कार्यकाल में घोटाला इतना की गरीबों के शौचालय तक को नहीं छोड़ा
CG Prime News@Bhilai. भिलाई नगर विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने भिलाई नगर निगम में 320 करोड़ों की बड़ी आर्थिक गड़बड़ी का खुलासा किया है। जनता के पैसे का यह बेहिसाब खर्च वित्तीय वर्ष 2016-17 में किया गया है, जब देवेन्द्र यादव महापौर थे। उन्होंने जमकर प्रहार करते हुए कहा कि इनकी हेराफेरी की नीयत ऐसी बन गई है कि गरीबों के शौचालय तक को नहीं छोड़ा है।
न्यू खुर्सीपार में केन्द्रिय कार्यालय का उद्घाटन के अवसर पर प्रेम प्रकाश पांडेय ने कांग्रेस सरकार और प्रत्याशी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भिलाई नगर निगम में एक बार फिर 320 करोड़ की अनियमितता समाने आई है। ऑडिटर जनरल की एक रिपोर्ट में वित्तीय वर्ष 2016-17 में किए गए भुगतान और बजट से संबंधित है। इसका ऑडिट कार्यालय उप संचालक छ.ग राज्य संपरीक्षा दुर्ग की ओर से किया गया है। रिपोर्ट में निगम को आर्थिक क्षति, वाहन संधारण पर व्यय और इंधन व्यय सत्यापन के आभाव में संदिग्ध भुगतान राशि, वाहनों में शासन द्वारा निर्धारित मात्रा से अधिक मरम्मत में व्यय किए जाने से अतिरिक्त व्यय राशि, वाहनों में जीपीएस लोकल ट्रेकिंग सिस्टम लगाए जानें के लिए विविध अग्रिम राशि वसूली योग्य, निर्माण कार्य अभिलेख अप्रस्तुत, निगम निधी से किया गया। अनियमित व्यय आदि पर आपत्ति जताई गई है।
क्या कहती है ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार
– नगर निगम के वित्तीय वर्ष के 237 करोड़ से अधिक बजट पर आपत्ति
– कार्यालय की इस रिपोर्ट में वाहन संधारण पर व्यय और इंधन व्यय सत्यापन के आभाव में संदिग्ध भुगतान राशि 4 करोड़ 79 लाख रुपए दर्ज़ है ।
– भिलाई नगर के विभिन्न निर्माण कार्य में ठेकेदार को अग्रिम राशि 10 करोड़ रुपए से भी अधिक का अनियमित भुगतान की वसूली अपेक्षित दर्ज़ है।
– भिलाई इस्पात संयंत्र अधिपत्य क्षेत्र में निगम मद से किये गये विकास कार्यों से 4 करोड़ रुपए से अधिक राशि का निगम को आर्थिक क्षति।
– केंद्र राज्य प्रवर्तित योजनातर्गत निर्मित आवक, दुकान, गुमटी, चबूतरा में अवैध कब्जा, रिक्त होने से निगम को आर्थिक क्षति राशि 1 करोड़ से भी अधिक दर्ज़ है।
– विभिन्न करों की बकाया राशि 324.41 लाख की वसूली शेष
– बकाया अव्ययीत राशि की वापसी अपेक्षित राशि 2 करोड़ से अधिक दर्ज़।
– निर्माण कार्य अभिलेख अप्रस्तुत राशि 23 करोड़ से अधिक दर्ज़।
– विभिन्न निर्माण कार्य में ठेकेदारो को अग्रिम राशि 10 करोड़ का अनियमित भुगतान की वसूली अपेक्षित
– अग्रिम राशि 9 करोड़ से अधिक का समायोजन लंबी अवधि से लंबित
– सामग्री क्रय संबंधी अभिलेख अप्रस्तुत 7 करोड़ से अधिक राशि
– आमनत, धरोहर, सुरक्षित राशि 1 करोड़ रूपए से अधिक दर्ज़।
– इसके अतिरिक्त विभिन्न व्यय पर आपत्ति दर्ज की गई है।