कवर्धा@CG Prime News. जिले में भोरमदेव अभयारण्य अंतर्गत जंगल में एक बाघिन की संदिग्ध मौत होने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। बाघिन के शिकार की आशंका जताई जा रही है हालांकि वन विभाग इससे इनकार कर रहा है।
भोरमदेव अभयारण्य के चिल्फी रेंज के ग्राम तुरैयाबाहरा के जंगल में एक बाघिन का शव मिला। 12 नवंबर की शाम को वन विभाग की टीम घटना स्थल पहुंची। मिली जानकारी के अनुसार बाघिन का शव कबीरधाम जिले और मध्यप्रदेश के बॉर्डर पर मिला है। बाघिन के शरीर के कुछ हिस्से में गहरी चोट और कुछ मांस भी नोचा गया है। इससे बाघिन के शिकार की आशंका जताई जा रही है।
वन विभाग ने की ग्रामीणों से पूछताछ
हालांकि वन विभाग के अफसर इससे इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि बाघिन की मौत किसी बाघ या फिर से अन्य किसी हिंसक जानवर से संघर्ष के चलते हुई है। वन विभाग की टीम घटना स्थल पहुंचकर जांच कर रही है। वहीं आसपास गांव के ग्रामीणों से पूछताछ भी की गई है।
अब तक दो बाघिन की हो चुकी है मौत
जिले में अब तक दो बाघिन और एक बाघ की मौत हो चुकी है। पहला मामला वर्ष 2010 का है। अमनिया के जंगल में बाघ को जहर देकर मार दिया गया था। मतलब शिकार किया गया था। वहीं दूसरा मामला वर्ष 2011 में भोरमदेव अभयारण्य के जामुनपानी में हथियार से बाघिन की हत्या की गई थी। शिकारी बाघिन के दांत, नाखून व मूंछ के बाल निकालकर अपने साथ ले गए थे। वहीं अब एक और बाघिन की मौत भोरमदेव अभयारण्य क्षेत्र में हुई है।