यहां धंधा कर रहे हो। मुझे लड़कियां दिखाओ। इसके बाद वो जबरन अंदर आ गए और हमारे साथ गाली गलौज भी की।

