मुंबई और भोपाल पहुंची ईडी: ऑनलाइन सट्टा एप इवेंट मैनेजमेंट कंपनी पर मारा छापा

मुंबई और भोपाल में ईडन ने मारा छापा

CG Prime News@भिलाई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई के मलाड में इवेंट मैनेजमेंट कंपनी संभालने वाली एक कंपनी के परिसर में तलाशी ली दुबई में एक सफलता समारोह आयोजित करने के लिए ऑनलाइन गेमिंग सट्टेबाजी कंपनी महादेव बुक ऐप द्वारा कंपनी को कम पर रखा गया था। इस कार्यक्रम में बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियों योग को आमंत्रित किया गया था। ईडी की दूसरी टीम ने भोपाल कृष्णानांचल कंपलेक्स ईदगाह हिल्स स्थित रैपिड ट्रैवल्स में छापा मारा। जहां कार्यवाही चल रही है।

गौरतलब है कि दुबई में बैठे ऑनलाइन सट्टा एप महादेव के संचालक सौरभ चंद्राकर ने 18 सितंबर अपनी सफलता का जश्न मनाने मशहूर हस्तियों और संबंधित कार्यक्रम की व्यवस्था करने के लिए लगभग 40 करोड रुपए का उपयोग किया गया। जिसके अवैध गतिविधियों से प्राप्त होने का संदेह है यह मामला वर्तमान में ईडी की जांच के अधीन है, जो किए गए भुगतान की भी जांच कर सकता है। बता दें छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा एप महादेव बुक से जुड़े कई प्रभावशाली व्यक्तियों के ठिकानों पर भी तलाशी ली। इस ऑपरेशन में चार व्यक्तियों को पकड़ा गया, जिसमें एएसआई चंद्र भूषण वर्मा, सतीश चंद्रकर, हवाला ऑपरेटर अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी शामिल है। एएसआई अपने ऊंचे पहुंच के लिए जाने जाते थे। इसके इशारे पर महादेव बुक ऑनलाइन गेमिंग एप छत्तीसगढ़ से संचालित होता है। इसका संचालन दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा क्षेत्र का निवासी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दुबई से करते है। ईडी ने इन दोनों लोगों के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया है।

क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से विदेश भेजी जा रही थी रकम

टीओआई की एक हालिया रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे कई विदेशी आधारित कंपनियां भारत में गैरकानूनी ऑनलाइन गेमिंग सट्टेबाजी एप चल रही थी और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अपना मुनाफा विदेश में स्थानांतरित कर रही थी। महादेव बुक से राष्ट्रीय स्तर पर अवैध सट्टाबाजी और ऑनलाइन लाइव गेम की सुविधा प्रदान की। इसने उपभोक्ताओं को विभिन्न भारतीय चुनावों पर दांव लगाने की भी अनुमति दी। इवेंट कंपनी ने इन अवैध गतिविधियों से विशेष रूप से लॉकडाउन के दौरान पर्याप्त मुनाफा कमाया और इसका इरादा दुबई में अपनी सफलता का जश्न मनाने का था।

5 वर्षों से दुबई से संचालित है ऑनलाइन सट्टा

ईडी के सूत्रों से पता चला है कि वर्ष 2019 से सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दुबई में सट्टेबाजी गेमिंग एप का प्रबंध कर रहे है। उन्होंने विदेश में महादेव एप विकसित किया और इसे पूरे भारत में इस काले कारोबार को फैला दिया। जिससे खिलाड़ियों को दाव लगाने में धोखा मिला। कंपनी ने अपने गेमिंग सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न वेबसाइटें बनाई और प्रसिद्ध हस्तियों का लाभ उठाया। कंपनी ने इस उद्यम में पर्याप्त मुनाफा कमाया, जिससे उनके खिलाफ मामलों की जांच में शामिल छत्तीसगढ़ पुलिस अधिकारियों को 6 करोड रुपए का मासिक भुगतान भी शामिल था। कथित तौर पर उन्होंने सारी सुरक्षा के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं को 65 करोड रुपए का रिश्वत दी।

दुबई से लाया गया रिश्वत की रकम

ईडी सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ के दो पुलिसकर्मियों ने दुबई जाकर महादेव बुक प्रमोटर्स के साथ मासिक रिश्वत की रकम पर बातचीत की। अपने शुरुआती चरण में सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को ऑनलाइन सट्टेबाजी में मुनाफा का सामना करना पड़ा और अपने लेनदारों से बचने के लिए दुबई भाग गए। छोटे पैमाने पर ऑपरेशन चलाने के बाद वे ऑनलाइन गेमिंग सट्टेबाजी व्यवसाय में चले गए। ईडी ने महादेव बुक ऐप के खिलाफ छत्तीसगढ़ विशाखापट्टनम और अन्य राज्यों में दर्ज एफआईआर के आधार पर मनी लॉड्रिंग की जांच शुरू की।

सौरभ चंद्राकर के पास 80 फीसदी लाभांश

जानकारी के मुताबिक सट्टेबाजी एप विभिन्न शाखाओं के माध्यम से संचालित होता था जिन्हें फ्रेंचाइजी के रूप में बेचा जाता था। महादेव बुक प्रमोटरों ने लगभग 80 फीसदी लाभ अपने पास रखा। उन्होंने खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजी ऑपरेटरों की सहायता के लिए विदेश में कई कॉल सेंटर का प्रबंध किया। ईडी ने नोट किया कि भिलाई से बड़ी संख्या में लोग दुबई चले गए और अपनी फ्रेंचाइजी स्थापित करने के लिए भारत लौटने से पहले बैकएंड ऑपरेशन में अनुभव प्राप्त किया।