प्रथम चरण की काउंसलिंग के लिए पंजीयन ७ अगस्त से शुरू हुए। वहीं १४ अगस्त को प्रथम चरण का सीट आवंटन किया गया। इसके बाद विद्यार्थियों को 21 अगस्त तक कॉलेज पहुंचकर एडमिशन पक्के करने थे। जिन छात्रों ने एडमिशन ले लिया, उनका आंकड़ा तकनीकी शिक्षा संचालनालय पहुंच गया। वहीं सैकड़ों छात्र ऐसे भी रहे, जिन्होंने प्रवेश नहीं लिया। अब इन छात्रों को सीट तभी निरस्त होगी, जब वें कॉलेज या सुविधा केंद्र पहुंचकर इसे खुद निरस्त कराएंगे।
इस साल प्रथम चरण में बीटेक की 11,116 सीटों पर दाखिले होने है। इसके लिए प्रथम चरण में 5818 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया, वहीं इनमें से 3462 सीटों पर प्रवेश हुए। इसी तरह बीटेक लेटरल एंटी की 5393 सीटों के लिए 647 पंजीयन हुए। इनमें से 472 ने कॉलेजों में दाखिला लिया। इस साल एमबीए की 2070 सीटों पर प्रवेश के लिए 640 ने रजिस्ट्रेशन किया जबकि 340 एडमिशन हुए। इस तरह प्रदेश में तकनीकी कोर्स की 34289 सीटों के लिए कुल 11562 आवेदन आए जिसमें से 4769 ने एडमिशन लिया।
इस साल से तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने एमसीए की 640 सीटों के लिए रेलेवेंट ब्रांच का नियम हटा दिया है। यानी बीए, बीकॉम सहित किसी भी ब्रांच या विषय का विद्यार्थी कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर्स कर सकता है। इस बार एमसीए की सीटों के लिए प्रथम चरण में 320 विद्यार्थियों ने पंजीयन किए हैं। जिनका सीट आवंटन कर दिया गया है।
Engineering Counselling BIG UPDATE इसके अलावा इस साल पॉलीटेक्निक कॉलेजों में दाखिले का ग्राफ भी कुछ खास नहीं है। एक तरह जहां इंजीनियर बनने प्रदेश के युवाओं ने रुझान दिखाया है तो वहीं पॉलीटेक्निक करने रुझान तेजी से घटा है। शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजों में भी अधिकांश सीटें इस बार खाली रह गई हैं।