धमधा की पहचान देश में उद्यानिकी फसलों से, मंडी शुरू होने से किसानों की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत-सीएम

– 11 करोड़ की लागत से बनी बंडी का सीएम ने किया उद्घाटन

दुर्ग@CG Prime News. सीएम भूपेश बघेल ने शनिवार को धमधा में 55 करोड़ रुपए की लागत से धमधा ब्लॉक में विभिन्न कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन एवं सामग्री वितरण किया। उन्होंने 11 करोड़ रुपए की लागत से बनी सब्जी एवं फल मंडी का लोकार्पण किया। साथ ही 1 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी भवन का लोकार्पण भी किया। जलसंसाधन विभाग की 18 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण तथा पीएचई विभाग की 15 करोड़ रुपये की योजनाओं का भूमिपूजन भी किया।

इस अवसर पर सीएम ने कहा कि धमधा की पहचान छह आगर, छह कोरी तालाब की है। इसकी ऐतिहासिक पहचान हमेशा से रही है। अब इसकी पहचान टमाटर के उत्पादन और उद्यानिकी फसलों से भी बनी है। धमधा के किसानों ने देश और देश के बाहर बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी सप्लाई की है। किसानों की यह उपलब्धि शानदार रही है।इसके पीछे कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे की मेहनत भी है। उन्होंने मंडी की जो योजना बनाई, उसे हमने स्वीकृत किया। उन्होंने बहुत शीघ्रता से मूर्त रूप दिया है। इस मंडी के बन जाने से किसानों को फसल को उचित मूल्य मिल सकेगा। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अपने प्रतिवेदन में 3 साल की धमधा की उपलब्धियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में पूर्व विधायक प्रदीप चौबे पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, जनपद अध्यक्ष सरस्वती रात्रे, अविनाश चौबे और संभागायुक्त महादेव कांवड़े, आईजी ओपी पॉल, एसएसपी बद्रीनारायण मीणा, एसडीएम ब्रजेश क्षत्रिय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

धमधा स्वास्थ्य केंद्र होगा 50 बिस्तर

मुख्यमंत्री ने धमधा के स्वास्थ्य केंद्र को 50 बिस्तर तक अपडेट करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने पीएससी, सेना भर्ती एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में की कोचिंग भी धमधा में आरंभ करने की घोषणा की। उन्होंने एक करोड़ की लागत से स्टेडियम, धमधा महाविद्यालय में ऑडिटोरियम और धमधा में तालाबों के सौंदर्यीकरण की घोषणा भी की। बंधुआ तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ रुपए, सामुदायिक भवन के लिए 1 करोड़ रुपए की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि धमधा के विकास के लिए हर संभव कदम सरकार ने उठाए हैं। इसके साथ ही निरंतर विकास कार्य किया जाएगा। अब धमधा की पहचान उद्यानिकी फसलों से है। उद्यानिकी फसलों के विकास के लिए मंडी बनाई गई है, इसके साथ ही किसानों को हर संभव मदद करने एवं नवाचार अपनाने के लिए की योजनाएं बनाई गई है।

इस मौके पर अपने संबोधन में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि धमधा के किसानों के लिए मंडी का आरंभ होना बहुत शुभ संकेत है, मंडी के आरंभ होने के पश्चात अब यहां के किसानों को देशभर का मार्केट मिल सकेगा। पहले भी हमारे किसान हैदराबाद से इलाहाबाद तक अपने उत्पाद पहुंचाते रहे हैं, अब मंडी के माध्यम से उन्हें उचित दाम मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि मोती नाला तथा रौंदा जलाशय से सिंचाई की व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी। इन 3 सालों में धमधा में सिंचाई का दायरा बढ़ाने के लिए बड़े कार्य किए गए हैं।

3 करोड़ रुपए के वितरण कार्य

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को सामग्री वितरण भी किए। उन्होंने 50 किसानों को ट्रैक्टर वितरण किया। मत्स्य कृषकों को भी नाव, जाल, मत्स्य आहार आदि वितरित किए। इसके साथ ही उन्होंने समाज कल्याण विभाग के हितग्राहियों को भी बाइक प्रदान की। जिला मंडी बोर्ड अध्यक्ष अश्विनी साहू ने संबोधन दिया। उन्होंने मंडी के अनुपम उपहार के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता गुप्ता ने भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।

किसानों के साथ किया लंच

मुख्यमंत्री ने किसानों के साथ लंच भी किया। उन्होंने इस दौरान किसानों से उद्यानिकी फसलों की स्थिति के बारे में जाना। साथ ही उन्होंने किसानों से इस क्षेत्र में और भी बेहतर योजनाएं बनाने के लिए चर्चा भी की। उन्होंने किसानों से कहा कि आप लोगों ने जिस तेजी से उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र में धमधा को नई पहचान दी है। उससे हमारा यह सपना शीघ्र ही मूर्त रूप लेगा।