किसानों के खेतों से बिजली तार चोरी का गिरोह पकड़ाया, 5.50 लाख सामान जब्त

अंधेरे में खेत में लाइट को देखकर, चोरी की जगहों का करता था चिन्हांकन

CG Prime News@भिलाई. पाटन, अम्लेश्वर क्षेत्र में लगातार हो रही बिजली तार चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। गिरोह विगत 2-3 वर्षों से बिजली तार की चोरियां करते थे। घटना में प्रयुक्त  बाइक, ऑटो वाहन, आरी ब्लेड, बिजली तार की कीमती 5.50 लाख की मशरूका बरामद किया है।

दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने पत्रवार्ता में बताया कि जिले के पाटन ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के खेत-खार में सिंचाई की व्यवस्था के लिए लगे बिजली तारों लगातार हो रही चोरी की घटनाओं को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) मंणीशंकर चन्द्रा के मार्गदशन में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी (पाटन) देवांश राठौर के नेतृत्व में एसीसीयू एवं पाटन, अम्लेश्वर थानों की एक संयुक्त टीम लगाया था। विशेष सूत्र भी लगाए गए थे। इसके साथ-साथ टीम ने ग्राम रूही, ग्राम बठेना, ग्राम अरसनारा, ग्राम आमापेन्ड्री, ग्राम सांतरा, ग्राम फुण्डा, ग्राम पंदर, ग्राम गुजरा एवं ग्राम चीचा के खेत-खार के विशेष जगहों को चिन्हांकित करते हुए गस्त, पेट्रोलिग एवं चेकिंग किया। इसी क्रम में 27-28 फरवरी की रात को एसीसीयू एवं थानों की संयुक्त टीम द्वारा पेट्रोलिंग करते वक्त ग्राम सांतरा खार क्षेत्र में एक ऑटो रिक्शा संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिया, जिस में दो व्यक्ति आजाद चौक कुम्हारी निवासी ईश्वरी मानिकपुरी एवं बजरंग चौक मठपुरैना रायपुर निवासी कमलेश सिन्हा सवार थे। जिनके पास एक बोरी में बिजली तार एवं आरी ब्लेड थी। ईश्वरी मानिकपुरी द्वारा विगत दो वर्षों से पाटन क्षेत्रांतर्गत ग्राम रूही, ग्राम बठेना, ग्राम अरसनारा, ग्राम आमापेन्ड्री, ग्राम सांतरा, ग्राम फुण्डा, ग्राम पंदर, ग्राम गुजरा एवं ग्राम चीचा एवं अम्लेश्वर क्षेत्रांतर्गत झीट, जामगांव (एम) में अपनी साइकिल व बाइक से आते थे। रायपुर से आकर चिन्हित जगहों पर रूकना व प्रात: समय में खेत-खारों में जाकर सिंचाई की व्यवस्था हेतु लगे बिजली तार को पोल से काटकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।

रायपुर से पकड़ाया दीपक परवानी

डीएसपी देवांश सिंह राठौर ने बताया कि अपने सहयोगी व साला कमलेश सिन्हा द्वारा स्वयं की ऑटों सी.जी.04 टी.ए.1525 में भर कर रायपुर ले जाकर दीपक परपानी को देना स्वीकार किया। टीम द्वारा दीपक परपानी को रायपुर में घेराबंदी कर पकड़ा गया। दीपक परपानी द्वारा चोरी घटना के संबंध में पूछताछ करने पर ईश्वरी मानिकपुरी से विगत दो तीन वर्षों की जान पहचान होना बताया व साथ ही ईश्वरी मानिकपुरी द्वारा घटना करने के पश्चात् सुबह-सुबह फोन करके बताये जाने के पश्चात् दीपक परपानी के बताए स्थान पर बोरी में बिजली तार के बंडलों को ऑटो में भरकर रायपुर लाना, जिसे बाद में बुढ़ा तालाब रायपुर स्थित राकेश डागा के पास उसके गोदाम में 120 रूपए प्रति किलो में बेचकर पैसा आपस में बाटना स्वीकार किया।