भिलाई . आईआईटी भिलाई की पहचान अब देश के साथ-साथ विदेश में भी बनना शुरू हो गई है। दक्षिण एशिया के देश म्यानमार के दो छात्रों ने आईआईटी भिलाई के पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन लिया है। यह दोनों छात्र फिजिक्स में पीएचडी की पढ़ाई पूरी करेंगे। इन इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ने नामी निजी यूनिवर्सिटी और नजदीकी देशों के कॉलेजों को छोडक़र विशेष तौर पर आईआईटी भिलाई के पीएचडी प्रोग्राम को चुना।
आईआईटी भिलाई ने स्टडी इन इंडिया प्रोग्राम के तहत इंटरनेशनल स्टूडेेंट्स को एडमिशन दिया। यही नहीं आईआईटी ने नए स्टूडेंट्स को एमटेक और पीएचडी कोर्स के लिए आवेदन विंडो शुरू कर दी है। इन दोनों स्टूडेंट्स का चयन विभिन्न लेवल की परीक्षाओं और इंटरव्यू के आधार पर किया गया। आईआईटी ने इनके लिए कोर्स क्राइटेरिया तय कर दिया है जिसमें उनको एमटेक, एमएससी और पीएचडी प्रोग्राम ऑफर किया जा रहा है।
दस विषयों में पीएचडी की सुविधा
आईआईटी भिलाई 10 एमटेक प्रोग्राम में दाखिले देता है। इसके लिए आवेदक को आईआईटी की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदक का बीटेक प्रोग्राम में 60 फीसदी अंकों से उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। केटेगरी छात्रों के लिए यह प्रतिशत 55 है। इनमें प्रवेश गेट स्कोर के जरिए दिया जाएगा। नए सेशन के आवेदन के लिए फार्म अभी लाइव है।
इनमें कर सकेंगे एमटेक
– बायोइंजीनियरिंग
– कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
– डाटा साइंस एंड एआई
– इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
– इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन
– इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी
– मटेरियल साइंस
– मैकेनिकल इंजीनियरिंग
– मैकेट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
आईआईटी भिलाई में फॉरेन स्टूडेंट्स की पढ़ाई के लिए विशेष व्यवस्थाएं होती है। कई देशों के छात्र यूजी, पीजी और पीएचडी के लिए विदेशी छात्र रुचि दिखा रहे हैं।
डॉ. राजीव प्रकाश, डायरेक्टर, आईआईटी भिलाई
