CG Prime news@रायपुर. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नवा रायपुर में narcotics control bureau (NCB) के आंचलिक ऑफिस का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को नारकोटिक्स मुक्त करने का संकल्प लिया है और धीरे धीरे यह देश का संकल्प भी बन गया है। एक प्रकार से देखें तो नारकोटिक्स सिर्फ भारत की समस्या नहीं है अंतराष्ट्रीय समस्या है। मगर मैं मानता हूं कि भारत में सबसे ज्यादा जागरूकता रखने की जरूरत है क्योंकि भारत में यह लड़ाई एक ऐसे जंक्शन पर है स्टेज पर है। अगर यह लड़ाई हम जुनून के साथ लड़े रणनीति के साथ लड़े तो यह लड़ाई हम जीत सकते हैं।
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि मुझे ऐसा कहने में कोई झिझक नहीं है कि दुनिया की कोई देश यह लड़ाई हार चुके। भारत में नारकोटिक्स का दूषण सिर्फ नारकोटिक्स का दूषण नहीं है यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ भी जुड़ा हुआ है। नारकोटिक्स के अवैध व्यापार से जो धन अर्जित होता है। वह टेररिज्म नक्सलिज्म और भारत के अर्थतंत्र को निर्बल करने के काम में भी आता है, तो एक ओर तो हमारे युवा पीढ़ी को बर्बाद करना हमारी नस्ल को बर्बाद करना लक्ष्य है और दूसरी और देश की सुरक्षा के साथ जुड़े हुए सारे पहलुओं को नारकोटिक्स के विदेश से अर्जित किए हुए धन से प्रभावित करना भी लक्ष्य है। हम सब की जिम्मेदारी बनती है की जीरो टॉलरेंस की वृत्ति के साथ हम देश को नशा मुक्त बनाएं। आज यहां नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के रायपुर जोनल यूनिट का वर्चुअल उद्घाटन हुआ। 5000 वर्ग फीट में फैला हुआ था ऑफिस नारकोटिक्स कंट्रोल के लिए अपने आप में कंप्लीट ऑफिस में राज्य सरकार का भी धन्यवाद करना चाहूंगा कि हमें भूमि और बाकी सारी सुविधाएं उन्होंने दी है । इसके अंदर कॉन्फ्रेंस रूम बाकी सारी व्यवस्थाएं से युक्त यह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की यह जोनल ऑफिस मुझे विश्वास है न केवल छत्तीसगढ़ के पूरे अंचल में नारकोटिस कंट्रोल के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। हमने लक्ष्य रखा है कि देश में हर राज्य में नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो की स्थापना की जाए और इसके माध्यम से राज्य सरकार का सहयोग कर कर ड्रग के दूषण को कंट्रोल करने का भारत सरकार का गृह मंत्रालय प्रयास करेगा ड्रग ट्रैफिकिंग का ट्रेन बदल रहा है। नेचुरल ड्रग से सिंथेटिक ड्रग की ओर ड्रग तस्कर आगे बढ़ रहे हैं। जिससे बहुत कम मात्रा में ड्रग आती है और सबसे ज्यादा नुकसान और सबसे ज्यादा कीमत भी उसकी होती है।
छत्तीसगढ़ राज्य में सीडेटिव के उपयोग का प्रतिशत 1.45 है
छत्तीसगढ़ राज्य में सीडेटिव के उपयोग का प्रतिशत 1.45 है, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। एक प्रकार से छत्तीसगढ़ सात राज्यों से अपनी बाउंड्री शेयर करता है बंगाल की खाड़ी के नजदीक भी है उड़ीसा और आंध्रा प्रदेश की कोस्टल कनेक्टिविटी भी ड्रग का एक रूट तैयार करती है, और गांजा की तस्करी आंध्र उड़ीसा के सीमा से होती है। छत्तीसगढ़ में गांजा के नशे का उपयोग करता 4.98 प्रतिशत है। जो राष्ट्रीय औसत 2.83 प्रतिशत है जो हमारे लिए चिंता का विषय होगा। आज मैं इस कांफ्रेंस से जुड़े हुए सभी लोगों से आग्रह करना चाहता हूं की इन्वेस्टीगेशन को साइंटिफिक तरीके से हम करें टॉप टू बॉटम और बॉटम तो टॉप अप्रोच को अडॉप्ट करना पड़ेगा।
नेटवर्क ध्वस्त करने की दृष्टि से करना होगा इन्वेस्टिगेशन
अमित शाह ने कहा कि छोटी सी दुकान पर अगर नशे की पुडिया मिलती है तो देश में कहां से आई या कहां पर बनी तब तक का पूरा नेटवर्क ध्वस्त करने की दृष्टि से हमने इन्वेस्टिगेशन करना पड़ेगा। इस पूरे तंत्र की बैकग्राउंड को ध्वस्त करने की दिशा में हमें इन्वेस्टिगेशन को करने की आदत डालनी पड़ेगी जिस तरह से मैंने कहा बॉटम टू टॉप अप्रोच इसी तरह से टॉप से बॉटम तक का एप्रोच भी लेना पड़ेगा एक बड़ी मात्रा में गांजा या चौरस ड्रग्स मिलता है तो वह किसके माध्यम से उपयोगकर्ता तक जाना था। उसका भी इन्वेस्टिगेशन कंप्लीट करना पड़ेगा और वह इन्वेस्टिगेशन बहुत कठोर होना चाहिए। जब तक आप पूरी चेन को समाप्त नहीं करते हैं यह पूरे नेटवर्क को ध्वस्त नहीं कर सकते हैं इस पर हम कंट्रोल नहीं कर सकते कुछ लोगों को जद में लेकर नारकोटिक्स के बिजनेस को कंट्रोल नहीं कर सकते पूरे उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने का हमारा प्रयास होना चाहिए।
अमित शाह ने चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी से किया अनुरोध
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि ड्रग डिमांड रिडक्शन के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत यहां पर 7 पुनर्वास केंद्र चल रहे हैं। मेरा चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी से अनुरोध है कि सातों पुनर्वास केंद्र में यह दोनों ने काम बताकर तीन-तीन घंटा निकालना चाहिए और उसके अपग्रेडेशन की चिंता करनी चाहिए। 14 नशा मुक्ति केंद्र राज्य सरकार भी चल रही है। मैं मानता हूं कि यह सारे पुनर्वसन केंद्र और नशा मुक्ति केंद्र यह हमारी लड़ाई का बहुत महत्वपूर्ण योग योजना का हिस्सा होना चाहिए जो ड्रग लेता है वह तो सिस्टम का विक्टम है जो ड्रग का व्यापार करता है वह गुनहगार है उस सूत्र को ध्यान में रखकर नारकोटिक्स के सामने की लड़ाई हमने करनी पड़ेगी पड़ेगी।